उरई। जनपद के 30 ग्रामीण तथा 6 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलो का आयोजन किया गया। जिनमें 40 चिकित्सको तथा 149 पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा चिकित्सीय कार्य किया गया। 726 पुरुषों तथा 598 महिलाओं सहित 1540 रोगियों का परीक्षण किया गया। जिसमें 216 बच्चों भी शामिल थे 40 आयुष्मान कार्ड बनाये गये व्यक्तियों का कोविड एंटीजन टेस्ट किया गया। 30 रोगियों का मलेरिया कार्ड द्वारा जांच तथा 10 रोगियों की हेपेटाइटिस की जांच की गयी 21 व्यक्तियों की आंखों का परीक्षण किया गया। 53 गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया 3 रोगियों को उपचार हेतु उच्च केन्द्रों पर संदर्भित कर एम्बुलेंस द्वारा भेजा गया। 91 बुखार के रोगी 243 लीवर संबंधी समस्याओं के 126 श्वसन सम्बन्धी समस्याओं 76 डायबिटीज के रोगी सबसे अधिक 276 त्वचा सम्बन्धी रोगों के रोगी 13 खून की कमी के तथा 65 उच्च रक्तचाप के के रोगी देखें तथा उनको उपचार प्रदान किया गया। सीएमओ डॉ एन डी शर्मा द्वारा UPHC उमरारखेड़ा में आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का निरीक्षण 2 बजे अपरांह किया। जहाँ डॉ अभिलाष एवं फार्मासिस्ट मानवेन्द्र सिंह सहित समस्त स्टाफ उपस्थित मिला। निरीक्षण के समय तक 75 रोगी एवं 16 गर्भवती महिलाओं का परीक्षण किया गया था और उपचार दिया गया था UPHC में जाँचों एवं दवाओं तथा अन्य व्यवस्थाओं पर सीएमओ ने प्रभारी चिकित्साधिकारी की सराहना की एवं अधिक से अधिक रोगियों को गुणवत्ता पूर्ण सेवायें डी प्रदान करने हेतु निर्देशित किया तथा 1.30 बजे अपरान्ह UPHC तुफैलपुरवा में आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य मेला का निरीक्षण किया। जिसमे निरीक्षण के दौरान डॉ विष्णु गोपाल अनुपस्थित मिले एवं फार्मासिस्ट प्रदीप सोनी स्टाफ नर्स शशि बघेल एवं अन्य कर्मी उपस्थित मिले। फार्मासिस्ट द्वारा कुल 8 रोगी देखे गये थे वहीं केंद्र अस्त व्यस्त हालत में था दवाए बिखरी पड़ी थी जिस सीएमओ ने नाराज़गी व्यक्त की एवं अनुपस्थित चिकित्सक का एक दिन का मानदेय रोकने के निर्देश दिये तथा केंद्र को व्यवस्थित करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया तथा न करने की स्थिति में समस्त स्टाफ का जुलाई माह का मानदेय आहारीत ना किए जाने के निर्देश दिये।