November 24, 2024

देश विदेश

मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि देश में अब जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उन पर बुरी चीजों के मुकाबले कम से कम 40 गुना अधिक चर्चा हो रही है। वह उत्तरी मुंबई के कांदिवली उपनगर में सुवर्णा अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी उपस्थित रहे। भागवत ने कहा, ‘‘कई बार नकारात्मक चर्चा सुनने को मिलती है। लेकिन जब हम देशभर में जाते हैं और देखते हैं तो हमें पता चलता है कि भारत में जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उस पर बुरी चीजों के मुकाबले 40 गुना अधिक बात हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की नीतियों और सरकार में जिम्मेदार लोगों के काम के कारण आज देश का उत्कर्ष हो रहा है। चीजें सुचारू रूप से चल रही हैं क्योंकि कुछ लोग कुछ नहीं करते। अगर वे काम करेंगे तो दिक्कतें होंगी।’’ भागवत ने कहा कि लोगों में भारत को गौरव हासिल करते देखने की इच्छा 40 साल पहले की तुलना में आज अधिक प्रबल है। उन्होंने कहा, ‘‘इसे बढ़ना चाहिए। हम बढ़ रहे हैं लेकिन हम अभी तक उतने शक्तिशाली नहीं हैं।’’ आरएसएस प्रमुख ने कहा कि कुछ लोग हैं जो हमें बढ़ते हुए नहीं देखना चाहते। उन्होंने कहा, ‘‘आज के समाज में सिर्फ रोटी, कपड़ा और मकान ही नहीं, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य भी आवश्यक हो गए हैं।’’ भागवत ने कहा, ‘‘अच्छा या बुरा तय करने का पैमाना क्या है? कुछ ऐसा होता है जो दिखाई देता है और दूसरी ओर कुछ ऐसा होता है जो असल में होता है। कोई इसे ऐसे दिखा सकता है कि यह हो गया, भले ही वह न हुआ हो।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने मणिपुर के हालात की तुलना बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान से करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर रविवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर राज्य में सरकार ‘नाकाम’ हो गई है, जबकि केंद्र ‘स्वप्रेरित कोमा’ में चला गया है। भाजपा पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार में महिलाओं पर हुए अत्याचार के मामले उठा रही है और इन्हें लेकर विपक्ष की ‘चुप्पी’ पर सवाल खड़े कर रही है, जबकि विपक्ष इसे हिंसा प्रभावित मणिपुर की स्थिति पर बहस से बचने के लिए ध्यान भटकाने की भाजपा की रणनीति बता रहा है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पहाड़ी जिलों में रहते हैं। चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘चलिए मान लेते हैं कि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं। इससे मणिपुर में लगातार जारी हिंसा कैसे माफ हो सकती है?’’ पूर्व गृह मंत्री ने कहा, ‘‘क्या घाटी में कोई कुकी बचा है? क्या चुराचांदपुर और मणिपुर के अन्य पहाड़ी जिलों में कोई मेइती बचा है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि रिपोर्ट सच है, तो मणिपुर में जातीय सफाया लगभग पूरा हो चुका है।’’ चिदंबरम ने कहा कि वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन के अनुसार, मणिपुर में संवैधानिक सरकार का पतन हो गया है। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों की हुकूमत उनके घरों और दफ्तरों से आगे नहीं चलती। चिदंबरम ने कहा, ‘‘मणिपुर की स्थिति की तुलना बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान की स्थिति से कैसे की जा सकती है? केंद्र सरकार न केवल अक्षम और पक्षपातपूर्ण रही है, बल्कि जब वह घृणित तुलनाओं के पर्दे के पीछे छिपती है तो वह संवेदनहीन और क्रूर भी हो जाती है।’’ उन्होंने कहा कि यदि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है, तो राज्य सरकारों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश निश्चित रूप से दें, लेकिन इससे मणिपुर में हो रही बर्बरता को माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर की सरकार नाकाम हो गई है। भारत सरकार स्वप्रेरित कोमा में है।’’ मणिपुर में बुधवार को चार मई की एक घटना का वीडियो सामने आने के बाद देशभर में आक्रोश है। इस वीडियो में आदिवासी समुदाय की दो महिलाओं को विरोधी समुदाय के पुरुषों का एक समूह निर्वस्त्र कर घुमाता और उनका यौन उत्पीड़न करता नजर आ रहा है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को ‘तीसरी बार-मोदी सरकार’ का नारा दोहराते हुए कहा कि देश की जनता 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भ्रष्ट, परिवारवादी नेताओं के राजनीतिक भविष्य का फैसला पिछले दोलोकसभा चुनावों की तरह ही करेगी। मौर्य ने रविवार सुबह ट्वीट किया, “देश की जनता ने 2014 और 2019 में जिस तरह से सत्ता वियोग में विलाप करने वाले और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का विरोध करने वाले भ्रष्ट, परिवारवादी नेताओं के राजनीतिक भविष्य का फैसला किया था, वैसा ही वह 2024 में भी करने जा रही है।” मौर्य ने ‘तीसरी बार मोदी सरकार’ हैशटैग के साथ यह ट्वीट ऐसे समय में किया है, जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दल मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लगातार हमलावर हैं। इससे पहले मौर्य ने शनिवार शाम ट्वीट किया था, “विपक्षी गठबंधन 2024 नहीं, 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी करे। 2024 में जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार सरकार बनवाने का फैसला ले लिया है।
गर्मियों की छुट्टियां स्कूलों में खत्म हो चुकी है। इसके बाद अब दिल्ली नगर निगम के सभी 12 जोनों के स्कूलों में मेगा पीटीएम का आयोजन हुआ है। इस पीटीएम में हिस्सा लेने के लिए पैरेंट्स में गजब का उत्साह देखने को मिला है। इस दौरान पैरेंट्स ने शिक्षकों से मिलकर बच्चों की पढ़ाई व उनकी ग्रोथ पर चर्चा की। इस दौरान शिक्षा मंत्री आतिशी और महापौर शैली ओबरॉय ने भी मेगा पीटीएम में हिस्सा लिया। उन्होंने भी पैरेंट्स व शिक्षकों से बातचीत की। इस मौके पर आतिशी ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षकों के साथ पैरेंट्स को भी काम करना होगा। दोनों के मिलकर लगाए गए एफर्ट्स की बदौलत ही छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सकेगा। डीडीए फ़्लैट्स कालकाजी व इंदिरा कल्याण विहार,ओखला के निगम स्कूल में पहुंची शिक्षा मंत्री आतिशी पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गारंटी को पूरा करते हुए जिस तरह उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट बनाया, उसी तरह एमसीडी स्कूलों को भी विश्वस्तरीय बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए माता-पिता को प्रतिदिन कुछ समय निकालकर बच्चों से बात करनी चाहिए। मेगा पीटीएम में अभिभावकों ने अपने बच्चों की पढ़ाई और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों से चर्चा की और कई अभिभावकों ने कहा, एमसीडी में पठन-पाठन का माहौल बेहतर हुआ है। मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा, बीजेपी ने अपने 15 साल के शासन में कभी भी अभिभावकों को अपने बच्चों के स्कूल आने का ऐसा मौका नहीं दिया, लेकिन अब सरकार एमसीडी में भी शिक्षा को महत्व दे रही है, हम अभिभावकों को बच्चों की शिक्षा में भागीदार बनाकर एमसीडी स्कूलों में शिक्षा क्रांति लाएंगे।
फर्रुखाबाद। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने रविवार को कहा कि मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने की घटना को लेकर हमें पूरे विश्व की उलाहना झेलनी पड़ रही है। अपनी पत्नी एवं पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद के साथ फर्रुखाबाद पहुंचे सलमान खुर्शीद ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने के बाद शहर के मनिहारी मोहल्ले में एक कार्यकर्ता के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मणिपुर को लेकर हमें पूरे विश्व की उलाहना झेलनी पड़ रही है। इस घटना को लोग भारत से जोड़कर देखने लगें तो देश की क्या छवि बनेगी। मैं दुनिया से कहना चाहता हूं कि भारत बुरा नहीं है, कुछ लोग बुरे हैं, जिन्हें सजा मिलनी चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि ऐसे लोगों को जरूर सजा मिलेगी।” खुर्शीद ने कहा, “कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने मणिपुर की दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा है कि वह मौन क्यों है? प्रधानमंत्री को इस घटना पर सीधा बयान देना चाहिए और जो भी फैसले हों, उसके बारे में बताना चाहिए। इसके साथ ही मणिपुर पर विस्तार से चर्चा होनी चाहिए।
