भदोही। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य चौधरी जयंत सिंह के निर्देश...
देश विदेश
अगौता.(बुलंदशहर) मंगलवार को स्थानीय पुलिस ने पोक्सो एक्ट एवं अपहरण के मामले में फरार...
बुलंदशहर.07.05.2023 को थाना औरंगाबाद क्षेत्र के ग्राम चरौरा मुस्तफाबाद निवासी एक 15 वर्षीय बालक...
बुलंदशहर.लखावटी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय आलमगीरपुर नैनसुख में शिक्षकों द्वारा किचन गार्डन के तहत...
आपने कुछ लोगों को उनकी कार या बाइक में खास तरह के बने हुए फ्यूल एडिटिव को डालते हुए देखा होगा। क्या सच में फ्यूल एडिटिव को बाइक या कार में उपयोग करने पर फायदा मिलता है या फिर इससे नुकसान भी होते हैं। इसकी पूरी जानकारी हम इस खबर में आपको दे रहे हैं। क्या होते हैं फ्यूल एडिटिव जिन लोगों को नहीं पता, उनको हम बता देते हैं कि फ्यूल एडिटिव क्या होते हैं। फ्यूल एडिटिव उन्हें कहा जाता है जिनमें ऑक्टेन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इनका मुख्य तौर पर उपयोग इंजन में कोरेजन और इंजेक्टर में मौजूद कचरे को हटाने के लिए किया जाता है। फ्यूल एडिटिव का मुख्य काम इंजन में कोरेजन और इंजेक्टर में कचरे को हटाना होता है। साथ ही इनका उपयोग करने पर पेट्रोल या डीजल के ऑक्टेन की रेटिंग भी बढ़ जाती है। यह इंजन को ज्यादा शक्ति देने के लिए हायर कंबशन रेशो उपयोग करने में मदद करते हैं। बाजार में कई तरह के फ्यूल एडिटिव मिलते हैं। इन्हें आसानी से किसी दुकान या पेट्रोल पंप से खरीदा जा सकता है। अगर इनकी कीमत की बात करें तो यह 100 रुपये से लेकर करीब एक हजार रुपये तक की कीमत पर मिलते हैं। इनका उपयोग हमेशा पेट्रोल या डीजल भरवाते समय किया जाता है। जब वाहन में पेट्रोल या डीजल डलवाया जाता है तो इन्हें भी उसी समय टैंक में डाला जाता है जिसके कारण यह पेट्रोल या डीजल के साथ मिल जाते हैं। इसके बाद वाहन चलाने पर यह पेट्रोल या डीजल के साथ इंजन तक फिल्टर से होते हुए पहुंच जाते हैं। जिसके बाद यह इंजेक्टर को धीरे-धीरे साफ करना शुरू कर देते हैं। साथ ही साथ यह इंजन के पिस्टन पर जमे खराब ऑयल और डिपॉजिशन को भी साफ करते हैं। जिससे वाहन की लाइफ बढ़ाने में मदद मिलती है। साथ में वाहन का एवरेज बढ़ता है और पिकअप में भी बढ़ोतरी महसूस होती है। इनके उपयोग के बाद कई मामलों में इंजन फ्लश करने से भी बचा जा सकता है। अगर किसी चीज के फायदे होते हैं तो उसके कुछ नुकसान भी होते हैं। इन्हें नई कार या बाइक में उपयोग नहीं करना चाहिए। कई बार ये पेट्रोल और डीजल के साथ जब इंजन तक जाते हैं तो फिल्टर की गंदगी को भी अपने साथ ले जाते हैं जिससे वाहन चलाने पर ज्यादा धुंआ भी निकलने लगता है। इसके अलावा फ्यूल एडिटिव इंजन के कॉर्बन पार्टिकल्स पर इतना ज्यादा असर करते हैं कि इंजेक्टर कुछ समय के बाद ज्यादा ईंधन को स्प्रे करने लग जाते हैं। ज्यादा उपयोग करने पर यह कभी-कभी पिस्टन की सुरक्षा लेयर को भी हटा देते हैं जिससे इंजन की लाइफ कम होने का खतरा भी हो जाता है। इनका उपयोग हमेशा तब करना चाहिए जब वाहन करीब एक लाख किलोमीटर या उससे ज्यादा चलाया जा चुका हो।
