नोएडा। बैंकों में दो हजार के नोट बदलने की रफ्तार धीमी हो गई है। 24 जून से अब तक केवल 80 करोड़ ही जमा हुए हैं। जबकि पिछले माह यह आंकड़ा 250 करोड़ था। इसका कारण लगातार हो रही बारिश को भी माना जा रहा है। अहम है कि काफी समय से मौसम का हाल बेहाल चल रहा है। जबरदस्त बारिश से कई जगह बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई हैं। ऐसे में दो हजार के नोट बदलने का सिलसिला भी प्रभावित हुआ है। इस माह बैंकों में दो हजार के 80 करोड़ रुपये पहुंचे हैं, जिसमें से लगभग 50 करोड़ रुपए बैंकों में जमा हुए हैं। वहीं, 30 करोड़ रुपयों को लोगों ने बदलवाया है। लोगों ने गुलाबी नोटों को बदलवाने से ज्यादा जमा कराने में सहूलियत समझी है। वहीं एटीएम मशीनों के इस्तेमाल की बात की जाए तो जिले के 820 एटीएम से करीब 55 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। जो कि बैंकों में जमा हुई राशि से ज्यादा है। सेट्रल नोएडा से जमा हुई राशि इस माह 20 करोड़ रुपये है। बाकी राशि जिले के अन्य इलाकों से जमा हुई है। ग्रामीण इलाकों में इस माह अच्छा रिस्पॉन्स देखने को नहीं मिला है। इन इलाकों में कुल 8 करोड़ जमा हुए हैं। इससे पहले बैंकों ने जमा हुई राशि के आंकड़ें जारी किए हैं। लीड बैंक के मुताबिक इस दौरान 330 करोड़ रुपये की राशि जमा की गई है।अहम है कि 23 मई से लगातार दो हजार के नोटों को बदला जा रहा है। जिले की 35 बैंकों की 570 शाखाएं इसमें अहम भूमिका भी निभा रही हैं। साथ-साथ इसके लिए 600 अतिरिक्त कर्मचारियों का सहारा भी लिया जा रहा है। लीड बैंक मैनेजर विदुर भल्ला ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि इस बार कम ट्रांजेक्शन का कारण लगातार बारिश का होना है। जुलाई में जबरदस्त बारिश का असर बैंकों के ट्रांजेक्शन पर भी पड़ा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी जैसी स्थिति इस बार देखने को नहीं मिली। बैंकों द्वारा अनुमान लगाया गया था कि शुरुआती पहले माह में अच्छी खासी रकम खातों में जमा कराई जाएगी। लेकिन ऐसा देखने को नहीं मिला है। 400 करोड़ जमा होने का था अनुमान इस माह 150 करोड़ जमा होने का अनुमान था। पिछले माह 250 करोड़ तक बैंकों में जमा हो गए
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मानेसर। मानेसर थाना क्षेत्र में बैंक खाते से 85 हजार रुपये निकालने का मामला सामने आया है। पीड़ित का कहना है कि उसने न तो किसी लिंक पर क्लिक किया और न ही किसी को अपना पासवर्ड दिया। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद उसे पता चला कि उसके खाते से पैसे निकल गए हैं। मानेसर थाना पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है। पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर-84 निवासी शिवजीत सिंह ने कहा कि जालसाज ने उनके दो अलग-अलग बैंक खातों से 85 हजार रुपये निकाले गए। उनके फोन पर जब मैसेज आया तो उन्हें ठगी का पता चला। जबकि उनके द्वारा किसी को किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
20 जुलाई को शुरू होने वाले मानसून सत्र से पहले सरकार ने बुधवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जो सत्र शुरू होने से पहले प्रथागत है। इसका उद्देश्य सभी दलों को एक साथ लाना और उनकी चिंताओं को दूर करना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। इससे एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने अपने 39 सदस्य दलों के साथ नई दिल्ली में बैठक की। दूसरी ओर, 26 दलों वाला विपक्ष पहले से ही बेंगलुरु में दो दिवसीय बैठक में लगा हुआ था। इस बैठक का उद्देश्य एक भाजपा विरोधी मोर्चा बनाना था और जिसने खुद को भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) भी कहा।
गोरखपुर सावन का आधा माह गुजरने के बाद मंगलवार से मलमास शुरू हो गया। सावन में बारिश की फुहारों का इंतजार कर रहे लोगों को मायूसी मिली। अब वह मलमास में बारिश की आस लगाए हुए हैं। हालांकि मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़े पर गौर करें तो अभी दो-तीन बारिश के आसार कम ही दिखाई दे रहे हैं। आधा जुलाई माह गुजरने के बाद भी मानसून का ट्रैक कमजोर बना हुआ है। इसका असर यह है कि लोग गर्मी और उमस से बेहाल हैं। सुबह से ही जेठ की गर्मी जैसा अहसास हो रहा है। मंगलवार को दिन में अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27.1 डिग्री सेल्सियस रहने से दिन के साथ रात में भी लोग गर्मी से परेशान रहे। सावन का आधा माह गुजरने के बाद मंगलवार से मलमास शुरू...