नई दिल्ली। इंटरनेट पर जानकारियों को खोजने के लिए अलग-अलग सर्च इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। सर्च इंजन गूगल की ही बात करें तो इस इंजन का इस्तेमाल करोड़ों लोग करते हैं। इस सर्च इंजन को इंटरनेट पर जानकारियों के लिए दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल भी किया जाता है। गूगल पर इमेज के जरिए कैसे खोजें जानकारियां? गूगल पर यूजर के सर्च को आसान बनाने के लिए कंपनी जानकारियों को खोजने का एक आसान और मजेदार तरीका पेश करती है। गूगल के जरिए जानकारियों को टेक्स्ट ही नहीं इमेज के जरिए भी खोजा जा सकता है। इस आर्टिकल में इमेज के जरिए गूगल सर्च के बारे में ही जानकारी दे रहे हैं। कैसे करें गूगल इमेज सर्च गूगल पर इमेज को सर्च करने के लिए दो तरीके काम करते हैं- पहला तरीका गूगल पर किसी भी इमेज को सर्च करने के लिए सबसे पहले क्रोम के जरिए किसी इमेज को ओपन करना होगा। किसी एक इमेज को सेलेक्ट करने के बाद इसे माउस की मदद से होल्ड कर ड्रैग करना होगा। ड्रैग करने के साथ ही Drag An Image Here Or...
नई दिल्ली । शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी। इस महीने कई कंपनियों ने अपने तिमाही नतीजों का ऐलान किया है। इस नतीजों में भले ही कंपनी को ज्यादा मुनाफा ना हुआ हो पर कंपनी ने निवेशकों को डिविडेंड देने का एलान किया है। आइए, जानते हैं बाजार में कौन-सी कंपनी किस दिन एक्स-डिविडेंड पर ट्रेड करगी, साथ ही वह निवेशक को कितना लाभांश दे रही है। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने किया लाभांश का ऐलान मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट में 11 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इस तिमाही कंपनी का कुल मुनाफा अब 16,011 करोड़ रुपये रहा है। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी का प्रॉफिट 17,955 करोड़ रुपये था। कंपनी ने इस तिमाही 9 रुपये प्रति शेयर देने का ऐलान किया है। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी ने 8 रुपये प्रति शेयर और वित्त वर्ष 2021 में 7 रुपये प्रति शेयर का लाभांश दिया था। आपको बता दें कि 20 जुलाई को रिलायंस इंडस्ट्रीज का डी-मर्जर हुआ था। कंपनी ने अपने फाइनेंस कंपनी जियो फाइनेंशियल को खुद से अलग कर दिया है। निवेशक अब जियो फाइनेंशियल की लिस्टिंग के इंतजार कर रहे हैं। शुक्रवार को बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में गिरावट देखने को मिली थी। कंपनी के शेयर 2536.20 रुपये पर बंद हुए थे। वेदांता ने भी किया डिविडेंड का ऐलान वेदांता कंपनी ने भी अपने तिमाही नतीजों का ऐलान किया है। इस तिमाही भी कंपनी के नेट प्रॉफिट में कमी देखने को मिली है।इस तिमाही कंपनी का नेट प्रॉफिट 40.84 प्रतिशत घट गया है। अप्रैल से जून तक कंपनी का कुल मुनाफा केवल 3,308 करोड़ रुपये ही रहा है। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 5,592 करोड़ रुपये था। वेदांता ने निवेशकों के लिए डिविडेंड का ऐलान किया है। कंपनी प्रति शेयर पर 18.5 रुपये का डिविडेंड दे रही है। कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को बाजार में कंपनी के शेयर में गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के शेयर बाजार बंद होते समय  बीएसई पर 1.4 फीसदी गिर गए थे। वेदांता के शेयर 278.15 रुपये पर बंद हुआ था। 3M India Ltd भी दे रही है डिविडेंड  3M India...
