नेहरू युवा केंद्र गाजियाबाद, युवा कार्यक्रम एवं मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान एवं उपनिदेशक श्री देवेंद्र कुमार के निर्देशन में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन मान्यवर काशीराम राजकीय महाविद्यालय नंदग्राम में किया गया । कार्यक्रम की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए श्री देवेंद्र कुमार ने बताया की राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जी की जयंती अर्थात 12 जनवरी को हर वर्ष मनाया जाता है। स्वामी जी का जन्म 12 जनवरी 1863 कोलकाता के कुलीन कायस्थ परिवार में हुआ था उनके बचपन का नाम नरेंद्र दत्त था इनके पिता कोलकाता हाई कोर्ट के एक प्रसिद्ध वकील थे तथा 4 जुलाई 1902 में इनकी मृत्यु हुई । स्वामी जी ने अपने इस 39 वर्ष छोटे से जीवन काल में जो काम कर गए , वह आने वाली अनेक शताब्दियों तक मार्गदर्शन करते रहेंगे । वे केवल संत ही नहीं एक महान देशभक्त, वक्ता, विचारक, लेखक, मानव प्रेमी और आध्यात्मिक गुरु थे। स्वामी जी ने 30 वर्ष की आयु में शिकागो अमेरिका के विश्व धर्म सम्मेलन में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व किया और उसे सार्वभौमिक पहचान दिलवाई। शिकागो का यह भाषण स्वामी विवेकानंद जी के नाम का पर्याय माना जाता हैं । उन्होंने सभी अमेरिकियों को “मेरे अमेरिकी बहनों और भाइयों” से संबोधित कर वहां उपस्थिति सभी का मन जीत लिया था। इस अवसर पर काशीराम विश्वविद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती संगीता गुप्ता ने बताया की जो कार्य विवेकानंद जी ने किए हैं वह हमारे युवाओं के लिए आदर्श हैं हमें उनसे सीख लेकर उनके आदर्शों और कार्यों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए ताकि युवा पीढ़ी भारत को विकसित भारत बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा सके । डा दीपक राय ने उनके विचार ” उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए ” को अपनाने के लिए सभी युवाओं को प्रेरित किया ।कार्यक्रम में प्रकाश तिवारी रोहन कुमार तालिब आदि बच्चों ने स्वामी विवेकानंद जी के जीवन काल और उनके द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला।अंत में सभी विजेताओं को सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में आईआईएमटी गौतम बुध नगर के डीन श्री अभिषेक शर्मा काशीराम महाविद्यालय से डॉक्टर दीपक राय, भगत सिंह मंसूर खान प्रोफेसर्स ने अपने विचार व्यक्त किए ।