नई दिल्ली गोवा सरकार ने उबर इंडिया सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है और कंपनी पर राज्य में अवैध रूप से अपनी सेवाएं शुरू करने का आरोप लगाया है। उबर ने की थी शुरूआत जानकारी के मुताबिक पिछले हफ्ते की शुरुआत में, उबर की ओर से गोवा में सेवाओं की घोषणा की गई थी। जिसमें एयरपोर्ट से पिक-अप और ड्रॉप भी शामिल है। परिवहन मंत्री ने कही यह बात राज्य के परिवहन मंत्री मौविन गोडिन्हो ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि उनके विभाग ने बिना किसी अनुमति के पर्यटक राज्य में संचालन के लिए उबर के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि उनके विभाग ने पुलिस से ऐप-आधारित टैक्सी एग्रीगेटर के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। मंत्री मौविन गोडिन्हो ने कहा कि हमने पिछले हफ्ते साइबर अपराध सेल को एक ईमेल भेजा था लेकिन सोमवार को हमने साइबर अपराध सेल को एक औपचारिक पत्र दिया। मंत्री ने कहा कि सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि गोवा ऐप-आधारित टैक्सी एग्रीगेटर्स ओला और उबर को राज्य में परिचालन की अनुमति नहीं देगा। ट्रांसपोर्ट अधिकारी ने दी शिकायत असिस्टेंट डायरेक्टर ट्रांसपोर्ट फ्रांसिस्को वाज ने उबर के खिलाफ साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार, उबर स्थानीय सरकार से अनुमति लिए बिना राज्य में सवारी की पेशकश कर रहा है।
नई दिल्ली Triumph Motorcycles (ट्रायम्फ मोटरसाइकिल्स) ने वैश्विक बाजार में 2024 Speed Twin 900 (2024 स्पीड ट्विन 900) और Speed Twin 1200 (स्पीड ट्विन 1200) को पेश किया है। इन मोटरसाइकिलों के इस साल के आखिर में या अगले साल की शुरुआत में भारत आने की उम्मीद है। स्पीड ट्विन 900 और स्पीड ट्विन 1200 में नए कलर ऑप्शंस हैं लेकिन मैकेनिकल पार्ट्स या डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नए कलर ऑप्शंस स्पीड ट्विन 900 अब दो नए कलर ऑप्शंस में उपलब्ध है। यह कलर फैंटम ब्लैक के साथ कार्निवल रेड और कॉम्पिटिशन ग्रीन और फैंटम ब्लैक हैं। इन दो कलर ऑप्शंस के अलावा, मोटरसाइकिल को जेट ब्लैक पेंट योजना में भी बेचा जाएगा। इसके...
रेनो इंडिया ने सेल्स और सर्विस के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है जिसमें वह अपने शोरूम और सर्विस सुविधाओं का मोबाइल विस्तार ग्राहकों के दरवाजे तक पहुंचाएगी। ‘रेनो एक्सपीरियंस डेज’ अभियान के हिस्से के रूप में, यूरोपीय ब्रांड दो पहल शुरू कर रहा है – ‘शोरूम ऑन व्हील्स’ और ‘वर्कशॉप ऑन व्हील्स’। कंपनी का यह राष्ट्रव्यापी अभियान 26 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में 625 स्थानों को कवर करेगा। वाहन उद्योग जगत में पहली बार ऐसी कोई पहल हुई है। ‘शोरूम ऑन व्हील्स’ कार खरीदने के शोरूम के एक्सपीरियंस को सीधे ग्राहकों के दरवाजे तक ले जाएगी। यह उन्हें अपनी सुविधानुसार ब्रांड के लाइन-अप में लेटेस्ट वाहनों को खोजने और एक्सपीरियंस करने का मौका देगी। जबकि सेल्स कर्मी उनका मार्गदर्शन और मदद करेंगे। उन्हें ऑन-स्पॉट टेस्ट ड्राइव, बुकिंग और कार फाइनेंस ऑप्शन भी मिल सकते हैं। मोबाइल शोरूम में ब्रांड के कार मॉडलों के इंटरैक्टिव डिस्प्ले होंगे। इससे ग्राहकों को एक बड़ा एक्सपीरियंस मिलेगा, जिससे