नई दिल्ली । पीएम किसान योजना की 14वीं किस्त (PM Kisan Yojana 14th Installment)  आने में कुछ ही दिन का समय बचा हुआ है। इस योजना का लाभ डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए दिया जाता है। इस कारण से योजना का लाभ पाने के लिए पात्र किसानों को दस्तावेज को अपटेड रखना होता है। इसके बाद ही योजना का लाभ सरकार की ओर से दिया जाता है। E-KYC के बाद ही आएगी अलगी किस्त वे किसान जिन्होंने अभी तक ई-केवाईसी पूरी नहीं कराई है। उन्हें पीएम किसान योजना का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में पीएम किसान योजना की 14वीं किस्त का लाभ पाने के लिए ई–केवाईसी कराना जरूरी है। योजना के पात्र किसान पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर किसान कॉर्नर पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं। इसके साथ ही लाभार्थियों की सूची में अपना नाम देखना न भूलें, क्योंकि योजना का लाभ उन्हीं लोगों के मिलेगा, जिनका लाभार्थी सूची में नाम है। पीएम किसान योजना की 14वीं किस्त कब आएगी? सरकार की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक, पीएम किसान योजना की 14वीं किस्त 28 तारीख को किसानों के खाते में आएगी। इस दिन एक कार्यक्रम में पीएम मोदी स्वयं बटन दबाकर देशभर में मौजूद 8.5 करोड़ किसानों को दो-दो हजार रुपये ट्रांसफर करेंगे। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान शामिल होंगे। क्या है पीएम किसान योजना? (What is PM...
नई दिल्ली। वर्तमान दुनिया में जहां अधिकतर बच्चे मोबाइल और अन्य गैजेट्स की स्क्रीन के सामने अधिकाधिक समय बिता रहे हैं, पारंपरिक खिलौनों का आकर्षण अब भी बरकरार है। पुरस्कार विजेता मोदी टॉयज ने इस भावना को अपनाया है और मंत्र-गायन करने वाले मनमोहक खिलौनों और किताबों की एक आकर्षक श्रृंखला पेश की है। हिंदू देवी देवताओं को दर्शाते ये अनोखे खिलौने न केवल बच्चों के साथी के रूप में काम करते हैं, बल्कि कई मंत्र भी गाते हैं, जो बच्चों को एक सार्थक और शैक्षिक अनुभव प्रदान कर उन्हें प्राचीन परंपराओं से परिचित कराता है।मोदी टॉयज का उद्देश्य खेल तथा मनोरंजन के माध्यम से आस्था की समझ को बढ़ाना तथा हिंदू विरासत के साथ गहरा संबंध बनाना है। मनोरंजन और सांस्कृतिक महत्व का मेल मोदी टॉयज यह मानता है कि ऐसे खिलौने बनाना जरूरी हैं जो मनोरंजन के साथ-साथ सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक भी हों। मंत्रोच्चारण करने वाले ये खिलौने विभिन्न हिंदू देवी देवताओं को प्रदर्शित करते हैं, जिनमें श्री गणेश (बाधाओं को दूर करने वाले), हनुमान (शक्ति और सामर्थ्य के प्रतीक), देवी सरस्वती (बुद्धि और ज्ञान की देवी), और देवी दुर्गा (मातृत्व और सुरक्षा से जुड़ी) शामिल हैं। प्रत्येक खिलौना पांच मंत्र गाता है, जिससे बच्चों