November 25, 2024

Pahal Today

देहरादून उत्तरकाशी के बड़कोट में यमुनोत्री घाटी में रातभर मूसलाधार बारिश के चलते यमुना नदी और नाले उफान पर हैं। यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह मलबा, बोल्डर और दलदल होने से आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू बैंड और गंगनानी के पास मलबा और पत्थर आने के कारण मार्ग बाधित है। जिसके बाद उत्तराखंड के उत्तरकाशी में पर्यटकों और स्थानीय लोगों सहित बड़ी संख्या में यात्री फंसे हुए हैं। वाहन मलबे में फंसे हुए हैं, जिससे यात्री परेशान हैं। एनएच बड़कोट के द्वारा मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है। उधर, पुरोला इलाके में आधी रात से मूसलाधार बारिश हो रही है। छाड़ा खड में बादल फटने की आशंका है। धान के रोपे खेतों को भारी भूकटाव हुआ है। इससे आवासीय भवनों को खतरा है।  छाडा खंड में उफान से तीन छोटी गाड़ी और बाइक बहने की खबर है। उत्तरकाशी प्रशासन के मुताबिक, छटांगा समेत कई जगहों पर यमुनोत्री हाईवे अवरुद्ध हो गया है, स्थिति का जायजा लेने के लिए एक तहसीलदार को भेजा गया है। उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि बड़कोट क्षेत्र में गंगनानी के पास भारी बारिश के कारण यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर काफी मलबा और पत्थर आ गए हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में जलजभराव हो गया। स्कूली बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा है। राहत कार्य के लिए राज्य आपदा मोचन बल और अग्निशमन विभाग की एक-एक टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया। उधर, लगातार बारिश जारी रहने की वजह से चमोली जिले के पास बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी मलबा गिरने के कारण तीन स्थानों पर अवरुद्ध हो गया। अधिकारियों के अनुसार, इस घटना के कारण बड़ी संख्या में यात्री राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर घंटों तक फंसे रहे। चमोली पुलिस ने शनिवार सुबह एक ट्वीट में कहा कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नंदप्रयाग, बेलाकुची और पागलनाला में मलबा आने के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 24 घंटों में देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल में अलग-अलग स्थानों पर आंधी और बिजली के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को हरिद्वार जिले के दमकोठी में जलभराव के संबंध में राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने उच्च अधिकारियों को भी लगातार स्थिति पर नजर रखने को कहा है। गंगनानी के पास यमुनोत्री हाईवे को खोलने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन मौसम खराब होने के कारण प्रशासन की चिंता बढ़ रही है। उधर ओजरी डाबरकोट में पत्थर मलबा बोल्डर लगातार
नयी दिल्ली। रिलायंस समूह की डिजिटल सेवा कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स का अप्रैल-जून तिमाही में ग्राहक आधार बढ़ने और बेहतर औसत राजस्व मिलने से शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 12.5 प्रतिशत बढ़कर 5,098 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में जियो प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध लाभ 4,530 करोड़ रुपये रहा था। जियो प्लेटफॉर्म्स में रिलायंस की दूरसंचार इकाई जियो इन्फोकॉम, कुछ स्टार्टअप और संगीत एवं वीडियो स्ट्रीमिंग ऐप शामिल हैं। शुक्रवार को घोषित तिमाही नतीजों के मुताबिक, अप्रैल-जून की अवधि में इसकी परिचालन आय 11.3 प्रतिशत बढ़कर 26,115 करोड़ रुपये हो गई जबकि साल भर पहले की समान अवधि में यह 23,467 करोड़ रुपये थी। इस तिमाही में 90 लाख शुद्ध ग्राहक जुड़े और कुल डेटा ट्रैफिक 28 प्रतिशत बढ़कर 33.2 अरब गीगाबाइट हो गया। प्रति ग्राहक औसत राजस्व (एआरपीयू)
