जहांगीराबाद। क्षेत्र के चचरई गांव मे प्राचीन समय से स्थित बाबरे बाबा की मंदिर पर मत्था टेकने से मनोकामना पूरी होती है, भक्तगढ़ों का अपनी-अपनी कामनाए के लिए बाबरे बाबा की समाधि पर जनसैलाब उमडा है।
चचरई गांव में स्थित बाबरे बाबा की प्राचीन समय से स्थापति बाबरे बाबा की समाधि पर हर वर्ष होली पर तीन दिवसीय मेला लगता है जिससें हजारों की संख्या में दूर दराज से भक्तगढ़ अपनी-अपनी मनोकामाए पूरी करने के लिए बाबा के दरवार मेे हाजरी देते है। बताते है कि जो बाबा के दरवार में आता है उसकी मनोकामनाए पूरी होती है। बताते है कि बाबरे बाबा की समाधि पर जहां उपरी हवाए जेसे रोगो से मुक्ती मिली है तो वही व संतान प्राप्ति की मान्यता भी होती है। जिससे लेकर जहां नगर व ग्रामीण क्षेत्र से काफी संख्या में पुशोर् के साथ हजारों की संख्या में महिलाए अपनी मनोकामनाए के लिए बाबा की समाधि पर मत्था टेक चादर पोसी व प्रसाद चढ़ाते है। वही बाबरे बाबा के दरबार में दिल्ली व उत्तर प्रदेश के कोने कोने से अपने बच्चों का मुडन व कणर्छेदन करा कर समाधि पर प्रसाद चढ़ाकर अपनी मनोति मांगते है। बहार से आये भक्तगढ़ बाबरे बाबा के प्रागणम में भंडारे का आयोजन कर प्रसाद वितरण भी करते है। शांति व्यवस्था के लिए सीओं अनूप सिंह व कोतवाली प्रभारी रमाकांत पचौरी ने भारी संख्या में पुलिस बल तेनात कर शरारती तत्वों पर पैनी नजर बनाये हुए थे।