को खिलौनों के साथ सार्थक बातचीत करने की सुविधा मिलती है। प्रत्येक देवता से जुड़े मंत्र लोकप्रियता और सरलता के बीच संतुलन बनाते हुए बहुत सावधानी से चुने गए हैं, जिससे बच्चे आसानी से इन छंदों को सीख कर उन्हें अपनाएं। ये खिलौने विभिन्न पीढ़ियों के बीच एक पुल की तरह काम करते हैं जिसकी सहायता से इन मंत्रों में निहित ज्ञान और भक्ति आगे बढ़ सके। आशीर्वाद का उपहार: ग्राहक के अनुकूल विशेषताएं और भावनात्मक जुड़ाव इन सांस्कृतिक खिलौनों को अन्य खिलौनों से अलग करती है उनकी भावनात्मक जुड़ाव पैदा करने की क्षमता। मोदी टॉयज अपने ग्राहकों को ऐड-ऑन के रूप में एक ब्लूटूथ डिवाइस भी उपलब्ध कराता है, जिसे वह आसानी से किसी भी स्मार्ट डिवाइस के साथ जोड़कर अपनी पसंद के ऑडियो फाइल चला सकते हैं। उदाहरण के लिए, ग्राहक कोई भी आरती या संपूर्ण हनुमान चालीसा इसके द्वारा सुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त, मोदी टॉयज के किसी भी खिलौने को बच्चे के नाम के साथ व्यक्तिगत बनाया जा सकता है। यह सुविधा हर भाषा में उपल्ब्ध है। इस विषेशता के कारण प्रत्येक खिलौना एक विशेष उपहार बन जाता है। चाहे वह जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, रक्षा बंधन, दिवाली, गोदभराई, या जन्मदिन जैसा कोई भी अवसर हो, यह खिलौने प्यार, आशीर्वाद और विश्वास के उपहार हैं। प्रतीकात्मक खिलौनों की बढ़ती मांग मोदी टॉयज की चर्चा भारतीय सीमाओं से कहीं आगे तक फैली हुई है। कंपनी का उद्देश्य खिलौने बनाने से परे है। यह व्यक्तिगत और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। 38 देशों में 30,000 से भी अधिक घरों में मोदी टॉय्स के खिलौने और पुस्तकों का स्वागत किया गया है, जिससे यह तो साफ है कि वैश्विक स्तर पर प्रतीकात्मक खिलौनों की माँग दिन-ब-दिन बढ़ रही है। हिंदू विरासत से जुड़ाव को बढ़ावा अवनी मोदी सरकार और विरल मोदी की भाई-बहन की जोड़ी द्वारा स्थापित मोदी टॉयज की प्रेरणा उन्हें अपने बच्चों को हिंदू धर्म और विरासत के बारे में सिखाने की इच्छा से मिली। अवनी और विरल ने यह पहचाना की हिंदू धर्म के प्रति प्रेम को बढ़ावा देने के लिए आकर्षक और सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक खिलौनों की आवश्यकता है। हिंदू देवी देवताओं से संबंधित मंत्र और किताबें बनाकर, मोदी टॉयज ने मनोरंजन को शिक्षा और उपयोगिता से जोड़ा है। मशहूर हस्तियों ने की मंत्र–गायन करने वाले इन खिलौनों की सराहना मोदी टॉयज के खिलौनों ने ना केवल बच्चों बल्कि बड़ों का भी दिल जीत लिया है। मिंडी कलिंग, सोहा अली खान और नेहा धूपिया जैसी कई मशहूर हस्तियों ने इनकी तारीफ की है। चाहे वह एन.आई.सी.यू में नवजात शिशु हो या नर्सिंग होम में कोई बुज़ुर्ग हो, इन खिलौनों ने सभी उम्र के लोगों के दिलों में अपनी एक विशेष जगह बना ली है।