लखनऊ समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव के लिहाज से यूपी में विपक्षी गठबंधन की कमान अपने पास रखना चाहती है। विपक्षी मोर्चा ”इंडिया” के बंगलुरु सम्मेलन में जातिवार जनगणना पर भी सभी दल सहमत दिखे। रालोद ने गठबंधन कायम रखने के लिए छोटे दलों का भरोसा न तोड़ने की नसीहत बड़े दलों को दी तो अपना दल (कमेरावादी) ने ओबीसी हितों को आगे रखकर चुनाव मैदान में कूदने का सुझाव दिया।इंडिया (समावेशी भारतीय राष्ट्रीय जनवादी गठबंधन) के बंगलुरु सम्मेलन में सबसे पहले इस बात पर सहमति बनी कि विभिन्न राज्यों में घटक दलों में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इन मतभेदों को दरकिनार करते हुए भाजपा को हराने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ना है। यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के भी संबोधन का फोकस यही था कि हम एक होकर आगे बढ़ेंगे। सपा के प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल ने कहा कि जिस राज्य में जो क्षेत्रीय शक्ति मजबूत है, उसी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव लड़ा जाए। जाहिर है कि सपा गठबंधन सहयोगियों के बीच यूपी में सीटों के बंटवारे में अपना हाथ ऊपर रखना चाहती है। रालोद के जयंत चौधरी के मन में यह आशंका दिखी कि राष्ट्रीय दल चुनाव से पहले छोटे क्षेत्रीय दलों का साथ तो ले लेते हैं, लेकिन चुनाव के बाद उनकी तरफ अपेक्षित ध्यान नहीं देते। सूत्रों के मुताबिक, जयंत ने बैठक में कहा कि बड़े दलों को यह प्रयास करना चाहिए कि उन पर भरोसा कायम रहे। ऐसा न हो कि चुनाव बाद छोटे दलों को साइड लाइन करने की कोशिश की जाए। अपना दल (कमेरावादी) के राष्ट्रीय महासचिव पंकज निरंजन ने कहा कि अन्य पिछड़े वर्गों की आकांक्षाओं पर इंडिया को खरा उतरना होगा। चुनाव के साझा कार्यक्रम में यह कहना होगा कि हम जातिवार जनगणना के समर्थन में हैं। सत्ता मिलने पर यह करके दिखाएंगे, ताकि सबको उनकी आबादी के अनुपात में देश के संसाधनों में हिस्सा मिल सके। उधर, इंडिया का मंगलवार को सम्मेलन शुरू होने पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी और अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल का स्वागत किया। दोनों पहली बार इस बैठक में शामिल हुए थे। 20 लोकसभा सीटों पर मान सकती है कांग्रेस इंडिया के बंगलुरू में हुए दूसरे सम्मेलन में सीटों के बंटवारे के फार्मूले पर सीधे कोई बातचीत नहीं हुई, लेकिन नेताओं ने अलग-अलग इन मुद्दों पर चर्चा जरूर की। माना जा रहा है कि यूपी में गठबंधन के तहत कांग्रेस 15-20 लोकसभा सीटों पर मान सकती है। शेष सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे की जिम्मेदारी सपा
नई दिल्ली । रिलायंस जियो अपने यूजर्स को पांच अलग-अलग कैटेगरी में रोमिंग प्लान की सुविधा पेश करता है। कंपनी ने हर कैटेगरी के लिए प्लान में कुछ नए बदलाव पेश किए हैं। अगर आप भी इंटरनेशनल कॉलिंग के लिए किसी बढ़िया रोमिंग प्लान को खोज रहे हैं तो यह जानकारी आपके काम आ सकती है। ट्रैवल पास जियो ट्रैवल पास कैटेगरी में तीन प्लान पेश करता है। ये प्लान्स 32 देशों में वैलिड हैं। कंपनी इस कैटेगरी में पहला प्लान 499 रुपये में ऑफर करती है। यह एक दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। यूजर को इस प्लान के साथ वॉइस- कॉलिंग के लिए 100 मिनट, 100 एसएमएस और 250 एमबी डेटा ऑफर किया जाता है। प्लान में वाईफाई कॉलिंग ऑप्शन टर्न ऑन करने पर फ्री इनकमिंग कॉल की भी सुविधा मिलती है। इसके अलावा, जियो यूजर्स को 2,499 रुपये में 10 दिन और 4,999 रुपये का प्लान 30 दिन की वैलिडिटी के साथ ऑफर करती है। जियो ग्लोबल आईआर प्लान इस कैटेगरी में कंपनी दो प्लान ऑफर करती है। इस कैटेगरी के प्लान यूजर के लिए 130 से ज्यादा देशों में