उरई। एक तरफ आसमानी बारिश तो दूसरी तरफ उससे उत्पन्न जल भराव आम जनमानस के लिए अक्सर मुसीबत बनता है हालांकि इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन से कई दिशा निर्देश दिए जाते हैं लेकिन शायद यह निर्देश नगर पालिका के कानों तक नहीं पहुंचते। तभी तो नगर पालिका द्वारा समय रहते ना तो नालों की सफाई कराई जाती और न कूड़े मालवा से पटी पड़ी नालियों की सफाई होती है। अगर अगर ऐसा होता तो शायद ही किसी भी मोहल्ले में जलभराव जैसी समस्या हो पाती।
इसी क्रम में दिन गुरुवार को समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य लाखन सिंह कुशवाहा ने नगर पालिका की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए बताया कि उनके आवास से लगी हुई गलियों में भरा गंदा नालियों एवं बारिश के पानी से जलभराव की स्थिति बन गई। जिसकी वजह से मोहल्ले वासियों को पैदल चलने एवं अपने वाहनों को निकालने में समस्या हो रही है, साथ ही छोटे-छोटे स्कूली बच्चों को स्कूल जाने में एवं आवास के सामने बने मंदिर में भक्तों को पूजा अर्चना करने के लिए आने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसको लेकर उन्होंने वार्ड नंबर 30 सुशील नगर के मोहल्ले वासियों की समस्याओं को मीडिया के समक्ष रखा। साथ ही उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई बार नगर पालिका के जिम्मेदारों को कई बार अवगत कराया गया लेकिन आज तक उनकी समस्या का कोई भी निराकरण नहीं हुआ। वही उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय चौधरी एवं ईओ सहित सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा को भी इस समस्या के विषय में अवगत कराया गया लेकिन आज तक सिर्फ झूठे आश्वासन के अलावा न तो बंद पड़ी नालियों की सफाई की गई और न ही नाले की। साथ ही उन्होंने कहा कि जब अभी कम बारिश हुई है तब नगर की गलियों का यह हाल है और कहीं यदि अधिक बारिश हुई तो उस समय मोहल्ले वासियों को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा यह आज की स्थिति को ही देखकर समझ सकते हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिलाधिकारी को भी एक शिकायती पत्र दिया जाएगा और अगर वहां से भी समस्या का निस्तारण नहीं हुआ तो उक्त समस्या की शिकायत मुख्यमंत्री को भेजी जाएगी।