September 19, 2024
जब स्किन केयर प्रोडक्ट्स की बात होती है तो उसमें रोज़ वाटर या नी गुलाब जल का नाम अवश्य लिया जाता है। अपनी स्किन को ठंडक पहुंचाने से लेकर उसे टोन व क्लीन करने के लिए भी गुलाब जल का इस्तेमाल किया जाता है। खासतौर से, गर्मी के दिनों में गुलाब जल  का इस्तेमाल करना स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है। अमूमन हम इसे स्किन पर ऐसे ही लगाते हैं या फिर किसी अन्य इंग्रीडिएंट के साथ इन्हें मिक्स करके अपनी स्किन पर अप्लाई करते हैं। हालांकि, ऐसे भी कई इंग्रीडिएंट होते हैं, जिनके साथ रोज वाटर को मिक्स नहीं करना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ इंग्रीडिएंट्स के बारे में बता रहे हैं, जिनके साथ आपको गुलाब जल मिक्स नहीं करना चाहिए- एसेंशियल ऑयल के साथ ना करें मिक्स गुलाब जल को एसेंशियल ऑयल के साथ मिक्स करना बिल्कुल भी अच्छा आइडिया नहीं माना जाता है। हो सकता है कि कुछ लोगों को ऐसा करने से समस्या ना हो। लेकिन अगर किसी को फ्रेगरेंस से एलर्जी है या फिर अस्थमा की समस्या है तो इससे उन्हें परेशानी हो सकती है। इसलिए, बेहतर होगा कि आप एसेंशियल ऑयल के साथ गुलाब जल को मिक्स करने की भूल ना करें। बेकिंग सोडा आज के समय में हम बेकिंग सोडा को भी अपने स्किन केयर रूटीन का हिस्सा बनाते हैं। लेकिन बेकिंग सोडा के साथ गुलाब जल को मिक्स करना बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता है। दरअसल, बेकिंग सोडा का पीएच स्तर लेवल काफी हाई होता है और जब इसे गुलाब जल के साथ मिक्स किया जाता है तो इससे आपकी स्किन कठोर और रूखी हो जाती है। जिसके कारण आपको स्किन में जलन या इरिटेशन की समस्या हो सकती है। नींबू का रस नींबू का रस बहुत अधिक एसिडिक होता है, जिसके कारण इसके इस्तेमाल से स्किन पर जलन की समस्या हो सकती है। इसके साथ जब गुलाब जल को मिक्स किया जाता है, तो इससे स्किन में सेंसेटिविटी से लेकर जलन आदि की समस्या हो सकती है। एक्सफोलिएंट के साथ ना करें मिक्स  कई बार हम एक्सफोलिएंट के साथ गुलाब जल को मिक्स करते हैं। जबकि हार्श एक्सफोलिएंट जैसे चीनी या नमक आदि को मिक्स नहीं करना चाहिए। ये आपकी स्किन में जलन और सूजन पैदा कर सकते हैं और कई तरह की अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकते हैं।
नोएडा ब्रेजा सवार युवक ने पहले पीछे से वैगनआर में टक्कर मारी, विरोध करने पर युवक को कार की बोनट पर करीब 300 मीटर तक घसीटते हुए ले गया। बुधवार रात इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसके बाद मामले की जांच पुलिस ने शुरू कर दी। देर रात पुलिस ने आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही ब्रेजा को भी कब्जे में ले लिया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के बारे में बताया प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गढ़ी चौखंडी के पास वैगनआर कार में एक युवक अपनी पत्नी और बच्चे के साथ जा रहा था। इस दौरान ब्रेजा कार चालक ने पीछे से वैगनआर में टक्कर मार दी। ब्रेजा में और भी युवक सवार थे। हादसे में वैगनआर में बैठे बच्चे को चोट आ गई। वैगनआर सवार युवक बाहर निकलकर ब्रेजा के बोनट के सामने खड़ा हो गया और विरोध करने लगा। घटना के बाद सड़क लगा लंबा जाम इस दौरान ब्रेजा चालक ने उसे टक्कर मारते हुए बोनट पर घसीटते हुए काफी तक दूर तक ले गया। इस घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई और सड़क पर जाम लग गया। इसी दौरान किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर
गाजियाबाद। महात्मा गांधी सभागार कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिला शुल्क नियामक समिति गाजियाबाद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अभिभावक ने दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनगर ज्यादा फीस लेने और सुविधाएं न देने का आरोप लगाया। जिस पर डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को डीपीएस राजनगर को नोटिस जारी करने और अभिभावक की शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए हैं।शिकायतकर्ता अभिभावक मनीषा ने बताया कि डीपीएस राजनगर में पिछले पांच सालों में अपना सारा पुराना स्टाफ, कर्मचारी, शिक्षक व प्रधानाचार्य बदल दिए गए हैं। विद्यालय अधिक फीस ले रहा है। शिकायतकर्ता के पाल्यों को होम वर्क, क्लास वर्क, पलानर र्सक्यूलर, टाईम-टेबिल अन्य आवश्यक सूचनाएं ईआरपी ऐप पर शेयर की जाती है। परन्तु शिकायतकर्ता के बच्चों का ऐप लोगिन नही किया गया है जिससे उन्हे पढ़ने के लिए कुछ भी ओपन नहीं हो रहा है। तीन अप्रैल से बच्चे लगातार स्कूल जा रहे हैं लेकिन विद्यार्थियों को अभी तक आईडी कार्ड और पीआईडी कार्ड नहीं दिया गया है। इसके साथ ही स्कूल के खिलाफ अन्य बिन्दुओं पर भी शिकायत की गयी। बैठक में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने निर्देशित किया कि वह विद्यालय के फीस विनियमन के लिए जरूरी दस्तावेज प्राप्त करने के लिए नोटिस जारी करें। विद्यालय से प्राप्त दस्तावेजों की समीक्षा चार्टर्ड अकाउन्टेंट से कराते हुए जिला शुल्क नियामक समिति को अवगत करायें। बैठक में राजेश कुमार श्रीवास जिला विद्यालय निरीक्षक, मंजित कौर वित्त लेखा अधिकारी बेसिक शिक्षा विभाग, राजा राम मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग, प्रदीप सहानी चार्टर्ड अकाउंटेंट, डीपीएस राजनगर स्कूल के प्रधानाचार्य एवं अभिभावक शिकायतकर्ता मौजूद रहे।
गाजियाबाद। सपनों की रेल पर गाजियाबाद के लोग छह महीने बाद भी सवार नहीं हो सके हैं। जनवरी में शुरू हुआ मुख्य ट्रायल जुलाई में भी चल रहा है। देश की पहली तेज रफ्तार रेल बिना सवारी ही पटरी पर सरपट दौड़ रही है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट काॅरपोरेशन ( एनसीआरटीसी )के अधिकारियों का कहना है कि यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है इसलिए जब तक वह लोकार्पण नहीं करेंगे तब तक लोगों के लिए रेल नहीं चलाई जाएगी। सबसे पहले प्राथमिक खंड में साहिबाबाद से दुहाई के बीच 17 किलोमीटर रैपिड लोगों के लिए चलाई जाएगी। इस खंड में सभी काम पूरे होने के बाद पिछले छह महीने से रेल को बिना सवारी दौड़ाया जा रहा है। इस खंड में पांच स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो हैं। ये स्टेशन तिरंगा लाइटों से जगमग हो रहे हैं। यात्री भी इस ट्रेन पर सवार होने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। 2025 तक दिल्ली से मेरठ तक संचालन का लक्ष्य 2018 में शुरू हुआ ड्रीम प्रोजेक्ट करीब 75 फीसदी पूरा हो चुका है। दिल्ली से मेरठ के बीच 25 स्टेशन बनाए गए हैं। मार्च 2023 में पहले चरण में दुहाई से साहिबाबाद के बीच रेल संचालन होना