November 23, 2024

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लखनऊ । सावधान! गाड़ी चलाते वक्त अगर रफ्तार तेज कर रहे हैं तो लापरवाही न बरतें। आपको शहर के प्रमुख मार्गों पर जगह-जगह ‘लापरवाही’ और ‘भ्रष्टाचार’ के ‘गड्ढे’ मिलेंगे। इन पर वाहनों की तेज गति खतरनाक साबित हो सकती है। वजह कहीं सीवर लाइन के लिए मार्ग खोदा गया तो कहीं पेयजल लाइन के लिए। सड़कें धंस गई हैं। आए दिन वाहन इनमें फंसकर पलटते हैं। लोग चोटिल होते हैं। बावजूद इसके महीनों से काम अधूरा छोड़ गायब चल रहे ठेकेदार और कंपनियों को अभी समय नहीं है। उबड़-खाबड़, गहरे गड्ढे छोड़कर चली गईं। कुछ जगहों पर तो सड़क धंस गई है। कहीं-कहीं मेनहोल के ढक्कन खुले हुए हैं। संभलकर चलें जिम्मेदार बजरी डालकर भूल गए गीतापल्ली में सीवर लाइन डालने के बाद सड़क पर सिर्फ बजरी डालकर छोड़कर दी गई है। बजरी के कारण आए दिन दोपहिया वाहन फिसल जाते हैं। बजरी छिटकने के कारण लोग चोटिल हो जाते हैं। इस बदहाल सड़क से ही स्कूली बच्चों समेत अन्य लोग आने जाने को मजबूर हैं। स्पीड ब्रेकर निर्माण ने लगाया आवागमन पर ब्रेक परिवर्तन चौक से कचहरी जाने वाली रोड पर स्पीड ब्रेकर बनाया जा रहा है। स्पीड ब्रेकर बनने के कारण सड़क संकरी हो गई है और दिन में कई पर जाम लग जा रहा है। स्कूल छूटने के समय लंबा जाम लगने से लोगों को घंटों धूप में परेशान होना पड़ा। सीवर के लिए खोदी गई सड़क, गड्ढे अब तक नहीं भरे आलमबाग बस अड्डे के सामने से जाने वाली सड़क सुजानपुरा रोड पर सीवर लाइन डालने के बाद बेतरतीब तरीके से गड्ढे को भर दिया गया है। आधी सड़क बंद हो चुकी है और गड्ढे की चहारदीवारी ऐसी बनाई गई है कि दोपहिया वाहन सवार चपेट में आने पर चोटिल हो सकते हैं। कुछ ही मीटर की दूरी पर मंदिर के पास भी गड्ढे को बेतरतीब तरीके से भरा गया है। गड्ढे बंद होने के बाद भी सड़क बहुत संकरी हो गई है। लालबाग के लिए जाने वाली सड़क मंगलवार को धंस गई थी। सड़क धंसने के कारण लोगों को जाम से जूझना पड़ रहा है। बुधवार से सड़क निर्माण कार्य कछुआ गति से शुरू तो हुआ लेकिन गति ऐसी की लगता नहीं कि जल्दी निर्माण हो पाएगा पूरा। इन मार्गों की ओर भी देखें जिम्मेदार सिद्धनाथ मंदिर हो या फिर नादान महल रोड, शास्त्री नगर, कुंडरी रकाबगंज, खजुहा, राजेंद्र नगर, ऐशबाग, रकाबगंज, पांडेयगंज, सुभाष मार्ग, अमीनाबाद समेत कई जगह सड़क खोदने के बाद लापरवाह शैली में काम अधूरा छोड़ चले गए हैं।
लखनऊ । राजधानी में आए-दिन चोरी की वारदात बढ़ रही हैं। चोर गली-मोहल्लों में बंद-मकान और दुकानों की रेकी कर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। इसी कड़ी में चोरों ने दो घरों से चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। पीड़ितों की लिखित शिकायत पर गोमतीनगर और पीजीआई पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। गोमतीनगर थानाक्षेत्र के विनयखंड-एक निवासी केशव दत्त पाण्डेय सपरिवार रहते हैं। उन्होंने बताया कि बीती रात 01 से 02 बजे की बीच चोरों ने उनके घर में वारदात को अन्जाम दिया। पीड़ित ने बताया कि घर में घुसे चोरों ने दो लैपटॉप, ढ़ाई लाख रुपये की ज्वैलरी और पांच हजार की नकदी साफ कर दी। अगली सुबह उन्हें घर में हुई चोरी की जानकारी हुई। प्रभारी निरीक्षक दीपक पांडे ने बताया कि मकान मालिक केशव दत्त पांडे की लिखित शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। वहीं पीजीआई में वृन्दावन कॉलोनी निवासी पूनम सिंह ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़िता ने बताया कि वह रायबरेली रोड पर एक मकान का निर्माण करा रही है। 24 जुलाई की दोपहर वह मकान के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने गयी थी। वापस लौटने पर उन्हें घर में हुई चोरी की जानकारी हुई। उन्होंने बताया कि चोरों ने बंद मकान का ताला तोड़ सोने-चांदी के आभूषण और अस्सी हजार की नकदी चोरी कर ली। पीजीआई निरीक्षक ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
गाजीपुर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ देवकली इकाई की बैठक उच्च प्राथमिक विद्यालय सिहोरी...
नई दिल्ली भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वह भड़काऊ टिप्पणी मामले में शीर्ष अदालत में पहुंचे हैं। बंगाल के हाल के पंचायत चुनाव के दौरान कथित रूप से भड़काऊ टिप्पणी करने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। इस दिन होगी याचिक सूचीबद्ध पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका 4 अगस्त को सूचीबद्ध करने की बात कही है। यह है मामला गौरतलब है, पश्चिम बंगाल में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी को कलकत्ता हाईकोर्ट ने हाल ही में तगड़ा झटका दिया था। कोर्ट ने आदेश दिया था कि कलकत्ता पुलिस अब से किसी भी वैध मामले में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सकती है। कोर्ट ने कहा था कि अगर पुलिस के पास सही जानकारी है तो मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। पुलिस कानून के मुताबिक कार्रवाई कर सकती है। कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ ने न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा के पहले के आदेश को रद्द कर दिया, जिसमें सुवेंदु अधिकारी को पिछले दिसंबर से पश्चिम बंगाल में पुलिस द्वारा एफआईआर से संरक्षण दी गई थी।