गाज़ीपुर। उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति की वर्चुअल बैठक कैम्प कार्यालय शिवपूजन नगर कालोनी में संपन्न हुई।
बैठक में चेयरमैन डॉ. उमेश शर्मा के हवाले से बताया गया कि समिति से पूर्व में निष्कासित कुछ पदाधिकारी शासन, प्रशासन व आमजन को समिति के नाम पर भ्रमित कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जा रही है। अपने सम्बोधन में पूर्व प्रांतीय सचिव श्रीमती माला श्रीवास्तव ने कहा कि वर्ष 1995 से ही समिति के निष्कासित भूमाफिया कार्यशैली के लोग,कभी खुद को स्वयम्भू चेयरमैन तो कभी सचिव बताते रहे हैं। ऐसे लोग मुकदमा लड़ने की बात कहते हुए न्यायालय के आदेशों के विरुद्ध अनर्गल प्रलाप करते हुए समिति की छवि धुमिल कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि समिति के चेयरमैन द्वारा नवीन कार्यकरिणी के गठन हेतु प्रदेश की समस्त कार्यकारिणी को फरवरी 2024 से ही भंग है और नयी कार्यकारिणी के मनोनयन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। ऐसे में कुछ तथाकथित लोग अपने को समिति का पदाधिकारी / जेल पर्यवेक्षक बताकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जो लोगों को गुमराह करके अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं। ऐसे लोगों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई हेतु जिला के प्रशासनिक / जेल अधिकारियों को सूचित किया गया है।बैठक में मयंक सिंह, डॉ ए के राय,आशीष सिंह, चंदन प्रजापति, प्रकाश गुप्ता, प्रदीप सिंह, कमलेश कुमार,विजय प्रताप सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।