सोनभद्र। ओबरा थाना क्षेत्र अंतर्गत बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन में माफियाओं ने मानक को ताक पर रखकर शासन के मंसूबे पर पूरी तरह से पानी फेर दिया है। जो स्वयं के लिखित शर्तो के भी विपरीत है। बिल्ली मारकुंडी स्थित खनन क्षेत्रों में खनन कर्ता कृष्णा माइनिंग वर्क्स बिल्लीमारकुंडी रकवा 8.79 एकड़ व गंगा स्टोन रकवा 8.000 एकड़ में मानक को ताख पर रख कर धड़ल्ले से खनन कार्य बेरोकटोक जारी है। जबकि ऐसी स्थिति खनन क्षेत्रो की कभी नही थी। इस मामले को लेकर न तो जिला प्रशासन कोई कार्यवाही कर रहा है ना ही खनन विभाग संज्ञान में ले रहा है और ना ही कोई तहसील स्तर के अधिकारी। मजदूरों की मौत, मजदूरों की मजबूरी मायने नही रखती। खनन कार्य मानक के बिपरीत होने से अक्सर खनन क्षेत्रों में अप्रिय घटनाएं घटती रहती है। जिसके सम्बंध में नियमानुसार जिलाधिकारी व आला अधिकारी को अवगत कराना है। परन्तु किसी मौत की सूचना की चर्चा क्षेत्र में होने के बाद अफरातफरी में पीड़ित परिजनों को पैसे की लालच में फंसा दिया जाता है। मजबूर मजदूर आखिर कहां जाय। जबकि खनन स्वामियों द्वारा मजदूरों के हित में भी कोई कार्य नही किया जाता। जिन नियमों का पालन करना आवश्यक है, उन्ही की कीमत लगाने का कार्य मजदूरों के मौत के साथ करना आम बात बन गया है। ऐसी ही खनन में बिल्ली मारकुंडी के गंगा स्टोन की है, जहाँ पहले से बिल्लीमारकुंडी के टोला गजराज नगर के निवासियों के नाम था। जिसका कानूनी अड़चने डालने के बाद उसे खारिज करा कर ग्राम सभा मे तब्दील करा दिया गया और जिला प्रशासन के संज्ञान में डाल खनन कार्य का अवैध तरीके से संचालन जारी रहा। जबकि ग्राम सभा की भूमि पर अवैध खनन नियम विरुद्ध है।