सोनभद्र। महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ एनटीपीसी परिसर शक्तिनगर राष्ट्रीय सेवा योजना: इकाई प्रथम एवं तृतीय के तत्वावधान में संचालित सात-दिवसीय विशेष शिविर (दिन-रत) के सातवें और अंतिम गुरुवार को चिल्काडांड पंचायत भवन में समापन समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर श्रद्धानंद जी, पूर्व निदेशक महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ एनटीपीसी शक्तिनगर परिसर ने आनलाईन सहभाग किया। आपने स्वयंसेवकों से इन्सानियत धर्म को ग्रहण करने का आह्वान किया। आपने कहा कि, इन्सान के पास संस्कृति है जो जानवर के पास नहीं है, इसलिए इंसान भी पूजे जाते हैं। आपने खुद स्वयंसेवक होने पर गर्व जताया और सभी को ज्ञानार्थ विद्यापीठ में आने और सेवार्थ समाज में जाने का मंत्र बताया। इस क्रम में विशिष्ट वक्ता के रूप में डाॅ रामकिर्ती सिंह पूर्व कार्यक्रम अधिकारी, शक्तिनगर परिसर ने आनलाईन सहभाग में स्वयंसेवकों को ग्रामीण भारत के विकास के लिए कार्य करने पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ प्रदीप कुमार यादव, प्रभारी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ शक्तिनगर परिसर ने कहा कि, भारतीय गांवों में अभी स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन और बालिका सशक्तिकरण की समस्या चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। इसके निमित्त एनएसएस महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। आपने एनएसएस इकाई प्रथम और तृतीय द्वारा संचालित सात-दिवसीय विशेष शिविर (दिन-रत) के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सहभागी 100 स्वयंसेवकों को अनन्त शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम का संचालन कर रहें डाॅ विनोद कुमार पाण्डेय कार्यक्रम अधिकारी इकाई तृतीय ने अध्यक्ष के समक्ष सात-दिन में आयोजित गतिविघियों का एक लेखा-जोखा प्रस्तुत किया जिसे सभागार ने एक स्वर से स्वीकार कर लिया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों डाॅ अनील कुमार दूबे, डाॅ छोटेलाल प्रसाद, डॉ मनोज कुमार गौतम, डाॅ अविनाश कुमार दुबे, श्री अभिषेक कुमार, श्री सिद्धार्थ आनंद के प्रति डाॅ प्रभाकर लाल कार्यक्रम अधिकारी इकाई प्रथम ने धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ विनोद कुमार पाण्डेय ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के पश्चात हुआ। विशेष शिविर 15 मार्च 2024 से 21 मार्च 2024 तक पंचायत भवन चिल्काडांड ग्राम में 100 स्वयंसेवक और 02 कार्यक्रम अधिकारी डाॅ प्रभाकर लाल और डाॅ० विनोद कुमार पाण्डेय के निर्देशन में सम्पन्न हुआ। संदीप, अनीष, विनित, मनीष, शिवम, विनित, संध्या, पूजा, पूनम, नम्रता, सपना, अस्मिता, ग्रेसी, खुशी जयसवाल, कृष्णा का सराहनीय योगदान रहा।