नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सोमवार को जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स एनएसए बैठक के मौके पर वरिष्ठ चीनी राजनयिक यांग जिएची और रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव सहित अन्य लोगों से मुलाकात करेंगे। एनएसए स्तर की बैठक 22-24 अगस्त को शिखर सम्मेलन से पहले है, बैठक में संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तहनून बिन जायद अल नाहयान और सऊदी अरब के एनएसए मुसाद बिन मोहम्मद अल ऐबान जैसे विशेष आमंत्रित सदस्य भाग लेंगे। ब्रिक्स एनएसए बैठक का एजेंडा यूक्रेन युद्ध, इंडो-पैसिफिक, धार्मिक कट्टरपंथ और आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करना है। ब्रिक्स बैठक में अपने समकक्षों से मुलाकात के अलावा एनएसए डोभाल उनसे द्विपक्षीय मुलाकात भी करेंगे। मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में पीएलए में उनके और केंद्रीय विदेश मामलों के आयोग के पूर्व निदेशक यांग जिएची के बीच कई महत्वपूर्ण विचारों में आदान-प्रदान होगा। रूसी, यूएई और सऊदी अरब एनएसए से करेंगे मुलाकात एनएसए डोभाल अपने करीबी दोस्तों रूसी, यूएई और सऊदी अरब एनएसए से मुलाकात करेंगे और चल रहे यूक्रेन युद्ध और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। वह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दाहिने हाथ पेत्रुशेव को पूर्वी लद्दाख के साथ-साथ इंडो-पैसिफिक की स्थिति के बारे में भी जानकारी देंगे। ब्रिक्स एनएसए बैठक में अफगानिस्तान में राजनीतिक रूप से अस्थिर स्थिति और अफ-पाक क्षेत्र से उत्पन्न आतंकवाद पर इसके प्रभाव पर भी प्रमुखता से चर्चा होगी।
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आलोक रंजन, पहल टुडे मऊ में युवा कांग्रेस कमेटी के लोगों ने मणिपुर की...
नई दिल्ली हरियाणा के करनाल में आभूषण दुकान में लूटपाट के इरादे से 30 साल के युवक की पीठ में मारा गया पेशेवर चाकू यदि निकाल दिया जाता तो मरीज को बचाना मुश्किल हो जाता। विशेषज्ञ बताते हैं कि घटना के बाद उसे पहले दो स्थानीय अस्पतालों में ले जाया गया। वहां से रेफर होकर करीब आठ-नौ घंटे में एम्स के ट्रामा सेंटर पहुंचा। ऐसे में शरीर में घुसे चाकू के कारण शरीर से रक्त रिसाव काफी हद तक रुका रहा, यदि उसे निकाल दिया जाता तो तेजी से रक्त रिसाव हो जाता। चाकू पीठ में पांच से छह इंच तक अंदर चला गया था। यह महाधमनी (दिल की मुख्य धमनी जिससे पूरे शरीर में जाता है खून) से महज कुछ मिमी ऊपर रह गया। एम्स ट्रामा सेंटर के प्रमुख और आर्थोपेडिक सर्जरी के प्रोफेसर डा. कमरान...
नई दिल्ली राजधानी में हरियाली बढ़ाने व लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए शुरू किए गए वन महोत्सव में शनिवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल साथ-साथ दिखे। कार्यक्रम के दौरान वन्यजीव अभयारण्य में 5.5 लाख पौधे रोपे गए। महोत्सव में उपराज्यपाल मुख्यअतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने स्थल पर...
नई दिल्ली दक्षिण-पूर्व दिल्ली की अमर कॉलोनी स्थित संत नगर इलाके में पार्किंग विवाद को लेकर दो परिवारों के बीच झगड़े का एक वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में एक परिवार डंडे से दूसरे परिवार पर हमला करता दिख रहा है। इसमें परिवार की तीन महिलाएं झगड़े में शामिल दिखाई दे रही हैं। हमले में दूसरे परिवार की एक महिला समेत तीन लोग बुरी तरह...
नई दिल्ली दिल्ली में इंटरनेशनल ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (ITPO) कॉम्प्लेक्स का 26 जुलाई को उद्घाटन होगा। ITPO कॉम्प्लेक्स में G20 की बैठक होगी। प्रगति मैदान का ITPO कॉम्प्लेक्स नए रंग रूप के साथ रीडेवलप होकर तैयार है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 123 एकड़ में फैले प्रगति मैदान के...
नई दिल्ली दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मणिपुर पहुंच चुकी हैं। उन्होंने सीएम एन बिरेन सिंह से मिलने का समय मांगा है। इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि मणिपुर सरकार ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से मिलने के लिये राज्य की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी थी। इंफाल हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल कहती हैं,...
मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि देश में अब जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उन पर बुरी चीजों के मुकाबले कम से कम 40 गुना अधिक चर्चा हो रही है। वह उत्तरी मुंबई के कांदिवली उपनगर में सुवर्णा अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी उपस्थित रहे। भागवत ने कहा, ‘‘कई बार नकारात्मक चर्चा सुनने को मिलती है। लेकिन जब हम देशभर में जाते हैं और देखते हैं तो हमें पता चलता है कि भारत में जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उस पर बुरी चीजों के मुकाबले 40 गुना अधिक बात हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की नीतियों और सरकार में जिम्मेदार लोगों के काम के कारण आज देश का उत्कर्ष हो रहा है। चीजें सुचारू रूप से चल रही हैं क्योंकि कुछ लोग कुछ नहीं करते। अगर वे काम करेंगे तो दिक्कतें होंगी।’’ भागवत ने कहा कि लोगों में भारत को गौरव हासिल करते देखने की इच्छा 40 साल पहले की तुलना में आज अधिक प्रबल है। उन्होंने कहा, ‘‘इसे बढ़ना चाहिए। हम बढ़ रहे हैं लेकिन हम अभी तक उतने शक्तिशाली नहीं हैं।’’ आरएसएस प्रमुख ने कहा कि कुछ लोग हैं जो हमें बढ़ते हुए नहीं देखना चाहते। उन्होंने कहा, ‘‘आज के समाज में सिर्फ रोटी, कपड़ा और मकान ही नहीं, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य भी आवश्यक हो गए हैं।’’ भागवत ने कहा, ‘‘अच्छा या बुरा तय करने का पैमाना क्या है? कुछ ऐसा होता है जो दिखाई देता है और दूसरी ओर कुछ ऐसा होता है जो असल में होता है। कोई इसे ऐसे दिखा सकता है कि यह हो गया, भले ही वह न हुआ हो।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने मणिपुर के हालात की तुलना बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान से करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर रविवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर राज्य में सरकार ‘नाकाम’ हो गई है, जबकि केंद्र ‘स्वप्रेरित कोमा’ में चला गया है। भाजपा पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार में महिलाओं पर हुए अत्याचार के मामले उठा रही है और इन्हें लेकर विपक्ष की ‘चुप्पी’ पर सवाल खड़े कर रही है, जबकि विपक्ष इसे हिंसा प्रभावित मणिपुर की स्थिति पर बहस से बचने के लिए ध्यान भटकाने की भाजपा की रणनीति बता रहा है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पहाड़ी जिलों में रहते हैं। चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘चलिए मान लेते हैं कि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं। इससे मणिपुर में लगातार जारी हिंसा कैसे माफ हो सकती है?’’ पूर्व गृह मंत्री ने कहा, ‘‘क्या घाटी में कोई कुकी बचा है? क्या चुराचांदपुर और मणिपुर के अन्य पहाड़ी जिलों में कोई मेइती बचा है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि रिपोर्ट सच है, तो मणिपुर में जातीय सफाया लगभग पूरा हो चुका है।’’ चिदंबरम ने कहा कि वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन के अनुसार, मणिपुर में संवैधानिक सरकार का पतन हो गया है। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों की हुकूमत उनके घरों और दफ्तरों से आगे नहीं चलती। चिदंबरम ने कहा, ‘‘मणिपुर की स्थिति की तुलना बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान की स्थिति से कैसे की जा सकती है? केंद्र सरकार न केवल अक्षम और पक्षपातपूर्ण रही है, बल्कि जब वह घृणित तुलनाओं के पर्दे के पीछे छिपती है तो वह संवेदनहीन और क्रूर भी हो जाती है।’’ उन्होंने कहा कि यदि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है, तो राज्य सरकारों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश निश्चित रूप से दें, लेकिन इससे मणिपुर में हो रही बर्बरता को माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर की सरकार नाकाम हो गई है। भारत सरकार स्वप्रेरित कोमा में है।’’ मणिपुर में बुधवार को चार मई की एक घटना का वीडियो सामने आने के बाद देशभर में आक्रोश है। इस वीडियो में आदिवासी समुदाय की दो महिलाओं को विरोधी समुदाय के पुरुषों का एक समूह निर्वस्त्र कर घुमाता और उनका यौन उत्पीड़न करता नजर आ रहा है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को ‘तीसरी बार-मोदी सरकार’ का नारा दोहराते हुए कहा कि देश की जनता 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भ्रष्ट, परिवारवादी नेताओं के राजनीतिक भविष्य का फैसला पिछले दोलोकसभा चुनावों की तरह ही करेगी। मौर्य ने रविवार सुबह ट्वीट किया, “देश की जनता ने 2014 और 2019 में जिस तरह से सत्ता वियोग में विलाप करने वाले और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का विरोध करने वाले भ्रष्ट, परिवारवादी नेताओं के राजनीतिक भविष्य का फैसला किया था, वैसा ही वह 2024 में भी करने जा रही है।” मौर्य ने ‘तीसरी बार मोदी सरकार’ हैशटैग के साथ यह ट्वीट ऐसे समय में किया है, जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दल मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लगातार हमलावर हैं। इससे पहले मौर्य ने शनिवार शाम ट्वीट किया था, “विपक्षी गठबंधन 2024 नहीं, 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी करे। 2024 में जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार सरकार बनवाने का फैसला ले लिया है।