सादुल्लाहनगर(बलरामपुर )/दो दिनों से विद्युत आपूर्ति बाधित होने से अचलपुर चौधरी विद्युत उपकेंद्र के...
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महराजगंज तराई (बलरामपुर)/ नाले के पश्चिम छोर पर बने तटबंध के बगल गन्ने के...
अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने रविवार को कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था की...
नयी दिल्ली। रियल एस्टेट क्षेत्र की शीर्ष आठ कंपनियों पर शुद्ध कर्ज का बोझ वित्त वर्ष 2019-20 के लगभग 40,000 करोड़ रुपये से 43 प्रतिशत घटकर बीते वित्त वर्ष (2022-23) में 23,000 करोड़ रुपये रह गया है। रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी एनारॉक ने बताया कि घरों की भारी मांग से रियल एस्टेट कंपनियों पर कर्ज घटा है। एनारॉक के अनुसार, देशभर में घरों की भारी मांग ने प्रमुख बड़े और सूचीबद्ध डेवलपर अपना कर्ज कम कर सके हैं। एनारॉक ने आवासीय रियल एस्टेट में कार्यरत शीर्ष आठ कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन का विश्लेषण किया। इन कंपनियों में डीएलएफ, मैक्रोटेक डेवलपर्स (लोढ़ा ब्रांड), गोदरेज प्रॉपर्टीज, प्रेस्टीज एस्टेट प्रोजेक्ट्स, शोभा, ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, पूर्वांकर और महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स लिमिटेड हैं। शीर्ष आठ सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनियों पर शुद्ध कर्ज वित्त वर्ष 2019-20 में 40,500 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 2022-23 में घटकर लगभग 23,000 करोड़ रुपये रह गया है। इन आठ कंपनियों पर कर्ज की औसत लागत 2019-20 के 10.3 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में नौ प्रतिशत रह गई। वित्त वर्ष 2020-21 में ब्याज दर 9.05 प्रतिशत थी जबकि 2021-22 में कर्ज लागत 7.96 प्रतिशत थी। एनरॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, “सकल कर्ज में गिरावट बिक्री और राजस्व में बढ़ोतरी के कारण होनी ही थी।” उन्होंने कहा कि वितरकों की बिक्री कोविड-19 से पूर्व के स्तर को भी पार कर चुकी है और नई ऊंचाइयों की तरफ बढ़ रही है।
सभा में विपक्ष के उप नेता प्रमोद तिवारी के जन्मदिन पर रविवार को रामपुर...
गाजीपुर। स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर में स्नातक वाणिज्य में प्रवेश प्रारम्भ हो गया है। स्नातकोत्तर...
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देवरिया।पाकिस्तान चाहता है कि भाजपा हार जाए,चीन चाहता है कि भाजपा हारे,आर्म्स लॉबी चाहती...
ललितपुर- स्थानीय पुलिस लाइन्स सभागार में पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में तथा प्रतिसार निरीक्षक...
हरियाणा के सोनीपत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक बार फिर नया रूप देखने को मिला। रविवार को राहुल गांधी हरियाणा में ट्रैक्टर चलाते नजर आए। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से इसका एक वीडियो भी साझा किया है। जिसमें वह किसानों के साथ धान रोपते हुए भी नजर आ रहे हैं। बीते कुछ दिनों में राहुल अलग-अलग ढंग से आम लोगों के बीच जा रहे हैं। इसमें कभी वह ट्रक पर सवार होकर उनके ड्राइवरों से बातचीत करते नजर आए तो कभी किसानों के बीच खेतों में दिखे। वहीं छात्रों के बीच पहुंच जाते हैं तो कभी कॉलेज कैन्टीन में खाना खाते नजर आते हैं। राहुल गांधी ने वीडियो साझा करते हुए लिखा है कि ‘धान की रोपाई, मंजी पर रोटी- किसान हैं भारत की ताकत’। राहुल आगे लिखते हैं कि सोनीपत, हरियाणा में मेरी मुलाकात दो किसान भाइयों, संजय मलिक और तसबीर कुमार से हुई। वो बचपन के जिगरी दोस्त हैं, जो कई सालों से एक साथ किसानी कर रहे हैं। उनके साथ मिल कर खेतों में हाथ बटाया, धान बोया, ट्रैक्टर चलाया, और दिल खोल कर कई बातें हुईं’। किसानों से बातचीत का पूरा वीडियो भी किया साझा राहुल गांधी ने ट्विटर में किसानों से पूरी बातचीत का वीडियो लिंक भी साझा किया। यू-ट्यूब पर 11 मिनट 54 सेकेंड के उस वीडियो में राहुल गांधी किसानों से उनकी फसल को तैयार करने में आने वाली लागत और मौजूदा समय में सरकार की नीतिओं से हो रही परेशानियों पर बात करते नजर आए।