वैलिड हैं। पहला प्लान 1101 रुपये में ऑफर किया जाता है, जिसमें 933.90 रुपये की यूसेज वैल्यू, 5 एसएमएस का फायदा मिलता है। यह प्लान 30 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। दूसरा प्लान 1102 रुपये में वाई-फाई कॉलिंग की सुविधा के साथ 28 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। हालांकि, वाईफाई कॉलिंग के लिए भी जियो कुछ पैसे चार्ज करता है। जियो रोम मोर आईआर प्लान्स इस कैटेगरी में कंपनी तीन प्लान पेश करती है, ये प्लान 44 देशों के लिए वैलिड हैं। इस कैटेगरी में बेसिक प्लान 1,499 रुपये में 14 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है। प्लान में आउटगोइंग और इनकमिंग के लिए 150 मिनट 100 एसएमएस और 1जीबी हाई-स्पीड डेटा ऑफर किया जाता है। इसके अलावा कंपनी 3,999 और 5,999 रुपये में भी प्लान ऑफर करती है। जियो डेटा ऑनली आईआर प्लान्स...
नई दिल्ली । भारतीय शेयर बाजार इन दिनों रोज नए-नए रिकॉर्ड बना रहा है। बाजार में रैली देखी जा रही है और बीएसई सेंसेक्स 67,000 अंक और निफ्टी 19,800 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा है। बहुत से निवेशक FOMO (Fear of Missing Out) यानी निवेश करने में पीछे रह गए हैं। ऐसे में निवेशकों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या इन स्तरों पर भी बाजार में निवेश किया जा सकता है? All Time High पर बाजार में निवेश की क्या रणनीति अपनाएं? अगर आप इन स्तरों पर निवेश की योजना बना रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इससे आपको रिटर्न हासिल करने में मदद मिलेगी। लंबी अवधि का नजरिया रखें बाजार में माना जाता है कि जो निवेशक लंबी अवधि में सही रणनीति के साथ अच्छे शेयरों में टिकते हैं वो ही बाजार में पैसा कमाते हैं। ऐसे में निवेशकों को इस समय निवेश करते समय अपने नजरिए को लंबी अवधि का रखना चाहिए। टुकड़ों में निवेश करें निवेश करने का हमेशा एक अच्छा तरीका है कि आप टुकड़ों में निवेश करें। इसका फायदा ये है कि आपको बाजार में आने वाले उतार-चढ़ाव का पूरा फायदा मिल सकेगा। सभी कीमतों पर निवेश करने का मौका मिलेगा। इसके लिए आप एसआईपी का तरीका भी अपना सकते हैं या फिर सीधे किसी भी शेयर में निवेश कर सकते हैं। स्टॉक सलेक्शन में सावधानी बरतें...
एक महीने बाद होगी मौद्रिक नीति समिति की बैठक, SBI चेयरमैन का अनुमान- Repo Rate में इजाफा नहीं करेगा RBI नई दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के अध्यक्ष दिनेश खारा (Dinesh Khara) ने आज कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) आगामी मौद्रिक नीति में एक बार फिर से रेपो रेट को स्थिर रख सकता है। दिनेश खारा ने कहा कि एक बैंक के रूप में हम दर में कटौती की उम्मीद नहीं करते हैं, आरबीआई द्वारा यथास्थिति बनाए रखने की संभावना है। कब होनी है मीटिंग? आपको बता दें कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति हर दो महीने में मीटिंग करती है। पिछली मीटिंग 6-8 जून को हुई थी और अब केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 8-10 अगस्त, 2023 को होगी। आरबीआई ने नहीं बढ़ाया था रेपो रेट 8 जून को मौद्रिक नीति समिति के द्वारा लिए गए फैसलों को सुनाते हुए आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा था। इसके अलावा शक्तिकांत दास ने वित्त वर्ष 24 के लिए देश का ग्रोथ प्रोजेक्शन 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा था। आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि वित्त वर्ष 24 के पहली तिमाही में ग्रोथ प्रोजेक्शन में 8 प्रतिशत की वृद्धि, दूसरी तिमाही में ग्रोथ प्रोजेक्शन 6.5 प्रतिशत, तीसरी तीमाही में 6 प्रतिशत और चौथी तीमाही में ग्रोथ प्रोजेक्शन 5.7 प्रतिशत की रहने की संभावना जताई थी।...
