November 25, 2024

Pahal Today

नई दिल्ली । इस समय टेस्ला भारत में अपनी ईवी बेचने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हाल ही खबर भी आई थी कि टेस्ला भारत में अपनी प्रोडक्शन प्लांट खोलने जा रहे है और उसकी तैयारियां भी चल रही हैं। टेस्ला को लेकर एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि टेस्ला के लिए कोई भी अलग से प्रोत्साहन नीति नहीं बनेगी। अभी तक इसपर कोई विचार भी नहीं किया जा रहा है। आइये जानते डिटेल में जानते हैं सरकारी अधिकारी ने टेस्ला को लेकर क्या कहा। अधिकारी ने कह दी ये बड़ी बात सरकारी अधिकारी के मुताबित अगर टेस्ला कोई प्रोत्साहन चाहती है तो उसको PLI स्कीम के तहत ही आवेदन करना होगा। सरकार ने पहले ही 18,100 करोड़ रुपये के आउटले के साथ एडवांस्ड केमिस्ट्री सेल (एसीसी) बैटरी स्टोरेज के लिए प्रोडक्शन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) और ऑटो, ऑटो-कंपोनेंट्स और ड्रोन उद्योगों के लिए 26,058 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना शुरू कर दी है। अगर टेस्ला यहां कोई प्रोत्साहन चाहता है तो वह इस नीति के तहत आवेदन कर सकते हैं। अधिकारी ने कहा ने मीडिया को बताया कि हमने टेस्ला से कहा है कि जो नीतियां सभी के लिए पहले से हैं, वे उस पीएलआई के तहत भी लागू हो सकती हैं। उनका स्वागत है। आम तौर पर नीति सभी के लिए समान होगी। एक ही कंपनी के लिए सरकार अलग-अलग नीतियां बनाना पसंद नहीं करेगी। अभी तक टेस्ला को विशेष ट्रीटमेंट देने की कोई योजना नहीं है। टेस्ला की बैटरी के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता पैनासोनिक के प्रतिनिधियों ने हमसे मुलाकात की है और उन्होंने कहा है कि वे बैटरी बनाना चाहते हैं। हमने उन्हें पीएलआई एसीसी बैटरी के तहत आवेदन करने का सुझाव दिया है।
नयी दिल्ली। विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दलों ने मानसून सत्र के तीसरे दिन, सोमवार को भी मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद के दोनों सदनों में बयान देने और चर्चा की मांग जारी रखी। अपनी इस मांग को लेकर इन पार्टियों के सदस्यों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई विपक्षी सांसदों ने उच्च सदन में नियम 267 के तहत मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करने और प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग करते हुए कार्यस्थगन के नोटिस दिए। खरगे के अलावा आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, कांग्रेस के सैयद नासिर हुसैन और कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों ने भी इसी विषय पर कार्यस्थगन के नोटिस दिए। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, मणिकम टैगोर और कुछ अन्य विपक्षी सांसदों ने मणिपुर के मामले पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान और चर्चा की मांग करते हुए सोमवार को लोकसभा में कार्यस्थगन के नोटिस दिए। संसद परिसर में हुए विपक्षी सांसदों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह, द्रमुक के टी आर बालू, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और अन्य पार्टियों के सांसद शामिल हुए। विपक्ष के सांसदों ने हाथों में एक बड़ा बैनर ले रखा था जिस पर प्रधानमंत्री से संसद के दोनों सदनों में मणिपुर के मुद्दे पर बयान देने की मांग की गई थी। उन्होंने प्रधानमंत्री सदन में आओ के नारे भी लगाए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही आरंभ होने से पहले, सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मणिपुर के विषय पर संसद के भीतर वक्तव्य देना चाहिए, क्योंकि इस समय पूर्वोत्तर का यह राज्य इसका इंतजार कर रहा है और पूरा देश प्रधानमंत्री की ओर देख रहा है। रमेश ने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की यह मांग भी है किसमाधान की सामूहिक इच्छा को व्यक्त करने के लिए सदन में मणिपुर के मुद्दे पर चर्चाभी हो। विपक्षी दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद के भीतर वक्तव्य देने और चर्चा की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर हंगामे के कारण संसद के मानसून सत्र के पहले दो दिन दोनों सदनों की कार्यवाही बार बार बाधित हुई थी। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने का वीडियो गत बुधवार को सामने आने के बाद राज्य के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि यह वीडियो चार मई का है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की बहुसंख्यक मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली: बारिश का मौसम काफी सुहावना होता है। लोगों को इस मौसम का बेसब्री से इंतजार रहता है। लेकिन बरसात का मौसम अपने साथ कई समस्याएं लेकर आता है। इस मौसम में सेहत का विशेष रूप से ख्याल रखना जरूरी है। बारिश के मौसम में फंगल इन्फेक्शन, सर्दी-जुकाम, खांसी आदि बीमारियों का ज्यादा खतरा रहता है। बरसात के दिनों में संक्रमित होने का खतरा अधिक रहता है, जिससे इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। इसलिए बारिश के मौसम में इम्यून सिस्टम को मजबूत रखना बेहद आवश्यक है। ऐसे में आप अपनी डाइट में कुछ सब्जियां कर सकते हैं, जिनसे आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी। भिंडी मानसून के मौसम में कई बीमारियों का खतरा रहता है। अगर आपकी इम्युनिटी मजबूत रहेगी, तो आप कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं। इम्युनिटी बूस्ट करने के लिए आप अपनी डाइट में भिंडी शामिल कर सकते हैं। भिंडी का उपयोग कर कई तरह की स्वादिष्ट सब्जी बना सकते हैं। इसमें विटामिन, कैल्शियम और आयरन जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बैक्टीरिया से लड़ते हैं। इसलिए बारिश के मौसम में भिंडी जरूर खाएं। ब्रोकली ब्रोकली विटामिन-सी का समृद्ध स्रोत है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में काफी मददगार साबित हो सकता है। इसके अलावा ब्रोकली में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इस सब्जी में मौजूद पोषक तत्व मानसून के दौरान होने वाले संक्रमणों से बचाते हैं। आप इस सब्जी का उपयोग कई तरह से कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल स्मूदी, करी, सलाद और सूप के रूप में कर सकते हैं। करेला मानसून के मौसम में करेला आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। यह एंटीऑक्सीडेंट का समृद्ध स्रोत है, जो आपको कई बीमारियो से बचाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह सब्जी किसी वरदान से कम नहीं है। हालांकि कई लोगों को करेला का कड़वा स्वाद पसंद नहीं आता है, लेकिन आप करेला से कई स्वादिष्ट सब्जी जैसे भरवा करेला, करी आदि बना सकते हैं। लौकी बारिश के मौसम में स्वस्थ रहने के लिए अपनी डाइट में लौकी जरूर शामिल करें। इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है। जो गर्मी से राहत दिलाने के साथ मानसून की बीमारियों से आपको बचाने में बेहद मददगार है। लौकी सेहत का खजाना है, इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा इस सब्जी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो आपके पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है। चाहें तो आप मानसून की डाइट में लौकी का जूस, कोफ्ते, करी दाल आदि शामिल कर सकते हैं। शिमला मिर्च अक्सर लोग खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए शिमला मिर्च का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपको बारिश के मौसम में स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह आंखों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है और कई पुरानी बीमारियों से भी बचाती है। आप इसका उपयोद सलाद, करी, सैंडवीच, सब्जी आदि में कर सकते हैं।
प्रतापगढ़। रक्तदान संस्थान के अध्यक्ष निर्मल पांडेय के कुशल निर्देशन में संस्थान के प्रमुख...
लालगंज, प्रतापगढ़। स्थानीय लालगंज ब्लाक सभागार में सोमवार को महिलाओं के अधिकार संरक्षण को...