September 19, 2024

बहराइच। लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लागू आदर्श आचार संहिता/निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण का अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने के उद्देश्य से जनपद में विधानसभावार गठित किये गये स्टैटिक सर्विलांस टीमों का कलेक्ट्रेट सभागार बहराइच में प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण सत्र को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि एस. एस. टी. की जिम्मेदारी है कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान अत्यधिक प्रचार खर्चाे, घूस की वस्तुओं का नकद या वस्तु के रूप में वितरण, अवैध हथियारों, गोला बारूद, मदिरा या असामाजिक तत्वों आदि की आवाजाही पर निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गयी मानक प्रचालन प्रक्रिया का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करायेंगे।
डीएम ने कहा कि सभी एस.एस.टी. टीमें व्यय संवेदनशील बस्तियों में चेक पोस्ट स्थापित कर अपने क्षेत्र में अवैध शराब, रिश्वत की वस्तुओं या भारी मात्रा में नकदी, हथियार एवं गोला-बारूद के लाने एवं ले जाने तथा असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर नजर रखेंगी। टीमों को निर्देश दिया गया है कि जांच के लिए की जाने वाली सम्पूर्ण प्रक्रिया की अनिवार्य रूप से वीडियोग्राफी करते हुए उसका वीडियो तैयार करेंगी या सीसीटीवी में पूरी जॉच प्रक्रिया को रिकार्ड करेंगे। डीएम ने बताया कि टीम में तैनात मजिस्ट्रेटों की जिम्मेदारी होगी कि प्रत्येक दिन आयोग द्वारा निर्धारित प्रारूप में जिला निर्वाचन अधिकारी व अन्य को दैनिक कारगुज़ारी की रिपोर्ट प्रेषित करेंगे।
प्रशिक्षण के दौरान डीएम द्वारा एस.एस. टीमों को इस बात की सख्त हिदायत दी गयी है कि कार्यकारी मजिस्ट्रेट की गैर मौजूदगी में कोई जॉच की कार्यवाही नहीं करेंगे। जॉच प्रक्रिया की वीडियोग्राफी के दौरान दिनांक, स्थान एवं टीम संख्या की पहचान के निशान के साथ तैयार किया गया वीडियो/सीसीटीवी का रिकार्ड अगले दिन रिटर्निंग आफिसर को उपलब्ध कराया जायेगा। इस प्रकार के रिकार्ड पूरी तरह से संरक्षित रखें जायेंगे ताकि आयोग द्वारा बाद में आवश्यकता पड़ने पर सत्यापन किया जा सके।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि जांच के दौरान यदि, अभ्यर्थी, उसके एजेंट, या पार्टी कार्यकर्ता को ले जाने वाले किसी वाहन में रू. 50,000/- से अधिक की नकदी पायी जाती है या वाहन में पोस्टर या निर्वाचन सामग्री या कोई ड्रग्स, शराब, हथियार अथवा रू. 10,000/- के मूल्य से अधिक की ऐसी उपहार वस्तुएं ले जाती हुई पायी जायेंगी, जिनका इस्तेमाल निर्वाचकों को प्रलोभन दिए जाने की संभावना हो या वाहन में कोई अन्य गैर-कानूनी वस्तुयें पायी जाती हैं तो वे जब्त किए जाने की शर्त के अधीन होंगी। जांच किये जाने और जब्ती के सम्पूर्ण घटनाक्रम को वीडियो/सीसीटीवी में दर्ज किया जाएगा जो रिटर्निंग अधिकारी को प्रतिदिन प्रस्तुत किया जाएगा।
यदि कोई स्टार प्रचारक अनन्य रूप से अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए 1 लाख रू. तक की नकदी ले जा रहा है, या कोई दलीय पदाधिकारी दल के कोषाध्यक्ष के उस प्रमाण-पत्र, जिसमें धनराशि और उसके अभिप्रेत उपयोग को उल्लेख किया गया हो, के साथ नकदी ले जा रहा हो तो स्थैतिक निगरानी दल में प्राधिकारीगण प्रमाण-पत्र की एक प्रति रख लेंगे और नकदी जब्त नहीं करेंगे। यदि वाहन में 10 लाख रूपये से अधिक की नकदी पाई जाती है और किसी अपराध से जुड़े होने या किसी अभ्यर्थी या अभिकर्ता या दलीय पदाधिकारी की सहलग्नता का कोई संदेह होता है तो स्थैतिक निगरानी दल नकदी जब्त नहीं करेगा, और आयकर कानूनों के अन्तर्गत आवश्यक कार्रवाई करने के लिए आयकर प्राधिकारी को सूचना दे देगा। प्रशिक्षण के दौरान टीम के सदस्यों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विकसित विभिन्न ऐपो को डालन लोड कराकर संचालन की जानकारी भी प्रदान की गयी।
श्री रंजन ने बताया कि जॉच के दौरान यदि किसी अपराध होने की कोई आशंका है तो कार्यकारी मेजस्ट्रेट की उपस्थिति में सी.आर.पी.सी. के प्रावधानों के अनुसार एसएसटी के प्रभारी पुलिस अधिकारी द्वारा नकदी या अन्य मदों की जब्ती की जाएगी। एस.एस.टी. के प्रभारी पुलिस अधिकारी द्वारा क्षेत्राधिकारी वाले न्यायालय में 24 घण्टे के भीतर शिकायत/एफआईआर दर्ज की जाएगी। सुझाव दिया गया कि उड़नदस्ते और स्थैतिक निगरानी दल सामान या वाहन की जांच करते समय विनम्र, मार्यादित एवं शिष्ट आचरण रखेंगे। किसी महिला द्वारा धारित पर्स की तब तक जांच नहीं की जाएगी जब तक कि वहां पर कोई महिला अधिकारी न हो। उन्होंने यह भी बताया कि जब्ती की कार्यवाही के बाद, जब्त की गई धनराशि न्यायालय द्वारा यथा-निर्दिष्ट तरीके से जमा की जाएगी और रू. 10 लाख से अधिक की नकदी की जब्ती की एक प्रति इस प्रयोजनार्थ परियोजित आयकर प्राधिकारी को भी अग्रेषित की जाएगी।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान वरिष्ठ कोषाधिकारी नरोत्तम शरण, प्रशिक्षु पीसीएस ज्योति चौरसिया, सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. जितेन्द्र कुमार, जिला प्रशिक्षण अधिकारी डॉ. सी.के. वर्मा, डीआईओ एनआईसी योगेश यादव सहित अन्य विषय विशेषज्ञों द्वारा ईएसएमएस सहित अन्य तकनीकी एवं व्यवहारिक जानकारी प्रदान की गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *