भदोही। नगर के स्टेशन रोड जलालपुर स्थित मदरसा तकवा गर्ल्स इस्लामिक स्कूल में रविवार को फिकरे आख़ेरत कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। कांफ्रेंस का आगाज़ क़ुरआने हकिम की तिलावत से कारिया आफताब आएशा ने किया। उसके बाद शायरा रुखसाना बानो, मेहनाज फिरदौस, उरूज फातमा, जुवेरिया फातमा, कनीज़ फातमा, जीनत फातमा, मरियम फातमा आदि ने नाते शहे अबरार स.पढ़ी जहां उन्हें दादो तास्किन से नवाजा गया। मेम्बर नूर पे जलवाबार आलिमा इल्मा फिरदौस ने तक़वा व परहेजगारी पर रौशनी डालते हुए कहा कि तक़वा ही इंसान को दुनिया व आख़ेरत में सुकून दे सकता है। कहा जब तक इंसान तक़वा व परहेजगारी पर अमल करता रहा तब तक हर इंसान अपनी जिंदगी व अपने घर, अपने शहर, अपने समाज व मुल्क में सुकून महसूस कर रहा था। कहा आज भी इसकी ज़िंदा मिसाल है कि मुत्तक़ी बन्दों के कब्रो पर जाइये तो वहां से हमें सुकून और राहत मिलती है। इससे साफ समझ मे आता है कि अगर तक़वा वाला बन्दा कब्र में भी होता है तो वहां से वह सुकून बांट रहा है। कहा हमारे समाज में भी मर्द औरत तक़वा से मालामाल हो जाएं तो हर घर व हर मोहल्ले से अमन सुकून की खुशबू फैलेगी। आलमा इल्मा फिरदौस ने समाज के हर दर्दमंद दिल रखने वालो से कहा कि आइए तक़वा के बच्चियों का साथ दीजिए आप भी अपने बच्चियों को तक़वा भेजिए ताकि हम आप मिलकर पूरे मुआशरे को तक़वा के खुशबू से मोअत्तर कर पूरे समाज को अमन सुकून से जन्नत बना सकें। आलमा फरजाना बानो ने कहा अपने बच्चो को तालीम के सांचे में ढालो उनकी ज़िंदगी को तालीम के जेवर से आरास्ता करो। कहा बच्चियों के तालीम हासिल कर लेने से एक घर ही नही पूरा समाज रौशन होता है और आने वाली नस्लें तालीम याफ्ता होती है। कहा बच्चो की पहली दर्सगाह मां का आँचल होता है जो अदब तहजीब और तमद्दुन से सरफ़राज़ किया जाता है। इल्म ही एहतेरामे इंसानियत की जमानत है। और तालीम के जेवर से सजती है जिंदगी। वहीं आलिमा रहमत फातमा ने भी मां बाप के हुक़ूक़ पर रौशनी डाली। कहा बच्चो के लिए मां बाप ज़िन्दगी का अनमोल खजिना है उनके तरक्की के लिए हमेशा दुआ करते रहते है। कहा मैं बाप का फरमाबरदार बनो कामियाबी कदम चूमती हुई नजर आएगी। वहीं नमाज़ पाबंदी से अदा करने की ताकीद की गई। और कहा पाकीज़ा ज़िन्दगी के लिए तक़वा ज़रूरी है। कांफ्रेंस में 13 आलिमा व 24 कारिया को सनद व शाल दे कर इज़्ज़त बख्शी गई जो उनके लिए फख्र और दूसरों के लिए नज़ीर बनी।
इस अवसर पर मदरसे के चेयरमैन अब्दुल कादिर अंसारी कादिर बाबू ने कहा कि यह मदरसा नगर में दीनी व दुनियावी तालीम का गहवारा बना हुआ है। अब तक मदरसे से 42 आलिमा व 78 कारिया फारिग होकर दीन की खिदमत कर रही है। कहा आज फारिग हुईं बच्चियों में 13 आलिमा व 24 कारियों ने तक़वा गर्ल्स स्कूल का ही नही बल्कि पूरे समाज का सिर बुलंद किया जो काबिले फख्र की बात है। कहा बच्चियों के तालीम हासिल करने पर नस्लें सुधरती है इसलिए जितना बच्चो को तरजीह दे उससे कहीं ज्यादा बच्चियों के तालीम पर ध्यान देने की ज़रूरत है ताकि घर परिवार के साथ-साथ पूरे समाज को तालीम के रौशनी से आरास्ता किया जा सके।
उन्होंने कहा कि मदरसा तक़वा गर्ल्स इस्लामिक स्कूल 6 सौ बच्चियों को दीनी व दुनियावी उलूम से फैजियाब कर रहा है जो मान्यता प्राप्त भी है। मदरसे में हर जाति व धर्म के बच्चियों को तालीम की जेवर से सजाने व उनको स्वाबलंबी बनाने के लिए सिलाई, कढ़ाई, कम्पयूटर व कुकिंग की तालीम से छात्राओं की ज़िंदगी को संवारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चियां पढ़ने में तेज तर्रार है तो उन्हें सीबीएससी के लिए रिस्पांस करेंगे। दीनी व दुनियावी तालीम के लिए हर फर्द को बेदार करना ही मदरसा तक़वा गर्ल्स इस्लामिक स्कूल का मक़सद है। कांफ्रेंस में शहर सहित दूर दराज की ख्वातीने इस्लाम ने शिरकत कर अपने दिलो को मुनव्वर व मुजल्ला किया।