रायपुर। भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक (कैग) ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए निर्धारित उपायों का पालन नहीं किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को विधानसभा में कैग की यह रिपोर्ट पेश की। इसमें राज्य के खनन विभाग को पर्याप्त जनशक्ति और निरीक्षण के उचित रिकॉर्ड का रखरखाव करके निर्धारित मानदंडों के अनुरूप खदानों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने की बात कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ कोयला, लौह अयस्क और डोलोमाइट जैसे प्रमुख खनिजों का अग्रणी उत्पादक है और इसमें बॉक्साइट और चूना पत्थर के भी काफी भंडार हैं। राज्य में 37 प्रकार के लघु खनिज पाये जाते हैं। एक अप्रैल, 2021 तक राज्य में कुल 1,957 लघु खनिज खदान पट्टे स्वीकृत किए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2015-16 से 2020-21 के दौरान गौण खनिज से राज्य सरकार को प्राप्त रॉयल्टी 1,438.67 करोड़ रुपये थी। यह खनन से कुल राजस्व प्राप्तियों 30,606.89 करोड़ रुपये का 4.70 प्रतिशत थी। ऑडिट रिपोर्ट कहती है कि छत्तीसगढ़ में अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए खनन विभाग द्वारा निर्धारित उपायों का अनुपालन नहीं किया जा रहा था। खदान पट्टों के व्यापक डेटाबेस का अभाव होने के साथ खदान पट्टा क्षेत्र के सीमांकन को इंगित करने के लिए सीमा स्तंभ/ सीमा चिह्न भी गायब थे। इस वजह से स्वीकृत पट्टा क्षेत्रों से इतर की खनन गतिविधियों की पहचान नहीं हो पाई। खनिजों के अवैध परिवहन को रोकने के लिए स्थापित चेक पोस्टों की संख्या अपर्याप्त पाई गई और स्थापित चेक पोस्ट भी तौल-कांटे की सुविधा से लैस नहीं थे। रिपोर्ट के मुताबिक, विभाग के प्रशासकीय प्रतिवेदन के अनुसार, खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण के नए पंजीकृत मामलों की संख्या वित्त वर्ष 2015-16 के 3,756 से बढ़कर वित्त वर्ष 2020-21 में 5,410 हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि रेत खनन की निगरानी में कमी पाई गई और विभाग रॉयल्टी की चोरी और पर्यावरण मंजूरी शर्तों के गैर अनुपालन को रोकने में विफल रहा। कैग ने सुझाव दिया कि शासन को सतत रेत खनन तरीकों को अपनाना चाहिए और पर्यावरण मंजूरी की शर्तों और नियमों का प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए रेत खनन गतिविधियों की नियमित निगरानी के लिए निर्देश भी देने चाहिए।
एसयूवी बनाने के लिए मशहूर भारत की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Mahindra (महिंद्रा) अब अमेरिका में अपनी Roxor (रॉक्सर) ऑफ-रोडर को बेच सकेगी। फिएट क्रिसलर ऑटोमोबाइल्स (एफसीए) ग्रुप (स्टेलेंटिस) ने डिजाइन उल्लंघन के मामले में अदालत में मुकदमा किया था। जिस पर अदालत ने भारतीय कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाया है। एफसीए ग्रुप ने अपने Jeep (जीप) मॉडल के साथ डिजाइन में समानता के कारण रॉक्सर की बिक्री को रोकने के लिए एक मुकदमा दायर किया था। क्या है मामला Fiat Chrysler Automobiles NV (फिएट क्रिसलर ऑटोमोबाइल्स एनवी) ने पहली बार 2019 में मामला दर्ज किया था जब एफसीए ने दावा किया था कि महिंद्रा रॉक्सर के डिजाइन ने जीप से ट्रेडमार्क-प्रोटेक्टेड कंपोनेंट्स की नकल की थी। वाहन निर्माता ने मिशिगन में और अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय व्यापार आयोग (आईटीसी) के सामने महिंद्रा के खिलाफ मुकदमा दायर किया। इसकी वजह से महिंद्रा ने अमेरिका में रॉक्सर की बिक्री तब तक बंद कर दी जब तक कि अदालत ने उसे डिजाइन में बदलाव करने का निर्देश नहीं दिया। अपनी फाइलिंग में, एफसीए ने शिकायत की थी कि रॉक्सर जीप की “लगभग एक जैसी कॉपी” है, जिसमें कुछ डिजाइन एलिमेंट्स हैं जैसे “फ्लैट दिखने वाले वर्टिकल साइड के साथ बॉक्सी बॉडी साइज और हुड के समान ऊंचाई पर खत्म होने वाली रियर बॉडी।” महिंद्रा ने क्या कहा एक नियामक फाइलिंग में, महिंद्रा ने कहा, “मिशिगन के पूर्वी जिला न्यायालय ने 19 जुलाई,...
