वाराणसी संवत् २०८० विक्रमी चैत्र कृष्ण सप्तमी तदनुसार दिनाङ्क
31.3.2024
गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने व गोकशी बन्द कराने हेतु वृन्दावन से दिल्ली संसद भवन तक नंगे पाँव पदयात्रा कर अत्यन्त कठिन सङ्कल्प पूर्ण कर परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती ‘१००८’ आगामी दिनाङ्क 3 अप्रैल को सिलिगुडी, गोरखपुर की धर्मयात्रा कर काशी पधार रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि शङ्कराचार्य जी महाराज चैत्र नवरात्रि का अनुष्ठान काशी जी में सम्पन्न करेंगे। यह अनुष्ठान गोरक्षा यज्ञ के रूप में आयोजित किया जाएगा। इस अन्तराल में आयोजित होने वाले विविध धार्मिक अनुष्ठानों में वे सम्मिलित रहेंगे।
शङ्कराचार्य जी के दिव्य सान्निध्य में 108 कन्या पूजन,108 बटुक पूजन व 108 दम्पति पूजन का कार्यक्रम श्रीविद्यामठ में सम्पन्न होगा। साथ ही प्रतिदिन परमाराध्य शङ्कराचार्य जी महाराज भगवती राजराजेश्वरी त्रिपुरसुन्दरी देवी का विशेष पूजन सम्पन्न करेंगे।