भदोही। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में मंगलवार को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित किए जा रहे विशेष शिविर का पांचवा दिन सामाजिक समरसता और कौमी एकता दिवस के रूप में मनाया गया। दिवस का प्रारंभ योग अभ्यास, प्रार्थना, झंडा गीत आदि के साथ हुआ। कार्यक्रम अधिकारी डॉ रुस्तम अली तथा डॉ श्वेता सिंह के नेतृत्व में मौर्य और हरिजन बस्ती में जन जागरूकता रैली निकाली गई और घर-घर जाकर के स्वयंसेवकों ने पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी जाति प्रथा की बुराइयां और धर्म के नाम पर समाज के बंटवारे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया। स्वयंसेवकों ने नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किए। स्वयंसेवकों ने राघोपुर गांव की सड़कों और नालियों की सफाई भी की। बौद्धिक कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप में डॉ राजकुमार सिंह यादव, पूर्व कार्यक्रम अधिकारी और डॉ आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, प्रभारी, प्राणी विज्ञान विभाग उपस्थित हुए. डॉ राजकुमार सिंह यादव ने छात्रों को सामाजिक समरसता का पाठ पढ़ाया और उन्हें जाति और धर्म के नाम पर दूसरे व्यक्तियों से भेदभाव न सलाह दी। युवा वर्ग सामाजिक समस्याओं और सामाजिक संबंधों से दूर होता चला जा रहा है तथा एकाकीपन और मानसिक रोगों का शिकार हो रहा है। सामाजिक समरसता और मिलजुल कर रहने से कई समस्याओं का निराकरण होता है और हमारा देश सांस्कृतिक रूप से भिन्न होकर भी एक है। डॉ आशुतोष कुमार श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय सेवा योजना में प्राप्त अनुभव को बांटते हुए कहा कि युवा वर्ग को राष्ट्रीय सेवा योजना से प्राप्त ज्ञान जीवन भर का काम आता है. छात्रों को पढ़ाई का, कुछ नया कर समाज का भला करने का तथा अपने स्वास्थ्य को सही रखने का नशा करना चाहिए. तंबाकू, गुटका, बीड़ी, सिगरेट, शराब, अफीम, गांजा आदि नशों से दूर रहना चाहिए। रूबी चौहान, ममता यादव, नेहा, स्नेहा मौर्य, राम थापा, स्वाति साहू, तनु कनौजिया, मंतशा बानो, वैष्णवी, आंचल प्रजापति, मोहम्मद तकी, सुहानी, सोनम, रवि, खुशबू, लक्ष्मी, अंकिता आदि स्वयंसेवकों ने देश भक्ति गीत, सामाजिक समरसता गीत, नृत्य, नाटक व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. कार्यक्रम के दौरान पप्पू पाल, संजय गौड़, आशीष यादव आदि कर्मचारी गण की उपस्थित रहे।