उरई। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा स्वयं सहायता समूह के बैंक क्रेडिट लिंकेज के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु जनपद के समस्त बैंक प्रबंधकों का सूचना वित्त एवं वित्तीय समावेशन विषयक एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन विकास भवन के रानी लक्ष्मीबाई सभागार में आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि बैंकर्स उन्मुखीकरण कार्यशाला के माध्यम से उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संबंध में बैंकर्स को विस्तृत जानकारी दी जाए, जिससे स्वयं सहायता समूह के बचत खाता एवं बैंक क्रेडिट लिंकेज में बैंक प्रबंधकों का अपेक्षित सहयोग मिले एवं जनपद हेतु निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हो सके। इस कार्यशाला से ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्यरत जिला मिशन प्रबंधक, ब्लॉक मिशन प्रबंधक व बैंक सखी के मध्य सामंजस्य स्थापित होगा, जिससे स्वयं सहायता समूह के सदस्य को अधिक से अधिक आजीविका गतिविधियों से जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने बैंक प्रबंधकों को निर्देशित किया कि स्वयं सहायता समूह के एक भी आवेदन लंबित न रहे समय अनुसार सभी आवेदन का निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को अधिक से अधिक रोजगार प्रदान करने हेतु स्वयं सहायता समूह का अधिक से अधिक वित्त पोषण आवश्यक है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में अच्छा प्रयास किया जा रहा है, बैंकर्स के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि बैंक प्रबंधक संवेदनशील होकर आजीविका को मिशन मोड पर सरलीकरण कर लाभान्वित किया जाए। डीसीएनआरएलएम के स्वयं सहायता समूहों को खाता खुलवाने में कोई भी कठिनाई न होने पाए इसके लिए वीसी सखी का गठन किया गया है, वीसी सखी समन्वय स्थापित करते हुए पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न बैंकर्स में 682 आवेदन लंबित है जिस पर चिंतन और मनन करने की आवश्यकता है, स्वयं सहायता समूह को अधिक लाभ पहुंचाया जाए मिशन मोड में कार्य करें तभी समूह से समृद्धि की ओर होंगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शिवाकांत द्विवेदी, डीसीएनआरएलएम दिनेश कुमार यादव, एलडीएम, ट्रेनर वीसी सखी आदि सहित बैंक प्रबंधक मौजूद रहे।