भदोही। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के द्वारा विकसित 109 जैव संवर्धित तथा जलवायु समुत्थानशील प्रजातियों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में किया। इस अवसर पर रविवार को कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां में एक कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष ने नवोंन्मेषी प्रजातियों को किसानों को लगाने का आवाहन किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान उच्च गुणवत्ता के साथ-साथ पौष्टिक अनाज का उत्पादन कर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। यदि नए बीज तथा वैज्ञानिक बन की विधि का प्रयोग किया जाए तो 40 प्रतिशत अधिक गुणवत्ता युक्त उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। डॉ.रेखा सिंह गृह विज्ञान विशेषज्ञ ने मानव स्वास्थ्य पर पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए बायो फोर्टीफाइड प्रजाति की महत्ता पर प्रकाश डाला। डॉ.आरपी चौधरी ने नवीन विकसित उन्नतशील प्रजातियो के प्रयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया। केंद्र के मृदा विशेषज्ञ ताराचंद बैरवा ने मृदा के भौतिक और रासायनिक गुणों के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्राकृतिक खेती के तत्वों को खेती में समाहित करने की सलाह दी। डॉ.प्रभास चंद्र सिंह प्रक्षेत्र प्रबंधक ने फार्म पर लगी धान और सब्जी वाली फसल पर प्रकाश डाला। सर्वेश बरनवाल कृषि मौसम विशेषज्ञ ने जलवायु अनुकूल फसलों के साथ मौसम पूर्वानुमान के द्वारा फ़सल क्षेत्र में होने वाली हानि को रोकने के उपाय बताए।
इस मौके पर डीपी सिंह, पंकज सिंह, हुबलाल यादव, रामपति बिंद, माला, ममता देवी, किरण, बबिता सहित 50 पुरुष व महिला किसानों ने प्रतिभाग किया।