सादुल्लाहनगर (बलरामपुर )/लंगरे हुसैन में हजारों की संख्या में लोगों ने सामूहिक रूप से भोजन ग्रहण किया। जिक्र शहीद आजम कांफ्रेंस में कर्बला में इमाम हुसैन की शहादत को याद किया गया।
पूर्व प्रधान अली अहमद उर्फ मग्घू के संयोजन में सादुल्लाह नगर के अलाउददीनपुर में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भीलंगरे हुसैन का आयोजन हुआ जिसमें हजारों की संख्या में हिंदू मुसलमानों ने सामूहिक रूप से भोजन ग्रहण किया। लंगरे हुसैन में शाकाहारी भोजन सहित विभिन्न प्रकार के पकवान की व्यवस्था की गई।
लंगर के बाद आयोजित जिक्रे शहीदे आजम कांफ्रेंस में राजस्थान से आये मुफ्ती समीउल्लाह ने कहा कि मुहर्रम का महीना इस्लाम के इतिहास में बहुत फजीलत व बरकत वाला है , क्योकि इसी माह में पैगम्बर इस्लाम मुहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन परिवार सहित इस्लाम की खातिर शहीद हो गए । इमाम हुसैन की शहादत के बदौलत ही इस्लाम अपने सही रूप में हम तक पहुँचा। मौलाना मुहम्मद रफी नूरी, गुलाम अहमद रब्बानी ने भी कांफ्रेंस से सम्बोधित करते हुए इमाम हुसैन की शहादत पर रोशनी डाली। कलीम अशरफी, मुहम्मद आलम, अखलाक महबूबी, आदि ने नात,हम्द से श्रोताओ को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के संयोजक अली अहमद उर्फ मग्घू,फैयाज खान ने कांफ्रेंस व लंगर में आने आने वाले लोगों का फूल मालाओं से स्वागत किया व उपस्थित लोगों आभार व्यक्त किया।