भदोही। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद सीईपीसी के प्रभारी चेयरमैन रोमेश खजूरिया ने कहा कि परिषद के चुनाव पूरी निष्पक्ष और स्वतंत्र होंगे। पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। हर नियम का पालन किया जाएगा जिससे कि केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय की मंशा के साथ साथ कालीन उद्योग का उद्धार हो। वे रविवार को सायं परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय एक्सपो मार्ट में निर्यातक सदस्यों के साथ बैठक कर रहे थे।
उन्होने कहा कि मै आप लोगों से मिलने आया हूं। आपकी यदि उद्योग से संबंधी कोई समस्या हो तो साझा कर सकते हैं। जिसका केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय के साथ मिल बैठ कर हल कराने का प्रयास किया जाएगा। प्रमुख कालीन निर्यातक यादवेंद्र कुमार राय ने कालीन निर्यात का सही डेटा उद्योग के सामने रखने की सलाह दी। कहा कि बीते तीन वर्षों में कालीन उद्यमी तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं। पीयुष बरनवाल ने चेयरमैन को बताया कि कालीन उद्योग के लिए सरकार को कुछ नीतियां बदलनी चाहिए। उन्होंने आयकर से जुड़े नए अर्टिकल का नाम लिया। कहा वर्तमान में यह बड़ी समस्या बनकर सामने आया है।
कुछ निर्यातकों ने बताया कि जीएसटी 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है लेकिन अभी तक जीएसटी पोर्टल पर 12 प्रतिशत ही दिखा रहा है। यह बड़ी समस्या साबित हो रहा है। कई निर्यातकों ने रोडटेप का लाभ न मिलने की जानकारी चेयरमैन को दी। बैठक का समापन सायं सामुहिक रोजा इफ्तार पार्टी से हुआ। बैठक को शिव कुमार गुप्ता ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर संजय गुप्ता, पंकज बरनवाल, यादवेंद्र राय काका, उमेश गुप्ता, अनिल सिंह, अरशद वजीरी, श्रीराम मौर्य, ओएन मिश्र, अशफाक अंसारी, राजेंद्र मिश्र, राशिद अंसारी, पीयूष बरनवाल, असीम अंसारी, इम्तियाज अंसारी, उमेश शुक्ला, घनश्याम शुक्ला, आरके बोथरा, शाहिद अली, अमित मौर्य, मनोज गुप्ता आदि रहे।