संवाददाता पुलिस और पब्लिक के बीच सामंजस्य बनाने और आपस में कोर्डिनेशन को और बेहतर बनाने को लेकर दिल्ली के हाई प्रोफाइल इलाका चितरंजन पार्क में RWA के साथ एक महत्वपूर्ण मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें डीसीपी साउथ अंकित चौहान ने लोगों से बात की और एक एक सवाल का जवाब देकर उन्हें संतुष्ट करने की कोशिश की। इसमें अलग-अलग रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी और इलाके के गणमान्य लोग मौजूद रहे। उन्होंने अलग-अलग मुद्दों पर पुलिस के सामने अपनी बात खुलकर रखी और बताया कि कैसे इसका समाधान किया जा सकता है।
डीसीपी ने बताया कि लगातार किसी न किसी जरिए से एसीपी और एसएचओ RWA के लोगों से मिलकर छोटे-छोटे समस्याओं को लेकर आपस में संपर्क में रहते हैं। उसे दूर करने का लगातार प्रयास भी करते रहते हैं। लेकिन उनके साथ सामूहिक रूप से बैठकर मीटिंग करने से और भी बहुत कुछ पता चलता है। पुलिस की कार्य प्रणाली को लेकर पब्लिक कितनी संतुष्ट है और क्या-क्या समस्याएं रह गई है। इसी को लेकर सीआर पार्क इलाके में मीटिंग का आयोजन किया गया था। उन्हें पुलिस की तरफ से अलग-अलग तरह की कई जानकारी उपलब्ध कराई गई कि कैसे वे स्ट्रीट क्राइम से और साइबर क्राइम से बचें और दूसरों को भी बचाने में जागरूक करें।
चितरंजन पार्क और ग्रेटर कैलाश कॉलोनी से आए हुए लोगों ने अपनी-अपनी बातें खुलकर पुलिस अधिकारियों के सामने रखी। समस्याओं को लेकर उनसे सुझाव लिया और आपसी तालमेल के साथ उसे दूर करने के लिए पुलिस से रिक्वेस्ट किया। पुलिस और पब्लिक मीटिंग में डीसीपी के पहुंचने पर लोगों ने पुलिस के इस प्रयास की प्रशंसा की। कहा इस तरह की मीटिंग होने से आपसी तालमेल और बेहतर बनता है।
ग्रेटर कैलाश निवासी भावना गुप्ता ने कहा कि लोग जागरुक भी होते हैं, सतर्क भी होते हैं। उससे कहीं ना कहीं क्राइम पर भी फर्क पड़ता है। क्योंकि लोग जागरूक होंगे तो चीटर के संपर्क में आने से बचेंगे। स्ट्रीट क्राइम से भी कुछ हद तक बचेंगे। इस तरह की मीटिंग होने चाहिए, जिससे रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और पुलिस के बीच बेहतर कोऑर्डिनेशन बना रहता है। मीटिंग के दौरान चितरंजन पार्क सब डिवीजन की एसीपी नीरज टोकस, एसएचओ योगेश्वर और इंस्पेक्टर सर्वेश सहित कई पुलिसकर्मी और स्थानीय लोग भी मौजूद रहे। नवीन निश्चल