September 16, 2024

जरवल/बहराइच। ऋतुराज सावन मे यदि सावन कजरी गीतों से सराबोर न हो ओर सावन माह मे झूला पर महिलाएं न झूले तो ऋतुराज सावन का मजा मानो अधूरा सा रह जाता है। लेकिन अधाधुंध पेड़ो की अवैध कटान ने भले ही इसपे आरा चलाया हो फिर भी गांवो मे झूला झूलने की प्रथा को आज भी जीवन्त है l गांव की महिलाएं व बच्चे सावन के महीने मे झूला झूलते नजर आवेगी उस वक्त इन महिलाओ की मधुर आवाज मे सावन के कजरी गीत को एक बार गुनगुनाने का मन जरूर करेगा वैसे पौराणिक काल से चली आ रही प्रचलन पर कही ब्रेक न लग जाए जिम्मेदारों को जरूर चिंतन करना चाहिए वर्ना सावन के कजरी गीत की आने वाली पीढ़ी केवल दादी-मां से केवल किस्सा कहानी ही सुनाई देंगी। आज भी गांवो की महिलाओ के इस कजरी गीत को लोग भुला नहीं पाए हैं।
“हरे रामा भीजत मोर चुनरिया बदरिया बरसे रे हरि,देखो झूमरही अमराई,करे शीतल मन पुरवाई हो रामा, कि हरे रामा चमके बिजुरिया बरसे हे हरि। चारों ओर भई है हरियाली नाचे झूम के फूलों की डाली हो रामा कि हरे रामा मन में उठेला लहरिया बदरिया बरसे रे हरि”
बताते चले सावन के महीने में झूला का महत्व क्या है ये धार्मिक और सामाजिक दोनों ही महत्व को रखता है यह अवसर परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और संबंधों को मजबूती देने का संकेत होता है और शिव पार्वती के प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है।बताते चलें पौराणिक मान्यता के अनुसार कि भगवान भोलेनाथ द्वारा माता पार्वती के लिए झूला डाला था और भगवान भोलेनाथ से माता पार्वती को झूला झुलाया था तभी से यह प्रथा चली आ रही है। दूसरी मान्यता के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने राधा रानी को सावन के महीने में झूला झुलाया था तब से यह परंपरा चली आ रही है। बताते चले नाग पंचमी से।लोग अपने-अपने घरों में भी भगवान के लिए झूला डालते हैं की प्रथा आज भी चली आ रही हैं। वैसे सावन मांह मे सावन के फुहार के कजरी गीत का भी कम महत्व नही है जो आज भी गांवो की महिलाए झूला झूलते समय ये गीत।
“पिया हो पल-पल बिताए है सवनवां, घर कब अइबा सजनवा न।।जेठ, अषाढ़ जोहोत मोर बितल, लागत सावन महिनवा घर कब,अइबा सजनवा ना।। पिया हो पल-पल बितय सजनवा, बरसई खेत की कियरिया कब घर कब अईबा सजनवा ना।।”जरूर गाती है
जरवल। यह बूस्टर की तरह है जो आपके मन को खुश कर देता है इसके अलावा यह आपके शरीर में हैप्पी हारमोन्स के प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है और सेरोटोनिन को भी बढ़ावा बढ़ता है जिससे नींद बेहतर आती है इस प्रकार से यह आपकी मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने में भी मदद भी करता है।

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