हाईवे किनारे मृत गौवंशों के शव मिलने से नाराज हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने दिया ज्ञापन
कालपी। हाईवे किनारे मृत गौवंशों के शव खुले में पड़े मिलने का मामला गर्म हो गया है। बुधवार को हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर नगर पालिका परिषद के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है अन्यथा की स्थित में आन्दोलन की भी चेतावनी भी दी है। मालूम हो कि मंगलवार को हाईवे स्थित पूर्व विधायक के ढाबे से कुछ दूरी पर सड़क किनारे आधा सैकड़ा से अधिक गोवंशों के शव पड़े होने की जानकारी हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को दी थी। मामला गौवंशों का होने के चलते प्रशासन में हड़कंप मच गया था और मामला ज्यादा बिगडता इससे पहले मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी हेमन्त पटेल, पुलिस उपाधीक्षक डाक्टर देवेन्द्र पचौरी, तहसीलदार शेर बहादुर सिंह ने नगर पालिका प्रशासन को मौके पर बुलाकर गोवंशों के मृत शरीर को दफन करा दिया था इतना ही नहीं उपजिलाधिकारी ने शवों को कुत्ता बिल्ली का बता दिया था। लेकिन प्रशासन के इस कृत्य से मामला शान्त होने के बजाय और बढ़ गया है बुधवार को बडी संख्या में तहसील पहुँचें हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका प्रशासन द्वारा गौवंशों के शवों को खुले में फेंक देने पर नाराजगी जाहिर कर उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौँपा है जिसमें कहा गया है कि यह गौवँश गौशाला प्रशासन द्वारा ही फेँके गये हैं जिसके चलते जिम्मेदारो के खिलाफ कार्रवाई की जानी आवश्यक है इतना ही नहीं उन्होनें अन्यथा की स्थित में आन्दोलन की भी चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में विश्व हिन्दू परिषद के दीपक शर्मा, मनीष पाण्डेय, नीलाभ शुक्ला, हर्ष विश्नोई, अनुज सेंगर, सन्तोष सिंह, उज्जवल गुप्ता, चमन दीक्षित आदि बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे। वहीं सर्दी में गौवँशो की मौत भले ही कोई मुददा न हो पर मृत गौवँशो के शव खुले में तथा हाईवे किनारे फेँकना गम्भीर मामला बन सकता है। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक इस मामला एनजीटी तक पहुंच गया है जिसको उन्होंने गम्भीरता से लिया है संभावना है कि मामले की जांच के लिए शीघ्र ही एसआईटी गठित हो सकती है अगर ऐसा हुआ तो जिम्मेदारों की मुसीबत बढ़ सकती है।