सीएमओ ने सभी अधीक्षकों को अपने क्षेत्र में झोलाछाप डाक्टर को चिन्हित करने का दिया निर्देश
सीएमओ डॉ संजय जैन के मुताबिक झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में लगभग तीन सौ अधिक झोलाछाप डाक्टर चिन्हित हुए हैं। इस संबंध में सीएमओ डॉ संजय जैन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग शीघ्र ही उनके झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि और झोलाछाप चिकित्सकों को चिन्हित कर उन पर कार्यवाही करने के लिये जिले के सभी संबंधित सीएचसी अधीक्षकों को जिम्मा सौंपा गया है। स्वास्थ्य विभाग के इस कार्रवाई की चर्चा से झोलाछापों में हलचल तेज है।
बताते चलें कि शहर से लेकर देहात तक झोलाछापों का मजबूत नेटवर्क तैयार है। इनमें तो कुछ ऐसे भी हैं जो अस्थाई तौर पर रिहायशी मकान को अस्पताल में परिवर्तित करके अलग-अलग विधाओं के अयोग्य चिकित्सकों को विशेषज्ञ बताकर मरीज को बहला फुसलाकर उनका शोषण कर रहे हैं। मरीज को उनके चंगुल में फंसकर भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीते दिनों मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के कुमारगंज में अयोग्य व्यक्ति से सिजेरियन करने के बाद नवजात की मौत का मामला तूल पकड़ा तो स्वास्थ्य विभाग ने उनके खिलाफ अभियान चलाया। सीएमओ ने सबसे पहले जिले भर में कुकुरमुत्तों की तरह पनप रहे झोलाछापों का सर्वे कराकर चिन्हित किया तो उनकी संख्या हर ब्लॉक में लगभग 25 से 30 मिली। मरीजों की जांच से खिलवाड़ कर रहे उन झोलाछापों पर कार्रवाई शुरू करके उन्होंने सबसे पहले कुमारगंज में स्थित अली अस्पताल को सील किया। इसके अलावा अन्य झोलाछापों की क्लीनिक,नर्सिंग होम आदि के खिलाफ अभियान के तहत कार्रवाई का निर्देश दिया हैं। सीएमओ ने बताया कि जिले के लगभग 300 झोलाछाप डाक्टर चिन्हित हुए हैं। पुलिस व तहसील प्रशासन की मदद से उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए सभी अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है। आमजन को भी इनसे बचने के लिए सजकता बरतनी चाहिए।