महराजगंज तराई (बलरामपुर ) बृहस्पतिवार की रात से तराई क्षेत्र में हो रही रुक रुक कर बारिश से जहां क्षेत्र के किसानों को राहत मिली है। वहीं पर बाढ़ प्रभावित गांव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कई एकड़ धान की फसल बाढ़ से प्रभावित हो गई है। तेज हवा के कारण गन्ने की फ़सल गिर गयी है। लगातार हो रही बारिश से शनिवार को सुबह 6 बजे पहाड़ी खरझार नाले में बाढ़ आ गया। जिससे तराई क्षेत्र के कई गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए है। नेपाल के पहाड़ों पर रात से हो रही बारिश के चलते पहाड़ी नाले में बाढ़ आ गया है। जलभराव से कई रास्तों पर आवागमन बाधित हो गया है। बाढ़ प्रभावित ग्रामीण ग्राम प्रधान तुलाराम, मो.उमर ,कुन्ने ,सलाम, शंकर यादव, विजय सिंह ने शासन-प्रशासन से राहत व बचाव कार्य शुरू कराने की मांग की है।खरझार पहाड़ी नाले में शनिवार सुबह आए बाढ़ से शांतिपुरवा, रामगढ़ मैटहवा, विजयीडीह सुगानगर औरहिया नंहुआपुर, राम स्वरूपुरवा , बनकटवा जगरामपुरवा सुगानगर पूरेछीटन अमरहवा, तिवारीडीह,लहेरी आदि गांव में बाढ़ का पानी भरा गया है। जिसके कारण क्षेत्र के करीब एक दर्जन रास्तों पर आवागमन प्रभावित हो गया है।रामगढ मैटहवा, विजयी डीह गाँव के विद्यालयों में पानी भर जाने से शिक्षण कार्य ठप है। स्कूल तक जाने वाले रास्ते में पानी भर जाने से अध्यापक व छात्र-छात्राएं विद्यालय नहीं पहुंच सकते हैं। साहेबनगर डीप पर 2 फिट पानी बह रहा है। उप जिलाधिकारी तुलसीपुर अभय सिंह ने बताया है कि बाढ़ क्षेत्र में लेखपाल को भेज कर निगरानी कराई जा रही है।