भदोही। सोमवार को डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में नवाचार परिषद द्वारा नवाचार के क्षेत्र में सफलताएं प्राप्त कर चुके व्यक्तित्व डॉ राहुल सिंह सिंगापुर के जीवन, चुनौतियां और सफलताओं से ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को परिचय कराया गया और उन्हें नवाचार की दिशा में कार्य करने के लिए अभिप्रेरित किया गया। डॉ राहुल सिंह अंतरराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध नवाचार कर्ता हैं। कार्यक्रम का प्रारंभ करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर शाहिद परवेज ने नवाचार को जीवन में लाने के लिए गंभीरता से सुनने, देखने की आवश्यकता पर बल दिया। समस्या निराकरण के लिए प्रश्नों का होना अति आवश्यक है। नवाचार परिषद विचारों को मूर्त रूप प्रदान करते हुए नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है। भारत और उत्तर प्रदेश सरकार भी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चल रही है जिसका लाभ प्रत्येक विद्यार्थी को उठाना चाहिए। मुख्य वक्ता डॉ श्वेता सिंह ने दैनिक जीवन की उपभोग में आने वाली विभिन्न वस्तुओं के उदाहरणों और उनके बनने के पीछे की कहानी सुनते हुए विद्यार्थियों को अभिप्रेरित किया। किसी भी समस्या का निराकरण तभी किया जा सकता है जब उस समस्या से समानुभूति स्थापित हो, ना की सहानुभूति। नवाचार के लिए विचारों की प्रपत्रीकरण पर ध्यान देना चाहिए जिससे कि पंजीकरण एवं अन्य कानूनी समस्याएं उत्पन्न ना हो। कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ सुजीत कुमार सिंह और धन्यवाद ज्ञापन सह-संयोजक डॉ अमित तिवारी ने दिया। इस अवसर पर नवाचार परिषद के अध्यक्ष डॉ अनीश कुमार मिश्र, इनोवेशन एम्बेसडर डॉ रुस्तम अली, बृजेश कुमार, डॉ विनोद कुमार भारती, पूनम द्विवेदी, ऋत्विक रंजन सिंह, आदि प्राध्यापक गणों के साथ-साथ कर्मचारी श्री कुंवर रोहितेश, आशीष यादव, देवव्रत मिश्र, राजकुमार ने भी कार्यक्रम को सफल बनाने में महिती उनका निभाई।