अलीगढ छर्रा। सिद्धार्थ गौतम शिक्षण एवं संस्कृति समिति द्वारा संचालित डॉ बी आर अंबेडकर जन्म शताब्दी महाविद्यालय और श्री प्यारेलाल आदर्श इंटर कॉलेज धनसारी अलीगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ तथागत गौतम बुद्ध और डॉक्टर अंबेडकर के चित्र के समीप प्राचार्य और प्रधानाचार्य द्वारा दीप प्रज्वलित , पुष्प अर्पित करके बुद्ध वंदना के द्वारा किया गया । सर्वप्रथम डॉ दिनेश कुमार ने पृथ्वी के इतिहास के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि पृथ्वी सुरक्षित होगी तब ही हम सुरक्षित हैं। संगोष्ठी में प्रधानाचार्य श्री मेघसिंह ने कहा धरती माता तभी सुरक्षित है जब हम संकल्प लेने कि ऐसा कोई दूषित कार्य नहीं करेंगे जिससे पृथ्वी की ऊपरी सतह को नुकसान हो हमारे द्वारा दैनिक जीवन में किया जा रहे दुष्कर्मों के परिणाम स्वरूप पृथ्वी का वाटर लेवल काम हो रहा है। श्री हरि ओम मोहन ने कहा पृथ्वी पर हमें अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाकर उसे हरी भरी रखना चाहिए। शशि पाल सिंह ने पृथ्वी दिवस पर समस्त स्टाफ और छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा की मनुष्य को दैनिक जीवन में ज्यादा से ज्यादा ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे पृथ्वी सुरक्षित रहे। इस अवसर पर श्री मक्खन सिंह, राजवीर सिंह, नरेश कुमार, अजय पाल सिंह, लव कुश कुमार, बॉबी कुमार गौतम, कु इरहा, संजय कुमार ,मनोज कुमार गौतम इत्यादि ने अपने-अपने विचार रखें और पृथ्वी के संरक्षण के विषय में बात कही पर्यावरण के नाम पर जन आंदोलन खड़ा करके सरकारों पर दवाब बनाकर ऐसे नियम बनने चाहिए ताकि कि लोग पृथ्वी को नुकसान पहुंचाने से बचें । भय बना रहे ,यदि फिर भी कोई इंसान पृथ्वी को किसी प्रकार से नुकसान पहुंचाता है तो उसे दंडित करने की व्यवस्था हो तभी पृथ्वी सुरक्षित रह सकती है। छात्र-छात्राओं में कुमारी संगीता, महक, शीतल ,रूबी, अरुण कुमार ,गौतम कुमार, राहुल , गुंजन सपना निधि सलोनी शिवानी, हर्ष विशाल कृष्णा रोहित इत्यादि ने भाग लिया। संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य सत्य प्रकाश ने कहा आज प्रतिवर्ष पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है जगह-जगह जन जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं और पृथ्वी पर छाये संकट की जानकारी देने और उससे बचने के बारे में भी बताया जा रहा है। मानव समाज को आज संकल्प लेना चाहिए कि हम दैनिक जीवन में ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे पृथ्वी की किसी तरह से हानि हो पृथ्वी का संरक्षण करना उसे हरा-भरा रखना हम सब का कर्तव्य है इसलिए पृथ्वी के संरक्षण व इसकी हिफाजत के लिए हम सबको आगे आना चाहिए। संगोष्ठी का संचालन श्री राजवीर सिंह ने किया।