रेहरा बाजार (बलरामपुर) /विकासखंड रेहरा बाजार के रूधौली बुर्जुग ग्राम में सामुदायिक शौचालय में एक वर्ष से ताला लटक रहा है।भवन खण्डहर में तब्दील हो गया है । ग्रामीणों ने समस्या के निस्तारण की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि देखभाल के लिए मानदेय पर केयरटेकर की तैनाती है, फिर भी ताला लटक रहा है। ग्रामीण खुले में शौच जाने को मजबूर है । शासन की मंशा के अनुरूप खुले में शौच मुक्त करने के लिए पहले गांव में घर-घर निशुल्क शौचालय का निर्माण भी कराया गया। सामुदायिक शौचालय में ताला लगा होने के कारण ग्रामीण इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। सी बी सिह , कल्लू , राजू रीता , रीना व रमेश ने बताया कि
रेहरा ब्लॉक
क्षेत्र में जिम्मेदार अधिकारी खुले में शौच मुक्त अभियान को ठेंगा दिखा रहे हैं। ब्लॉक क्षेत्र के गांवो में कुल 92 शौचालयों का निर्माण करवाया गया है। इन शौचालयों में केयरटेकर के मानदेय के रूप में 592000 रुपए प्रतिमाह खर्च हो रहा है । अधिकारियों की उदासीनता के चलते लाखों रुपए खर्च होने के बाद ग्रामीणों को सामुदायिक शौचालयों का लाभ नहीं मिल पा रहा है ।खुले में शौच मुक्त अभियान को लेकर ब्लॉक में लाखों रुपए खर्च कर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया। शासन की मंशा थी कि सामुदायिक शौचालय बनने के बाद ग्रामीणों को खुले में शौच जाने से मुक्ति मिल जाएगी जिससे साफ सफाई के साथ-साथ ही लोगों को गंदगी से होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। इसी क्रम में ब्लाक क्षेत्र के 92 शौचालय बन गए शासन से सफाई कर्मचारी व रख रखाव के लिए प्रत्येक सामुदायिक शौचालय में ₹6000 प्रति माह के मानदेय पर केयरटेकर की तैनाती करने के साथ ही प्रत्येक सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था साबुन, निरमा, बाल्टी नैपकिन आदि के लिए ₹3000 हजार रुपए के तिमाही व्यय करती है इस प्रकार देखरेख व मानदेय के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाने के बाद भी सामुदायिक शौचालयों में ताले लटक रहे हैं जबकि ग्रामीण खुले में शौच जाने के लिए विवश है।
खण्ड विकास अधिकारी मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि जांच कर कारवाई की जायेगी ।