बलिया/ सिस्टम की आंखों के सामने कटान से तबाही सुरेमनपुर दियराचंल पर सरयू नदी की लहरे लगातार वार कर रही है दियराचंल के गोपाल नगर टाड़ी के साथ-साथ शिवाल मठिया गांव के सामने भी सरयू नदी का कटान लगातार जारी है आलम यह है कि यहां मल्लाह बस्ती से मात्र पांच मीटर दूरी पर सरयू नदी बह रही है एक-दो दिन और इसी तरह से कटान जारी रहा तो यहां भी लोगों के घर सरयू नदी के कटान में विलीन हो लगेगें उक्त गांव निवासी रामबाबू माल्लाह,गौतम मल्लाह पारस मल्लाह बब्बन मल्लाह दिनेश मल्लाह सहित एक दर्जन मल्लाह परिवारों का मकान बिल्कुल कटान के मुहाने पर है बावजूद इसके राहत और बचाव का कार्य यहां शून्य है मौके पर रोज लेखपाल मनोज यादव पहुंचते हैं और कटान तथा नदी की रिपोर्ट अपने अधिकारियों को भेज देते हैं दूसरी तरफ गोपाल नगर टाड़ी पर भी कटान जारी है गांव के मुखराम, शिवजी यादव बरमेश्वर यादव बाबूराम यादव अभिषेक यादव किसुन यादव भगवान यादव सहित करीब डेढ़ दर्जन लोगों का मकान कटान के मुंहाने पर है वहीं अब तक इस सीजन में 46 लोगों का आशियाना सरयू नदी में समा चुका है कटान को रोकने के लिए बाढ़ विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है जिससे तटवर्ती लोगों में जबरदस्त आक्रोश है लोगों का कहना है कि गोपाल नगर टाड़ी के बाद अब मकईया बाबा का टोला गोपाल नगर टावर सीत ब्रह्म बाबा के सामने कटान रुक-रुक कर हो रहा है वहां भी कटान रोकने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है कुल मिलाकर यहां के लोग पूरी तरह भगवान भरोसे हैं
सरयू नदी की धारा का वेग प्रचण्ड है फलस्वरुप चाई छपरा और अधिसिझुआ के दियारे में जहां उपजाऊ जमीन तेजी से सरयू नदी मे कट कर गिर रहा है वही बकुलहा व टोला फते राय गांव के सामने उपजाऊ जमीन सरयू नदी ने निगलना शुरू कर दिया है ऐसे में यहां की स्थिति पर भी प्रशासन को नजर रखनी चाहिए अभी तक यहां किसी भी सरकारी विभाग का कर्मचारी या अधिकारी मौका मुआयना के लिए नहीं पहुंचा है अब तक 23 कटान पीड़ितों को पक्का मकान गिरने पर गृह अनुदान के रूप में एक लाख बीस हजार रुपये प्रति मकान के दर से कुल सताईस लाख साठ हजार रुपए का भुगतान किया जा चुका है वही एक व्यक्ति का कच्चा मकान गिरा था उसे साठ हजार रुपये व एक व्यक्ति की झोपड़ी गिरी थी उसे आठ हजार रुयये का गृह अनुदान की सहायता दी गई है दो सौ लोगों को राहत कीट व तिरपाल उपलब्ध करा दिया गया है बाढ़ राहत केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों की चौकियां कार्यशील है वहां जाकर शरण लेने वाले कटान पीड़ितों को सारी सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध कराये जाने कि व्यवस्था है जिन अन्य लोगों का मकान कटान के कारण सरयू नदी में विलिन हुआ है उनसे भी खाता नंबर आधार कार्ड मांगा गया है उनके खाते में भी शीघ्र अनुदान प्रेषित की जाएगी साथ ही कटान रोकने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को पत्र भेजा गया है कि ऐसा कोई बड़ा प्रोजेक्ट बनाया जाए जिससे दियराचंल को बचाया जा सके फ्लड फाइटिंग से जरूरी कटान रोधी कार्य कराए जाने की व्यवस्था है