उन्हें लेटेस्ट इनोवेशन, सेफ्टी फीचर्स और नए जमाने की टेक्नोलॉजी के बारे में पता चलेगा। साथ-साथ वे अपनी पसंदीदा मॉडलों की टेस्ट ड्राइव कर सकेंगे। ‘वर्कशॉप ऑन व्हील्स’ पहल का मकसद कार ओनरशिप के एक्सपीरियंस को आसान बनाना है। यह ग्राहकों के दरवाजे पर रेनो वाहनों का रखरखाव और सर्विसिंग देगा। मोबाइल वर्कशॉप लेटेस्ट इक्यूपमेंट्स से लैस होगी और इसमें कुशल तकनीशियन मौजूद रहेंगे। यह पहल देश भर में पहले से मौजूद 530 रेनो टचप्वाइंट को और मजबूत बनाएगा। रेनो इंडिया के उपाध्यक्ष (सेल्स मार्केटिंग) सुधीर मल्होत्रा ने कहा, “हमारा लक्ष्य बाधाओं को तोड़ना और देश के हर कोने में ग्राहकों तक पहुंचना है, जिससे भारत के लोगों के साथ हमारा संबंध मजबूत हो सके।” रेनो इस समय भारत में तीन मॉडल पेश करती है – ट्राइबर, काइगर और क्विड। कंपनी की योजना 2025 तक यहां तीन नए मॉडल लॉन्च करने की है। जिसमें दो इंटरनल कंब्शन मॉडल और एक इलेक्ट्रिक वाहन शामिल है। तीन नए मॉडल पेश करने से अगले तीन वर्षों में इसका पोर्टफोलियो 6 मॉडलों तक पहुंच जाएगा।
सफर के दौरान सभी को कार में अच्छी क्वालिटी का म्यूजिक सुनना पसंद होता है। कई कारों में सामान्य तो कुछ में काफी बेहतर म्यूजिक सिस्टम दिया जाता है। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि किन कारों में कंपनियों की ओर से बेहतर म्यूजिक सिस्टम को ऑफर किया जाता है। मारुति सियाज मारुति की ओर से मिड साइज सेडान के तौर पर सियाज को ऑफर किया जाता है। इस कार में कंपनी की ओर से स्मार्ट प्ले इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया जाता है। इस कार में इंफोटेनमेंट सिस्टम के साथ ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, इनबिल्ट नेविगेशन सिस्टम, स्मार्ट फोन कनेक्टिविटी के लिए मिरर लिंक, वॉयस कमांड सिस्टम, चार स्पीकर, दो ट्विटर और यूएसबी कनेक्टिविटी जैसे फीचर्स मिलते हैं। फॉक्सवैगन वर्टुस जर्मन कार निर्माता फॉक्सवैगन वर्टुस भी बेहतरीन म्यूजिक सिस्टम के साथ ऑफर की जाती है। इसमें आठ स्पीकर के अलावा वायरलैस एप कनेक्ट, एपल कार प्ले, एंड्राइड ऑटो के साथ बड़ी स्क्रीन दी जाती है। स्कोडा स्लाविया स्कोडा की स्लाविया में भी अच्छा म्यूजिक सिस्टम दिया जाता है। इस कार में 17.7 सेमी और 20.32 सेमी की टचस्क्रीन के साथ ही एपल कार प्ले, एंड्राइड ऑटो, चार स्पीकर और चार ट्विटर को दिया जाता है। ह्यूंदै वर्ना ह्यूंदै की वर्ना भी इस सेगमेंट में बेहतरीन म्यूजिक सिस्टम के साथ आती है। इस कार में एपल कार प्ले, एंड्राइड ऑटो, स्पीकर और ट्विटर के साथ कई और फीचर दिए जाते हैं। इस कार के दो वैरिएंट्स में बोस का म्यूजिक सिस्टम भी ऑफर किया जाता है। जिससे कार में सफर के दौरान म्यूजिक सुनने का मजा दोगुना हो जाता है। होंडा सिटी होंडा की सिटी में भी कंपनी की ओर से म्यूजिक सिस्टम दिया जाता है। इसमें 20.3 सेमी का एडवांस टचस्क्रीन ऑडियो सिस्टम मिलता है। जिसमें एपल कार प्ले, एंड्राइड ऑटो, स्मार्टफोन एप से कनेक्ट इंफोटेनमेंट सिस्टम, आठ स्पीकर का सराउंड साउंड सिस्टम सिटी में दिया जाता है।
गाजीपुर। जिले के विद्युत विभाग में तैनात संविदा कर्मी एवं मीटर रीडरों के अलावा...