November 26, 2024

जहां आचार्य शंकर ने अपने प्रचलित सौंदर्य लहरी की रचना की थी।

वाराणसी वेद,स्मृति,और पुराणों के आश्रय स्थान शंकर भगवत्पाद के नाम से विख्यात आद्य भगवत्पाद...