नई दिल्ली । एक तरफ देश में लगातार डीजल और पेट्रोल से दाम आसमान छू रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर लोग घटतौली और खराब गुणवत्ता वाले फ्यूल से भी परेशान हैं। कई बार ऐसी खबरें आती हैं कि फला पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी का केस सामने आया है। ऐसे में हमें सावधान होने की जरूरत है। अपने इस लेख हम कुछ जरूरी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन्हे ध्यान में रखकर आप इस जालसाजी से बच सकते हैं। जीरो देखना है जरूरी है गाड़ी को फ्यूल-अप कराते समय ये ध्यान देना बहुत जरूरी है कि जब कार, बाइक या अन्य मोटर वाहन में ईंधन डलवा रहा है, तो उसे सबसे पहले मशीन पर जीरो लिखा हुआ चेक करना है। इसका अलावा आप पेट्रोल पंप कर्मी से ये भी पूछें कि पंप की नोजल ठीक तरीके से काम कर रही है या फिर उसमें कोई दिक्कत है। इसके अलावा ये ध्यान रखें कि वाहन में ईंधन भरवाने से पहले उसका फ्यूल गेज कितनी मात्रा बता रहा था और इसके भरने के बाद अब कितना फ्यूल हो गया है। अगर आपको लगता है कि जितना तेल भराया है उतना फ्यूल गेज में भी दिखी रहा है तो सही है, नहीं तो फिर इसकी तुरंत जांच करें। इस नए स्कैम से रहें सावधान अगर आपको लगता है कि पेट्रोल या डीजल भराते समय केवल जीरो देखने से आपको सही तरीके से फ्यूल मिल जाएगा, तो आप पूरी तरह से गलत हैं। मौजूदा समय में मार्केट के अंदर एक नया खेल चल रहा है। होता क्या है कि पेट्रोल पंप ग्राहकों को फ्यूल तो सही मात्रा में मापते हैं,लेकिन इसकी शुद्धता में गड़बड़ी कर देते हैं। आपको बता दें कि तेल की शुद्धता को डेंसिटी में मापा जाता है। ऐसे में फ्यूल-अप करवाते समय आपको जीरो देखने के साथ ये भी ध्यान रखना है कि पेट्रोल और डीजल की डेंसिटी मानक के अनुरूप है या फिर नहीं। क्या हैं शुद्धता के मापदंड? जैसा कि हमने आपको बताया, डीजल और पेट्रोल की शुद्धता को डेंसिटी में मापते हैं। नियम के मुताबिक पेट्रोल की डेंसिटी (Petrol Density) 730 से 800 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होनी चाहिए, वहीं डीजल में ये 830 से 900 किलोग्राम प्रति क्लूबिक मीटर निर्धारित की गई है। अगर आपको इन मानक के हिसाब से फ्यूल मिलता है, तो समझ जाइए कि ये क्वालिटी और क्वांटिटी के हिसाब से एक दम परफेक्ट है।
नई दिल्ली दिल्ली विश्वविद्यालय ने बाढ़ के कारण रेगुलर, एनसीवेब और एसओएल की दूसरे सेमेस्टर की रद की गई थ्योरी परीक्षाओं व प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए नई तिथियां जारी कर दी हैं। नए शेड्यूल के अनुसार 17 जुलाई वाली परीक्षा अब 26 जुलाई (दोनों पालियों) को होगी। 18 जुलाई वाली परीक्षा दोनों पालियों के लिए एक अगस्त, 19 जुलाई वाली परीक्षा दोनों पालियों में दो अगस्त को होगी। इसी तरह से प्रैक्टिकल की जो परीक्षा 14 जुलाई को होनी थी वह तीन अगस्त, 15 जुलाई वाली चार अगस्त, 16 जुलाई को होने वाली परीक्षा पांच अगस्त को होगी। मालूम हो कि बीते सप्ताह दिल्ली में बाढ़ की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए स्कूल और कॉलेज बंद होने के कारण यह परीक्षाएं रद की गई थी। प्रशासन की ओर से पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि 20 जुलाई को उसके बाद होने वाली परीक्षाएं पूर्व में तय तिथियों पर ही आयोजित होंगी।