पयागीपुर को मॉडल चौराहा बनाने के लिए सांसद ने एनएचएआई अध्यक्ष को लिखा पत्र...
माइक्रोफाइनेंस आर्थिक समृद्धि का वाहक:डीएम देवरिया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत जनपद के ग्रामीण...
संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित की गयी...
ज्ञानपुर थाना की पुलिस ने दो और ठग को कर लिया गिरफ्तार भदोही। कूटरचित...
प्लास्टिक बैग फ्री दिवस पर नगर पालिका परिषद मऊ ने चलाया जागरुक अभियान अंतरराष्ट्रीय...
आई०टी०आई० परिसर भोगनीपुर में 11 जुलाई को आयोजित होगा अप्रेंटिस एवं रोजगार मेला कानपुर...
जिलाधिकारी ने की औचक निरीक्षण बारह अनुपस्थित कर्मचारी रोका वेतन जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने...
नरही कारो मार्ग पर मिली नवजात महिला ने ली गोद जिले के चितबड़ा गांव...
बिजली लाइन डलवा रहे सुपरवाइजर को पीटा इटावा : आरडीएसएस योजना के अंतर्गत कार्य करा रहे सुपरवाइजर और कर्मचारियों के साथ लोकासई गांव में शनिवार की रात मारपीट और छीना झपटी की गई। आरोप है कि गांव के कुछ लोग बिजली चोरी करने के लिए बंच केबल डाले जाने का विरोध कर रहे थे। पीड़ित लोगों का घटना के करीब 24 घंटे बाद जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। घटना फ्रेंड्स कालोनी थाना क्षेत्र के ग्राम लोकासई की है। यहां चौबिया थाना क्षेत्र के ग्राम नवलपुरा चौपला निवासी विजय कुमार पुत्र सत्यवीर बतौर श्रीकृष्णा इंटरप्राइजेज फर्म के सुपरवाइजर के रूप में कर्मचारियों से बिजली के खंभों से खुले तारो से हो रही आपूर्ति को हटा कर प्लास्टिक युक्त तारों को लगवा रहे थे। उनका आरोप है कि गांव के कुछ लोगों ने कार्य कर रहे कर्मचारियों के साथ उनसे भी मारपीट कर दी। मारपीट के दौरान एक सोने की चेन, एल्युमीनियम तार, एमसी बाक्स, केबल को जबरन छीनने का भी आरोप लगाया गया है। इसकी शिकायत उन्होंने उच्च अधिकारियों से की है। पीड़ित विजय कुमार ने घटना में लोकासई के मुकेश और संतोष के अलावा 10-15 अज्ञात लोगों को आरोपित किया है। पुलिस आरोपित लोगों की तलाश में दबिश दे रही है।
नेपाल सीमा पर 2451 करोड़ से बनेगी 400 किमी सड़क, परियोजना से यूपी के इन सात जिलों को मिलेगा लाभ लखनऊ: नेपाल सीमा पर 2451 करोड़ रुपये से 400 किलोमीटर सड़क का निर्माण करवाने का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग ने शासन को भेजा है। यह प्रस्ताव भारत-नेपाल सीमा मार्ग परियोजना के दूसरे चरण में सड़क के निर्माण के लिए भेजा गया है। पहले चरण में 217 किलोमीटर मार्ग बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है, सिर्फ 18 किलोमीटर का काम शेष है। अब इसे दूसरे चरण में पूरा किया जाएगा। इस परियोजना को वर्ष 2010 में सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दी गई थी। वर्ष 2014 में इस पर काम शुरू किया गया था। सीमा पर बनेगी 440 किमी सड़क उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में इस परियोजना के तहत भारत-नेपाल सीमा पर सात मीटर चौड़ी 1372 किलोमीटर सड़क तैयार की जानी है। इसमें उत्तर प्रदेश में 635 किलोमीटर, बिहार में 564 किलोमीटर और उत्तराखंड में 173 किलोमीटर सड़क का निर्माण शामिल है। 3853 करोड़ रुपये की परियोजना को वर्ष 2016 में दो चरणों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे बढ़ाकर दिसंबर 2023 कर दिया गया है। पहले चरण का काम पूरा करने पर 1700 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सड़कों के निर्माण का खर्च केंद्र सरकार को देना है, लेकिन जमीनों की अधिग्रहण का काम प्रदेश सरकार के हवाले है। यूपी के सात जिलों को मिलेगा लाभ परियोजना के पूरा होने के बाद उत्तर प्रदेश के सात जिलों पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर व महाराजगंज के लोगों को सीमावर्ती इलाकों में यातायात में काफी राहत मिल जाएगी। साथ ही नेपाल सीमा पर फौज की गश्त का मार्ग बन जाएगा।