सोनभद्र। भारत विकास परिषद द्वारा मजदूर दिवस विंध्य लॉ कॉलेज गोडीहा गाव में स्थानीय मजदूरों को खाद्य सामाग्री देकर मनाया गया। भारत विकास परिषद सोनभद्र शाखा के अध्यक्ष अजीत जायसवाल ने कहा कि, आज के दिन को हम श्रमिकों को लंबे संघर्ष के लिए याद करते हैं, उचित व समान वेतन, सुरक्षित काम करने की स्थिति, संगठित होने व अपनी आवाज कार्यस्थलों, अदालतों और सरकार में सुने जाने के अधिकार के लिए याद करते हैं। अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस आज की दुनिया के निर्माण में श्रमिकों के योगदान और बलिदान को दर्शाता है। महिला संयोजिका चित्रा जालान ने कहा कि, भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत चेन्नई में 1 मई, 1923 को हुई। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई, 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी। यही वह मौका था जब पहली बार लाल रंग झंडा मजदूर दिवस के प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल किया गया था। यह भारत में मजदूर आंदोलन की एक शुरुआत थी। दुनियाभर में मजदूर संगठित होकर अपने साथ हो रहे अत्याचारों व शोषण के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। कार्यक्रम में क्रेशा जायसवाल, अनीता गुप्ता, डॉ अंजली विक्रम सिंह, डॉ रोहित केडिया, सुभाष गुप्ता, संदीप जायसवाल सहित कई लोग मौजूद थे।