फखरपुर/कैसरगंज/बहराइच l विगत एक जून से कैसरगंज थानान्तर्गत गण्डारा बाजार से लापता हुआ रहीश अहमद का अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है। उसकी मां खैरुल अपने बेटे की फोटो वह परिचय पत्र लेकर दर-दर भटक रही है। जो भी मिलता है उसे सिर्फ यही कहती रहती है कि मेरे बेटे को कहीं देखा है और यह कहकर वह फफक उठाती है। खैरुल निशा गंण्डारा की रहने वाली है। उसका बेटा रहीश अहमद जिसकी दिमाग की हालत ठीक नहीं है।विगत 1 जून से घर से लापता है।काफी खोजबीन के बाद भी उसका कहीं पता नहीं चल सका है। मां खैरुल ने गण्डारा चौकी थाना कैसरगंज, पुलिस अधीक्षक व मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी अपने गुमशुदा हुए बेटे की सूचना दी है। इसके बावजूद भी लगभग एक माह बीतने को है उसके बेटे का कहीं पता नहीं चल सका है। खैरुल बताती हैं कि उसका बेटा एक जून को घर के दरवाजे पर खड़ा था उसके बाद वह किधर गया कुछ पता नहीं चल सका। बाजार वालों से इस बारे में जब पूछा तो कुछ लोगों ने बताया कि वह गण्डारा बाजार से कैसरगंज जाने वाले मार्ग पर दिखा था। मां गांव दर-दर भटक रही है। वह अधिकारियों के चौखट पर भी अपने बेटे की फोटो लेकर अपने बेटे की जानकारी पाने के लिए भटक रही है। खैरुल बताती है कि एक महीने से अपने बेटे को ढूंढते ढूंढते उसके पैर में छाले निकल आए हैं। गण्डारा बाजार के कुछ लोग जरूर उसकी मदद में खड़े हुए हैं। जो उसे खाने पीने वह पैसे की भी मदद कर देते हैं। खैरुल के दो बेटे हैं एक बेटा बाहर कहीं कमाने गया है। यही बेटा उनके साथ रहता था जिसका कहीं कुछ पता नहीं चल सका है। खैरुल ने पुलिस अधीक्षक को भी प्रार्थना पत्र देकर अपने बेटे को ढूंढने की मांग की है।