महराजगंज तराई (बलरामपुर)/ तराई क्षेत्र में लगातार हो रही आफत की बारिश से लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है।उधर बाढ़ प्रभावित गांव की निगरानी में प्रशासन जुट गया है।तराई क्षेत्र मे बीते कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही है।राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने के कारण बाढ़ आ गई है।जनपद के आधे से अधिक गांव बाढ़ से घिर गए हैं।
मूसलाधार बारिश से खरझार पहाड़ी नाले में भीषण बाढ़ आ गया । जिससे कई गांव जलमग्न है। रामगढ़ मैटहवा, शांति नगर विजयीडीह, लोनियनपुरवा जगरामपुरवा , लोहेपनिया, साहेब नगर,लहेरी सुगानगर, पूरेछीटन, अमरहवा, चिकनाउटा, साखीरेत,आदि गांव बाढ़ से प्रभावित है। तथा इन गांव का संपर्क मार्ग कट जाने से आवागमन प्रभावित हो गया है। साहेब नगर डिप पर 4 फीट से ऊपर पानी बहने से आवागमन पूरी तरीके से प्रभावित है । आज सुबह साहेब नगर डिप पर तेज बहाव में एक मोटरसाइकिल बह गया। मौजूद लोगों के मना करने के बाद भी मोटरसाइकिल चालक नहीं माना और पानी मोटरसाइकिल लेकर जाने लगा बीच में तेज बहाव के कारण मोटरसाइकिल बह गया। लेकिन चालक को मौजूद ग्रामीणों ने किसी तरह बचा लिया।रामगढ़ मैटहवा, विजयीडीह, शांतिनगर, साहेबनगर स्कूलों में पानी भर जाने से शिक्षण कार्य ठप है।रात से ही चल रही तेज हवा के कारण ललिया महराजगंज तराई मुख्य मार्ग पर लोहेपनिया के पास सड़क पर एक पेड़ गिर जाने से आवागमन काफ़ी देर तक बंद था।कई दिनों से हो रही बारिश के कारण तटबंध भी कई जगह क्षतिग्रस्त हो कर कटाने की कगार पर आ गया है।बाढ़ खंड विभाग अभी भी उस पर कोई ठोस काम नहीं कर रहा है। ग्रामीण ग्राम प्रधान रामगढ़ मैटहवा तुलाराम यादव ने बताया कि क्षतिग्रस्त तटबंध की स्थिति बहुत ही दयनीय हो चुकी है। इसी तरह से अगर बारिश होती रही तटबंध कट कर खत्म हो जाएगा। अगर तटबंध कट गया तो कई गांव बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे।उप जिला अधिकारी तुलसीपुर अभय कुमार सिंह व तहसीलदार तुलसीपुर प्रमेश कुमार खंड विकास अधिकारी तुलसीपुर राजीव मोहन त्रिपाठी, थाना प्रभारी महराजगंज तराई गिरिजेश कुमार तिवारी ने बाढ़ चौकी व बाढ़ प्रभावित गांव का निरीक्षण किया। उप जिलाधिकारी तुलसीपुर ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांव की निगरानी की जा रही है।उनके लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद की जाएगी।