October 2, 2023

गाजियाबाद। महंगाई से लाल हुए टमाटर ने सलाद का स्वाद बिगाड़ रहा। आम जनता की रसोई से लेकर होटल-ढाबों तक इसका असर पड़ा है। होटलों और ढाबा संचालकों ने सलाद से टमाटर हटा दिया है वहीं मोजोज की चटनी भी बिना टमाटर के तैयार की जा रही है। संचालक अब केवल खीरा और प्याज देकर काम चला रहे हैं।
छोले कुल्चे के शौकीन लोगों को पहले की तरह छोले में टमाटर का स्वाद नहीं मिल रहा। दिल्ली- मेरठ हाईवे पर सीकरी के पास नामी होटल के संचालक डब्बू ने बताया कि टमाटर पर बढ़ी महंगाई ने पूरा बजट बिगाड़ दिया है। दाल समेत तमाम सब्जियों में टमाटर जरूर डाला जाता है। इसके बगैर स्वाद नहीं आएगा तो ग्राहक की नाराजगी झेलनी पड़ेगी। पैसा बढ़ाने पर ग्राहक दूसरी जगह चला जाएगा। ऐसे में फिलहाल सलाद से टमाटर को हटाकर कुछ बोझ कम किया गया है।

गाजियाबाद बस अड्डे पर मोमोज बेचने वाले संदीप ने बताया कि ग्राहक ज्यादा पैसा देने को तैयार नहीं है। घटिया टमाटर भी 100 रुपये प्रतिकिलो से कम नहीं है। फिलहाल टमाटर की चटनी को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा दूसरा कारण यह भी है कि टमाटर अच्छा नहीं मिल रहा है। खराब टमाटर की चटनी बेचने की बजाय मना कर देना ही अच्छा है।
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कई सब्जी बिगाड़ रहीं बजट
आरडीसी में फूड कोर्ट चलाने वाले रविंद्र सिंह ने बताया कि पिछले साल सब्जियों के भाव इतने ज्यादा नहीं थे। टमाटर के अलावा गोभी, धनिया, अदरक पर सबसे ज्यादा महंगाई है। इसी वजह से मुनाफा कम हो गया है। हालांकि, पिछले पांच, छह दिन से सब्जियों के भाव में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान आवक प्रभावित होने से सब्जियों के भाव आसमान छूने लगे थे।

100 रुपये से ऊपर की सब्जियों के दाम
– टमाटर-100-120
– गोभी-120
– अदरक-320
-धनिया-120
– हरी मिर्च-110-120
– हरी मटर- 120
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100 रुपये से नीचे की सब्जियों के दाम
– अरबी-बैंगन, लौकी और तुरई-60 रुपये प्रतिकिलो
-प्याज-30 रुपये प्रतिकिलो
-खीरा-20 रुपये प्रतिकिलो
-सभी के भाव प्रति किलो में हैं
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प्रशासन ने बिकवाए 50 रुपये किलो टमाटर :
प्रशासन ने कलक्ट्रेट, आरडीसी, गोविंदपुरम समेत कई स्थानों पर खुले वाहन मे आवाज लगवाकर 50 रुपये प्रति किलो टमाटर बिकवाए। बुधवार को 3.52 क्विंटल टमाटर बिके। प्रति व्यक्ति एक किलो टमाटर दिया गया। कुछ लोगों ने एक किलो से ज्यादा टमाटर मांगे, लेकिन उनको निराशा हाथ लगी। नगर मजिस्ट्रेट शुभांगी शुक्ला ने बताया कि रोजाना अलग अलग जगहों पर टमाटर बिकवाए जाएंगे। प्रयास है कि सभी लोगों को समान रूप से इसका लाभ मिले।

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