जरवल/बहराइच। कैसरगंज लोकसभा सीट पर हौले-हौले साईकिल की रफ्तार तेज होने लगी है तो कमल की खुशबू चहूं ओर भी कम नहीं महक रही।बताते चले देश के हो रहे लोकसभा चुनाव मे कैसरगंज लोकसभा चुनाव पहले तो टिकट को लेकर चर्चा मे आया जिसमे भाजपा के सांसद बृजभूषण शरण सिंह का भाजपा ने टिकट काट कर श्री सिंह के छोटे बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया। जिसकी चर्चा थम भी नही पाई थी कि इस चर्चित ब्राह्मण बाहुल्य वाली सीट पर सपा ने भगत राम मिश्रा को उतार कर वोटरो को काफी चौका दिया। रही बात बसपा की तो उसने भी ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए नरेंद्र पाण्डे पर भरोसा जता कर उन्हे इस चर्चित सीट पर उतार दिया है। जिससे चुनाव बड़ा दिलचस्प होता जा रहा है। सपा बसपा की इस गणित मे भाजपा के लिए शुभ संकेत तो रहा लेकिन जो भाजपा को गैर भाजपाई दल हरा देगा का खेल भी शुरू चुका है।जिससे भाजपा के लिए शुभ संकेत नहीं है। जिससे धीरे-धीरे भाजपा और सपा की ओर कैसरगंज लोकसभा का वोटर इन्ही दोनो दलो की ओर निहार कर चमत्कार को नमस्कार कर गुल खिलाने के मूड मे होता जा रहा है। रही बात बसपा प्रत्याशी नरेंद्र पाण्डे की तो उनके हाथी की चाल पर लोग दबी जुबान से तमाम तरह के सवाल भी खड़े कर रहे है। वैसे आने वाले समय मे भाजपा सपा व बसपा के स्टार प्रचारक वोटरो पर कितना जादू चला पाते है फिलहाल भविष्य के गर्भ मे है। वैसे इस चर्चित लोकसभा कैसरगंज क्षेत्र के विधानसभा कैसरगंज के रहने वाले कौशल किशोर सिंह बताते है कि सांसद बृजभूषण शरण सिंह नेता जी राजनीति के मंजे खिलाड़ी है कब कैसे कहा पाशा फेंका जाए के माहिर भी है l उनके बेटे भाजपा के करन सिंह के कमल से किसी भी दल का मुकाबला नहीं है न तो साईकिल न तो हाथी से। परिणाम आने भर की देरी है देखना सरकार फिर भाजपा की बनेगी। तो दूसरी तरफ इसी विधानसभा के अनिल अवस्थी का कहना है कि ब्राह्मणों का भाजपा से मोंह भंग हो चुका है अब ब्राह्मण भी साइकिल पर सवार हो चुका है जिससे भाजपा की राह इतनी भी आसान नहीं है।सच पुंछो तो कैसरगंज लोकसभा सीट पर सीधा मुकाबला सपा और भाजपा के बीच होना तय है।लेकिन अभी तक इस लोकसभा मे वोटर स्टार प्रचारको की कमी भी महसूस कर रहे है।
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मतदाता खामोश प्रत्याशियों का जनसंपर्क तेज*
जरवल। मतदान की तिथि नजदीक आते ही कैसरगंज लोक सभा की पांचों विधानसभाओ में भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह सपा प्रत्याशी भगतराम मिश्रा व बसपा के नरेंद्र पाण्डे ने वोटरो से संपर्क तेज कर वोटरों को वादो की घुट्टी पिलाने लगे है।कोई प्रत्यासी जातीय झुनझुना बजा रहा है तो कोई धर्म की दुहाई।जिसका इस बार वोटरो की कसौटी पर कौन प्रत्याशी खरा उतर सकता है का चुपचाप खामोशी अख्तियार कर फिलहाल आंकलन ही कर रहा है।
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जरवल। इस लोकसभा मे भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह के साथ सेल्फी व तमाम दागदार नेताओ द्वारा फोटो खिंचवा कर वायरल करना जमीनी भाजपा कार्यकर्ताओं को नगवार भी गुजर रहा है जिससे यहां भाजपा प्रत्यासी श्री सिंह को नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।तो दूसरी तरफ कुछ नेता प्रत्याशी के साथ सेल्फी व फोटो खिंचवा कर ये संदेश दे रहे है कि हम ही प्रत्याशी के करीबी है। जिससे भाजपा का जमीनी कार्यकर्ता घुटन सा महसूस कर रहा है।यही नहीं ऐसे नेता संघटन से जुड़े नेता को प्रत्याशी से मिलने तक नही देते जिसकी टीस भाजपा कार्यकर्ताओं को कम नहीं है।