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष लखनऊ स्थित पार्टी के मुख्यालय पर पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर रणनीति पर चर्चा हो रही है। महामंत्री संगठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक में सरकार और संगठन के बीच समन्वय के साथ चुनावी मुद्दों पर मंथन भी करेंगे। बीएल संतोष का मुख्य फोकस लोकसभा चुनाव में हारी हुई 16 सीटें हैं जिसके विस्तारक और प्रभारी बैठक में शामिल हुए हैं। बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह भी मौजूद हैं।
बिजनौर बिजनौर जनपद में एक बार फिर से कोटावाली नदी का जलस्तर बढ़ गया है। वहीं, जलस्तर बढ़ने से कोटावाली नदी रपटे के बीच एक रोडवेज बस फंस गई है। बताया गया कि यह बस नजीबाबाद से हरिद्वार की ओर जा रही थी। इस रोडवेज बस में बड़ी संख्या में यात्री मौजूद हैं। बताया गया कि रोडवेज बस में सवार यात्रियों को जेसीबी से बाहर निकाला जा रहा है। 40 यात्रियों को सकुशल निकाला भागूवाला क्षेत्र के कोटावाली नदी रपटे पर फंसी रोडवेज बस के सभी 40 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। पोकलेन के माध्यम से सभी यात्रियों को नदी क्षेत्र से बाहर निकाला गया। अभी रोडवेज बस को बाहर निकालने का अभियान जारी है। तेज बारिश होने से भागूवाला क्षेत्र की कोटावाली नदी का जलस्तर शनिवार को सुबह सात बजे बढ़ना शुरू हो गया। करीब नौ बजे रुपैड़िया डिपो की यात्रियों से भरी एक बस नदी रपटे के गुजर रही थी। नदी के तेज बहाव में रपटे के बीच जाकर यात्रियों से भरी बस दलदल में फंस गई। वहीं, नदी के तेज बहाव के बीच अचानक फंस जाने से बस के यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। बस नदी रपटे से फिसल कर पत्थरों के सहारे रुक गई। वहीं, नदी पुल के पास खड़ी क्रेन आनन-फानन मौके पर पहुंची और रस्सियों के माध्यम से बस को नदी में पलटने से बचा लिया। सीओ के नेतृत्व में चलाए गए रेस्क्यू अभियान में पोकलेन के माध्यम से सभी 40 यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया। बस में चालक जितेंद्र शर्मा और परिचालक प्रदीप यादव मौजूद थे। राहगीरों कहना है कि चालक की लापरवाही से बस नदी में फंसी गई, यात्री बाल-बाल बचे। उधर, नदी रपटे से बस को निकालने का रेस्क्यू अभियान जारी है।
भारत में मिलने वाली डुकाटी की 16 मॉडल हैं उनमें जो सबसे सस्ती बाइक है उसकी कीमत भी ₹900000 से ऊपर है, तो आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि डुकाटी की इन पावरफुल बाइक्स की कीमत भी काफी पावरफुल होती है। डुकाटीपैनिगेल वी4 (Ducati Panigale V4)  डुकाटी की इस बाइक में 1103 सीसी का इंजन लगा हुआ है और यह बाइक काफी लोकप्रिय है, इसके साथ ही अगर इसकी प्राइस की बात करें तो इस बाइक की एक्स शोरूम प्राइस 27.41 है, वहीं टॉप मॉडल की बात करें तो 69.99 लाख तक में इसकी कीमत है। डुकाटीस्क्रैम्बलर 800 (Ducati Scrambler 800)   यह डुकाटी की सबसे सस्ती बाइक है जो आपको भारत में देखने को मिल जाएगी। इस सस्ती बाइक की एक शोरूम कीमत की बात करें तो 9.39 रुपए से शुरू होती है और इसकी टॉप मॉडल 11.99  है। डुकाटीमॉन्स्टर (Ducati Monster) डुकाटी की यह बाइक भी काफी फेमस है और हैवी राइडर्स इस बाइक को चलाना खूब पसंद करते हैं। इसकी बेस प्राइस 12.95 है, जबकि इसकी टॉप मॉडल ...
गाजियाबाद। इंदिरापुरम में मनी एक्सचेंज की दुकान में संचालक को पिस्टल नुमा लाइटर दिखाकर छह लाख की लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने वारदात करने वाले तीन बदमाशों को गोवा व एक को मोदीनगर से गिरफ्तार किया है। लूटी गई रकम से बदमाश गोवा अय्याशी करने पहुंच गए। पुलिस ने ट्रेस कर इन्हें गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त कार, 1.15 लाख की भारतीय मुद्रा, 280 डॉलर और पिस्टल नुमा लाइटर व बैग बरामद किया है। डीसीपी ट्रांस हिंंडन विवेक चंद यादव ने बताया कि पकड़े गए...
मुरादनगर। जलालपुर सहबिस्वा मार्ग स्थित एक पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य पर छात्रों ने शराब पीकर पढ़ाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। आरोप है कि प्रधानाचार्य शराब पीकर बच्चों को पढ़ाने आते हैं। जलालपुर सहबिस्वा मार्ग पर स्थित एक पब्लिक स्कूल में शुक्रवार सुबह छात्र पढ़ने पहुंचे। आरोप है कि प्रधानाचार्य जब पढ़ाने आए तो वह शराब के नशे में थे। इतना ही नहीं कक्षा में बीड़ी तक पीते हैं। विरोध करने पर प्रधानाचार्य ने छात्रों को स्कूल से निकालने की धमकी दे डाली। इस बीच कई छात्र क्लास छोड़कर अपने घर पहुंचे और परिजनों को बात बताई। भाकियू नेताओं के साथ परिजन स्कूल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। छात्राओं ने बताया कि प्रधानाचार्य व शिक्षक शराब पीकर स्कूल में आते है और पढ़ाते है, विरोध करने पर गुस्सा करते है। हंगामा बढ़ता देख प्रधानाचार्य व शिक्षक स्कूल से फरार हो गए। हंगामे की सूचना पुलिस मौके पर पहुंची और गुस्साए लोगों को समझाकर शांत कराया। स्कूल प्रधानाचार्य से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया था।