बलिया/ जहां एक तरफ बच्चों को बेहतर सुविधा देने के लिए प्राथमिक विद्यालयों पर सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वहीं कुछ प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं जिनके भवन जर्जर हो चुके हैं और बच्चे जान हथेली पर रखकर पढ़ने को मजबूर हैं जी हां बलिया जनपद के प्राथमिक विद्यालय मोहम्मदपुर शिक्षा क्षेत्र दुबहड का भवन भी जर्जर हो चुका है स्कूल की दीवारों में पड़ी दरारें न सिर्फ शिक्षकों को बल्कि बच्चों को भी डराती हैं प्राथमिक विद्यालय के सभी क्लासरूम की दीवारों पर दरारें साफ तौर पर दिखाई पड़ रही है तो वहीं छतों से पानी भी टपकता रहता है विद्यालय परिसर में रसोइयों के लिए अलग से किचन नहीं बनाया गया लिहाजा क्लासरूम में ही रसोईया खाना भी बनाती हैं विद्यालय के प्रिंसिपल का कहना है कि विद्यालय की जर्जर हालात और किचन सहित अन्य जरूरत के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह को कई बार पत्र लिखा गया यहां तक की उच्च अधिकारियों ने आकर जांच भी किया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई वहीं अन्य शिक्षकों का कहना है की विद्यालय भवन के जर्जर होने के कारण बच्चे स्कूल में कम आते हैं