महराजगंज तराई (बलरामपुर )/विकास खंड तुलसीपुर के अंतर्गत 13 ग्राम पंचायत में स्थाई व अस्थाई पशु आश्रय स्थल संचालित किया जा रहा हैं।जिसमे तीन माह से भुगतान न होने से गौशालाओं की स्थिति बहुत ही दयनीय दिखाई पड़ रही है। पशुओं के चारे के लिए लगभग 56 लाख 52 हजार रुपए का भुगतान नहीं हुआ है। जिससे पशु आश्रय स्थल में संरक्षित1256 पशु पर चारे का संकट गहरा गया हैं। चारे के लिए प्रति दिन 50 रुपए के दर से भुगतान किया जा रहा हैं। और वो भी भुगतान तीन महीने से नहीं हुआ हैं।जिससे इन पशु आश्रय स्थल की जिम्मेदारी संबंधित सचिव व प्रधान संभाल रहे हैं।केयरटेकर भी रखे गए हैं। पशु आश्रय स्थल पर संरक्षित गोवंशों की सेवा सरकार की पहली प्राथमिकता है। लेकिन तीन माह से बजट न मिलने से पशु आश्रय स्थल प्रधान व सचिव उधारी के चोकर व भूसे से उनके पेट भरने की बात कह रहे हैं।कई पशु आश्रय स्थल पर अतिरिक्त भंडार भूसा से खाली हो चुके हैं जैसे तैसे हर रोज गोवंशों के लिए हरे चारे का बंदोबस्त हो रहा है। जिन में अभी तक पैसा नहीं आया है उनमें कनहरा 179 पशु परसिया गौरी में पशु संख्या 44 , लालनगर में 65 गुलरिहा हिसामपुर पुर 109 महादेव गोसाई,89, जयनगरा 75, परसपुर करोंदा 310, विशुनपुर खैरहानिया 55,चौहतर कला 75, मुडिला 65, ओड़ाझार 45, भाँगहा कला 56 मैनहवा मे 89 शामिल हैं। बिना भुगतान के मवेशियों के लिए व्यवस्था करना जिम्मेदारों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा हैं।इनमें कुछ पशु आश्रय स्थल ऐसे हैं जिनको देखने से ऐसा लगता है कि यहाँ कोई पशु नहीं रह रहे हैं। ग्राम प्रधान ने बताया कि पशुएं सब चरने गई हैं।शासन स्तर से चल रहे पशु आश्रय स्थल सिर्फ कागजों पर ही दिखाई दे रहा है। पशु चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर श्याम नगीना ने बताया कि फाइल उच्च अधिकारियों के पास भेज दी गई हैं। जल्द ही धनराशि मिलने की संभावना है।