October 8, 2024

मंगोलपुरी इलाके में सनसनीखेज हत्या के प्रयास के मामले का खुलासा करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने 5 दिन बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें से दो दिल्ली पुलिस का घोषित बेड करेक्टर है। जिसके ऊपर मंगोलपुरी थाने में कई मामले दर्ज हैं। जिस शख्स पर जानलेवा हमला हुआ था, वह भी पुलिस का घोषित बीसी है। गिरफ्तार तीन में से दो आरोपी सगे भाई हैं। जबकि तीसरा उनका भतीजा है। पुलिस को पता चला कि यह हमला इलाके में बादशाहत बरकरार रखने के लिए की गई थी। एसीपी सेंट्रल रेंज पंकज अरोड़ा की देखरेख में इंस्पेक्टर गौरव चौधरी, सब इंस्पेक्टर ऋषि कुमार और महक सिंह की टीम ने इन तीन बदमाशों को गिरफ्तार करने में
कामयाबी पाई है। जिनकी पहचान आसमा, बलदेव और राज उर्फ गोल्डी के रूप में हुई है। यह तीनों 26 मार्च को मंगोलपुरी थाने में दर्ज 307 मामले में वांटेड थे।
एडिशनल कमिश्नर संजय भाटिया ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि बलदेव, आसमा और राज उर्फ गोल्डी यह तीनों ही मंगोलपुरी इलाके में रहते हैं। बलदेव 2004 में झगड़े के मामले में गिरफ्तार हुआ था और उसके बाद यह फिर अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात करने लगा। इसके ऊपर पहले से 12 मामले हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के चल रहे हैं। जबकि उसका भाई आसमा 2007 में पहली बार गिरफ्तार हुआ था। इसके ऊपर डकैती, लूट, हत्या के प्रयास और चोरी के 09 मामले चल रहे हैं।
जबकि इनका भतीजा स्क्रैप डीलर का काम करता है और यह अपने अंकल के साथ इलाके में वरदहस्त बनाने के लिए उनका साथ देता था। इन तीनों को मंगोलपुरी इंडस्ट्रियल एरिया के दुर्बल नाथ जी पार्क के पास से पकड़ा गया। इन्होंने 25 मार्च को सुमित कुमार के घर पर हमला किया था, उसकी हत्या करने के लिए। लेकिन एन वक्त पर सुमित का भाई मनु उर्फ मोहित ने शोर मचा दिया जिसकी वजह से ये तीनों वहां से भाग गए। जिसकी वजह से उसकी जान बच गई लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस से बचने के लिए इन लोगों ने बाहर छुपकर कुछ दिन रहने का प्लान बनाया। लेकिन पुलिस टीम को इसके बारे में जानकारी मिल गई तो यह तीनों दबोचे गए।

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