November 25, 2024

Pahal Today

नई दिल्ली हरियाणा के करनाल में आभूषण दुकान में लूटपाट के इरादे से 30 साल के युवक की पीठ में मारा गया पेशेवर चाकू यदि निकाल दिया जाता तो मरीज को बचाना मुश्किल हो जाता। विशेषज्ञ बताते हैं कि घटना के बाद उसे पहले दो स्थानीय अस्पतालों में ले जाया गया। वहां से रेफर होकर करीब आठ-नौ घंटे में एम्स के ट्रामा सेंटर पहुंचा। ऐसे में शरीर में घुसे चाकू के कारण शरीर से रक्त रिसाव काफी हद तक रुका रहा, यदि उसे निकाल दिया जाता तो तेजी से रक्त रिसाव हो जाता। चाकू पीठ में पांच से छह इंच तक अंदर चला गया था। यह महाधमनी (दिल की मुख्य धमनी जिससे पूरे शरीर में जाता है खून) से महज कुछ मिमी ऊपर रह गया। एम्स ट्रामा सेंटर के प्रमुख और आर्थोपेडिक सर्जरी के प्रोफेसर डा. कमरान...
नई दिल्ली राजधानी में हरियाली बढ़ाने व लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए शुरू किए गए वन महोत्सव में शनिवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल साथ-साथ दिखे। कार्यक्रम के दौरान वन्यजीव अभयारण्य में 5.5 लाख पौधे रोपे गए। महोत्सव में उपराज्यपाल मुख्यअतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने स्थल पर...
नई दिल्ली दक्षिण-पूर्व दिल्ली की अमर कॉलोनी स्थित संत नगर इलाके में पार्किंग विवाद को लेकर दो परिवारों के बीच झगड़े का एक वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में एक परिवार डंडे से दूसरे परिवार पर हमला करता दिख रहा है। इसमें परिवार की तीन महिलाएं झगड़े में शामिल दिखाई दे रही हैं। हमले में दूसरे परिवार की एक महिला समेत तीन लोग बुरी तरह...
नई दिल्ली दिल्ली में इंटरनेशनल ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (ITPO) कॉम्प्लेक्स का 26 जुलाई को उद्घाटन होगा। ITPO कॉम्प्लेक्स में G20 की बैठक होगी। प्रगति मैदान का ITPO कॉम्प्लेक्स नए रंग रूप के साथ रीडेवलप होकर तैयार है।  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 123 एकड़ में फैले प्रगति मैदान के...
नई दिल्ली दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मणिपुर पहुंच चुकी हैं। उन्होंने सीएम एन बिरेन सिंह से मिलने का समय मांगा है। इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि मणिपुर सरकार ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से मिलने के लिये राज्य की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी थी। इंफाल हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल कहती हैं,...
मुंबई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि देश में अब जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उन पर बुरी चीजों के मुकाबले कम से कम 40 गुना अधिक चर्चा हो रही है। वह उत्तरी मुंबई के कांदिवली उपनगर में सुवर्णा अस्पताल का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस भी उपस्थित रहे। भागवत ने कहा, ‘‘कई बार नकारात्मक चर्चा सुनने को मिलती है। लेकिन जब हम देशभर में जाते हैं और देखते हैं तो हमें पता चलता है कि भारत में जो अच्छी चीजें हो रही हैं, उस पर बुरी चीजों के मुकाबले 40 गुना अधिक बात हो रही है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की नीतियों और सरकार में जिम्मेदार लोगों के काम के कारण आज देश का उत्कर्ष हो रहा है। चीजें सुचारू रूप से चल रही हैं क्योंकि कुछ लोग कुछ नहीं करते। अगर वे काम करेंगे तो दिक्कतें होंगी।’’ भागवत ने कहा कि लोगों में भारत को गौरव हासिल करते देखने की इच्छा 40 साल पहले की तुलना में आज अधिक प्रबल है। उन्होंने कहा, ‘‘इसे बढ़ना चाहिए। हम बढ़ रहे हैं लेकिन हम अभी तक उतने शक्तिशाली नहीं हैं।’’ आरएसएस प्रमुख ने कहा कि कुछ लोग हैं जो हमें बढ़ते हुए नहीं देखना चाहते। उन्होंने कहा, ‘‘आज के समाज में सिर्फ रोटी, कपड़ा और मकान ही नहीं, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य भी आवश्यक हो गए हैं।’’ भागवत ने कहा, ‘‘अच्छा या बुरा तय करने का पैमाना क्या है? कुछ ऐसा होता है जो दिखाई देता है और दूसरी ओर कुछ ऐसा होता है जो असल में होता है। कोई इसे ऐसे दिखा सकता है कि यह हो गया, भले ही वह न हुआ हो।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने मणिपुर के हालात की तुलना बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान से करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर रविवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर राज्य में सरकार ‘नाकाम’ हो गई है, जबकि केंद्र ‘स्वप्रेरित कोमा’ में चला गया है। भाजपा पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार में महिलाओं पर हुए अत्याचार के मामले उठा रही है और इन्हें लेकर विपक्ष की ‘चुप्पी’ पर सवाल खड़े कर रही है, जबकि विपक्ष इसे हिंसा प्रभावित मणिपुर की स्थिति पर बहस से बचने के लिए ध्यान भटकाने की भाजपा की रणनीति बता रहा है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं, जबकि नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पहाड़ी जिलों में रहते हैं। चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘चलिए मान लेते हैं कि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं। इससे मणिपुर में लगातार जारी हिंसा कैसे माफ हो सकती है?’’ पूर्व गृह मंत्री ने कहा, ‘‘क्या घाटी में कोई कुकी बचा है? क्या चुराचांदपुर और मणिपुर के अन्य पहाड़ी जिलों में कोई मेइती बचा है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि रिपोर्ट सच है, तो मणिपुर में जातीय सफाया लगभग पूरा हो चुका है।’’ चिदंबरम ने कहा कि वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन के अनुसार, मणिपुर में संवैधानिक सरकार का पतन हो गया है। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों की हुकूमत उनके घरों और दफ्तरों से आगे नहीं चलती। चिदंबरम ने कहा, ‘‘मणिपुर की स्थिति की तुलना बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान की स्थिति से कैसे की जा सकती है? केंद्र सरकार न केवल अक्षम और पक्षपातपूर्ण रही है, बल्कि जब वह घृणित तुलनाओं के पर्दे के पीछे छिपती है तो वह संवेदनहीन और क्रूर भी हो जाती है।’’ उन्होंने कहा कि यदि बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है, तो राज्य सरकारों को कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश निश्चित रूप से दें, लेकिन इससे मणिपुर में हो रही बर्बरता को माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘मणिपुर की सरकार नाकाम हो गई है। भारत सरकार स्वप्रेरित कोमा में है।’’ मणिपुर में बुधवार को चार मई की एक घटना का वीडियो सामने आने के बाद देशभर में आक्रोश है। इस वीडियो में आदिवासी समुदाय की दो महिलाओं को विरोधी समुदाय के पुरुषों का एक समूह निर्वस्त्र कर घुमाता और उनका यौन उत्पीड़न करता नजर आ रहा है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को ‘तीसरी बार-मोदी सरकार’ का नारा दोहराते हुए कहा कि देश की जनता 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भ्रष्ट, परिवारवादी नेताओं के राजनीतिक भविष्य का फैसला पिछले दोलोकसभा चुनावों की तरह ही करेगी। मौर्य ने रविवार सुबह ट्वीट किया, “देश की जनता ने 2014 और 2019 में जिस तरह से सत्ता वियोग में विलाप करने वाले और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का विरोध करने वाले भ्रष्ट, परिवारवादी नेताओं के राजनीतिक भविष्य का फैसला किया था, वैसा ही वह 2024 में भी करने जा रही है।” मौर्य ने ‘तीसरी बार मोदी सरकार’ हैशटैग के साथ यह ट्वीट ऐसे समय में किया है, जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दल मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लगातार हमलावर हैं। इससे पहले मौर्य ने शनिवार शाम ट्वीट किया था, “विपक्षी गठबंधन 2024 नहीं, 2029 के लोकसभा चुनाव की तैयारी करे। 2024 में जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार सरकार बनवाने का फैसला ले लिया है।
गर्मियों की छुट्टियां स्कूलों में खत्म हो चुकी है। इसके बाद अब दिल्ली नगर निगम के सभी 12 जोनों के स्कूलों में मेगा पीटीएम का आयोजन हुआ है। इस पीटीएम में हिस्सा लेने के लिए पैरेंट्स में गजब का उत्साह देखने को मिला है। इस दौरान पैरेंट्स ने शिक्षकों से मिलकर बच्चों की पढ़ाई व उनकी ग्रोथ पर चर्चा की। इस दौरान शिक्षा मंत्री आतिशी और महापौर शैली ओबरॉय ने भी मेगा पीटीएम में हिस्सा लिया। उन्होंने भी पैरेंट्स व शिक्षकों से बातचीत की। इस मौके पर आतिशी ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई के लिए शिक्षकों के साथ पैरेंट्स को भी काम करना होगा। दोनों के मिलकर लगाए गए एफर्ट्स की बदौलत ही छात्रों का सर्वांगीण विकास हो सकेगा। डीडीए फ़्लैट्स कालकाजी व इंदिरा कल्याण विहार,ओखला के निगम स्कूल में पहुंची शिक्षा मंत्री आतिशी पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गारंटी को पूरा करते हुए जिस तरह उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को उत्कृष्ट बनाया, उसी तरह एमसीडी स्कूलों को भी विश्वस्तरीय बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए माता-पिता को प्रतिदिन कुछ समय निकालकर बच्चों से बात करनी चाहिए। मेगा पीटीएम में अभिभावकों ने अपने बच्चों की पढ़ाई और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षकों से चर्चा की और कई अभिभावकों ने कहा, एमसीडी में पठन-पाठन का माहौल बेहतर हुआ है। मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा, बीजेपी ने अपने 15 साल के शासन में कभी भी अभिभावकों को अपने बच्चों के स्कूल आने का ऐसा मौका नहीं दिया, लेकिन अब सरकार एमसीडी में भी शिक्षा को महत्व दे रही है, हम अभिभावकों को बच्चों की शिक्षा में भागीदार बनाकर एमसीडी स्कूलों में शिक्षा क्रांति लाएंगे।