वाराणसी/-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के चौबीस घंटे बाद शासन ने जिले में नए पुलिस कमिश्नर की तैनाती की है।पीएम मोदी की नाराजगी के चलते शासन ने एडीजी मुथा अशोक जैन को हटा दिया है।आईआईटी-बीएचयू दुष्कर्म कांड समेत कानून व्यवस्था में नाकामी के चलते सीपी पर गाज गिरी है।अशोक जैन को एडीजी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नत बोर्ड में जिम्मेदारी दी गई है।उन्हें वाराणसी में नवंबर 2022 में सीपी बनाया गया था।वहीं सीपी मुथा अशोक जैन के स्थानांतरण की जानकारी मिलने के साथ ही पुलिस महकमे में गहमागहमी शुरू हो गई है। उधर आईपीएस मोहित अग्रवाल वाराणसी के तीसरे पुलिस कमिश्नर होंगे।बरेली के फरीदपुर के निवासी एडीजी मोहित अग्रवाल 1997 बैच के आईपीएस अफसर हैं।2004 में उन्नाव और 2007 में कानपुर देहात में एसपी भी रह चूके है।एटीएस में तैनाती से पहले मोहित अग्रवाल की कानपुर रेंज में आईजी रहे हैं।4 जुलाई 2019 से लेकर दो साल तक आईजी रहे।बिकरू कांड के बाद हुए अभियुक्तों के साथ पुलिस की पहली मुठभेड़ में आईजी खुद शामिल रहे थे।वाराणसी में दूसरे पुलिस आयुक्त के तौर पर अशोक मुथा जैन को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद चार्ज मिला था।1995 बैच के आईपीएस वाराणसी में एसपी सिटी भी रहे थे हालांकि पुलिस आयुक्त नियुक्त होने से पहले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में वह डिप्टी डायरेक्टर जनरल थे।अभिनेता शाहरुख खान के बेटे व अभिनेता सुशांत राजपूत,रिया चक्रवर्ती ड्रग प्रकरण में काफी सुर्खियां बटोरीं थी।वाराणसी कमिश्नरेट के तत्कालीन सीपी का ट्रांसफर हो जाने के बाद वाराणसी पुलिस विभाग में हड़कम्प मच गया है,पुलिस कर्मियों में यह बातें होने लगी कि आखिरकार सीपी वाराणसी को किस कारण हटाया गया इसका कुछ पता नही चल सका लेकिन विश्वस्त सूत्रों की माने तो बीते दिनों आईआईटी-बीएचयू में हुए दुष्कर्म कांड में बरते गए लापरवाही को लेकर वाराणसी जनपद के कई विधायक व राजनेता सीपी से नाराज चल रहे थे पीएम व सीएम से किये गए शिकायत के बाद उन्हें हटाने की कार्यवाही की गयी है।