उतरौला (बलरामपुर)/इमाम हुसैन की चार साल की छोटी बेटी हज़रत सकीना और हज़रत अब्बास की याद में हाय सकीना हाय अब्बास की सदाओ के बीच अलम फातैहे फरात का जुलूस रात के अंधेरे में निकाला गया। कर्बला के प्यासे बच्चों की याद में निकल गए जुलूस में छोटे छोटे बच्चो मैं अपने हाथों में मशाल ले रखा था।
मोहल्ला रफी नगर में शनिवार को रात 10.30 बजे स्व० मीर शौकत साहब के इमामबाड़े में जुलूस की कदीमी मजलिस हुई जिसके बाद अलम हज़रत अब्बास बरामद हुआ जो कि नगर के मुख्य मार्गो से होकर अपने तय रुट गांधी पार्क, नेहरू क्रॉस, कस्बा पुलिस चौकी होकर मोहल्ला पटेल नगर के स्व० मीर तौकीर हुसैन के इमामबाड़े में रात्रि 3 बजे सम्पन्न हुआ। जुलूस में स्थानीय अंजुमन कमरे बनी हाशिम के नोहा खवानों अली हसन जाफर, मास्टर शारिब, मुसय्यब जाफरी, इफ्फू जाफरी, शहजादे जाफरी, अली जाफरी आदि ने मसायबी नोहे पेश किए जिस पर अंजुमन के सदस्यों राशिद हसन रज़ा, ओन मोहम्मद, कशान, अशकार, अशरफ, शारीफ, सलमान आब्दी, हानी जाफरी, शावेज़, अम्मार रिज़वी, समन हैदर, सैफ रिज़वी, अबुल रिज़वी, अली नवाज रिज़वी, मीसम रिज़वी, मोनिस रिज़वी, फूलमियां, तुफैल अली रिज़वी, काजिम मोहसिन रिज़वी, मोनू अशरफ रिज़वी, अल्लू आदि ने जम कर सीनाजनी की। जुलूस में मौलाना सिब्ते हैदर, मौलाना मोहम्मद अली, मौलाना फिदा हुसैन रिज़वी, अनीसुल हसन, माही मेंहदी एडवोकेट, ज़ीशान अब्दी, डॉ नेहाल, डॉ आरिफ, मीनू रिज़वी, फैसल इमाम, शीजान जाफरी, कमाल जाफरी, अन्नू जाफरी, आमिर जाफरी, नस्सन रिज़वी, अशीर रिज़वी, असलम रिज़वी, अली अब्बास रिज़वी, अली अब्बास जाफरी, अज़ीज़ रिज़वी, डॉ अलीनवाज, सैफ अली रिज़वी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे । सुरक्षा की दृष्टि से जुलूस के साथ-साथ पुलिस के जवान भी ड्यूटी पर नजर आए।