बुलंदशहर/छतारी:- थाना क्षेत्र में हरे भरे पेड़ों को वन माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से काटा जा रहा है। कुछ दिनों पहले छतारी क्षेत्र में सागौन के लगभग 90 पेड़ों को काट दिया गया था। कहीं ना कहीं विभाग की लापरवाही या नचीलेपन का नतीजा सामने इसलिए आ रहा हैं क्योंकि कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती हैं। इसलिए ही वन माफिया बेखौफ होकर हरे पेड़ों पर आरा चला रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार पेड़ों को काटने पर कितना भी रोक लगा लें लेकिन हरे पेड़ों के अवैध कटान पर लगाम नही लग पा रहा है आखिर किस की सह पर इतना बड़ा कटान कैसे हो रहा है वन माफिया आये दिन ऑक्सीजन देने वाले पेड़ों पर आरा चल रहा है। आम, जामुन, सागौन, शीशम जैसे पेड़ों को वन माफिया अपने निजी स्वार्थ तथा धन अर्जित करने के लिए इन पेड़ों पर आरा चलाने से बिल्कुल भी परहेज़ नही करते है। ऐसा ही एक मामला 29 मार्च को देखने को मिला जहां लगभग तीन जामुन के पेड़ों को काटा गया मौके पर पहुंची वन विभाग टीम ने पिकअप UP 13CT5113 लकड़ी सहित को अपने कब्जे में लेकर वैधानिक कार्यवाही की बात कही हैं। लेकिन डीएफओ विनीता सिंह ने जब से बुलंदशहर का चार्ज संभाला हैं तभी से वन माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए प्रति पेड़ पर कम से कम तीन हजार और पांच रुपए का जुर्माना और लकड़ी सहित वाहन मौके पर पकड़े जाने पर 80 से 90 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जानें के बाद से लकड़ी माफियाओं में खलबली मचा रखी हैं। लेकिन अरनिया रेंज में ऐसी कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिलती हैं। पूर्व में पहासू क्षेत्र के फजलपुर से नगला रंजीत जाने वाले रास्ते पर लगभग 18 जामुन काटी गई थी लेकिन विभाग ने जुर्माना करने की तो बात कहीं लेकिन यह स्पष्ट नहीं बताया कि कितना जुर्माना किया गया हैं। लेकिन सूत्रों के अनुसार 18 पेड़ों पर 25 हजार का जुर्माना वसूला गया हैं ऐसी जानकारी मिली थीं। अगर बुलंदशहर डीएफओ विनीता सिंह ने प्रति पेड़ पांच हजार जुर्माना वसूलने की बात कहीं गई थी तो 18 पेड़ों पर 25 हजार का जुर्माना क्यों यह एक विभाग के लिए सवाल खड़ा करता हैं कि आधार पर 18 पेड़ों पर 25 हजार का जुर्माना किया गया हैं। अब देखना यह है कि वन माफियाओं द्वारा छतारी में काटे गए जामुन के तीन पेड़ों पर जुर्माना होता हैं या पकड़ी गई गाड़ी पर जुर्माना या एफआईआर होती हैं। कस्बा छतारी के बैरमनगर रोड स्थित खेत में हरे जामुन के पेड़ों पर आरा चला दिया मुखबिर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने वन माफियाओं के दो व्यक्तियों को पकड़ लिया और थाने ले गए वन विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में हुई कार्यवाही के विषय में जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने इस संबंध में गोलमोल बात करते हुए बात को घुमा दिया। संतुष्टिपूर्ण जवाब नही दिया। ऐसे नचीलेपन से ही वन माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। इस मामले में किया कड़ी कार्रवाई की जायेगी या हल्का जुर्माना करके मामले को टाल दिया जाएगा। मामले की जानकारी बुलंदशहर डीएफओ विनीता सिंह से ली गई तो उन्होंने कहां क्षेत्रीय रेंजर से जानकारी लेने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी ।