पश्चिम एशिया धूं-धूंकर जलेगा
श्रुति व्यास
मामला भडक़ा सात अक्टूबर को। अचानक वह हुआ जिसकी कल्पना नहीं सालों की खुन्नस, उत्पीडऩ, आतंक और भय की एक दिन इजराइल को कीमत अदा करनी पड़ी। तब सेपश्चिम एसिया की हवा में बारूद की गंध घुली हुई है। हमास के आंतकी हमले के बाद से इजराइल बड़े पैमाने पर लगातार बदले की कार्यवाही कर रहा है। नतीजतन पूरे पश्चिम एसिया में अशांति है।और विश्लेषक, चिंतक, कूटनीतिज्ञ, सैन्य अधिकारी सभी भविष्यवाणी कर रहे हैं कि आगे यह क्षेत्र और धूं-धूं करके जलेगा। गाजा पर ताबड़तोड़ हमले करके इजराइल ने उसे राख के ढ़ेर में बदल दिया है। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार वहां 22,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और संयुक्त राष्ट्रसंघ के अनुसार 19 लाख लोग विस्थापित हैं। मंगलवार को लेबनान के एक शीर्षस्थ नेता की हत्या हुई। और अगले ही दिन ईरान में हुए दो रहस्यपूर्ण विस्फोटों में कई लोग मारे गए। इससे पश्चिम एसिया एक क्षेत्रीय युद्ध के कगार पर पहुंचा है जिसमें सभी पक्ष घसीटते हुए हैं। सभी देशों पर खतरा मंडरा रहा है।पिछले तीन महीनों से हिज़बुल्लाह और इजराइल एक दूसरे पर ज्यादा और ज्यादा मिसाईलें दाग रहे हैं, हवाई हमले कर रहे हैं और तोप के गोले छोड़ रहे हैं। लेकिन दोनों पक्षों ने अपनी कार्यवाही को एक सीमा के आगे नहीं बढऩे दिया है। लेकिन 7 अक्टूबर के बाद से इजरायली जनता और नेताओं की यह धारणा बलवती होती जा रही है कि हिज़बुल्लाह द्वारा उत्पन्न खतरे से निपटना ही होगा। इस बीच हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्ला ने चेतावनी दी थी कि लेबनान की भूमि पर हुए किसी भी कत्ल का ‘मुंहतोड़ जवाब’ दिया जाएगा। हमास के नेता की हत्या के बाद बुधवार को उन्होंने कहा कि हिज़बुल्लाह ‘चुप नहीं बैठेगा’।हालांकि यह माना जा रहा है कि हिज़बुल्लाह तुरंत बदले की कोई बड़ी कार्यवाही नहीं करेगा और इजराइल के अधिकांश सैन्य संसाधनों के गाजा पर हमलों में खलास होने और नतीजे में पश्चिम एसिया कीअरब जनता में व्यापक आक्रोश उत्पन्न होने का इंतजार करेगा। वह अपने हथियारों के भंडार सुरक्षित रखना चाहेगा और लड़ाई का बोझ हमास और यमन के हूती लड़ाकों पर छोड़ देगा।लेकिन ईरान में हुए विस्फोटों के कुछ ही घंटों बाद अमरीका और उसके 12 मित्र राष्ट्रों ने यमन के हूतियों को एक लिखित चेतावनी जारी की है। हूति लगभग प्रतिदिन मिसाइलों, ड्रोनों और नौकाओं से व्यापारिक जहाजों पर हमले कर रहे हैं। अब तक अमेरिका हूतियों पर जवाबी हमला करने से कतराता रहा है, बहुत हद तक इसलिए क्योंकि वह यमन में चल रहे गृहयुद्ध में हुए एक नाजुक संघर्ष विराम को नुकसान पहुंचाना नहीं चाहता। लेकिन अब बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि उनका धैर्य समाप्त हो रहा है। रविवार को अमेरिकी सेना ने कहा कि जब वे एक कंटेनर जहाज की मदद कर रहे थे, तब उन पर हूती लड़ाकों ने हमला किया। बाद में हैलीकाप्टरों के जरिए किए गए हवाई हमले में ये लड़ाके मारे गए। ऐसी खबरें हैं कि अमेरिका और ब्रिटेन यमन में हूतियों के अड्डों पर हमला करने पर विचार कर रहे हैं।ईरान के पूर्व सैन्य जनरल कासिम सुलेमानी की कब्र पर ईरान के केरमान में हुए विस्फोटों ने स्थिति को और बिगाड़ा है। ईरान ने बिना देरी किए इन विस्फोटों के लिए इजराइल को जिम्मेदार बता दिया है। वहीं यूरोपीय और अमरीकी अधिकारियों का कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि इनमें इजराइल का हाथ है। अब तक ईरान के खिलाफ इजरायली कार्यवाहियां सीमित लक्ष्य हासिल करने के लिए की गईं हैं – चाहे वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुख्य आर्किटेक्ट की हत्या हो या उसके परमाणु और मिसाइल अड्डों को तहस-नहस करना हो।ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने बुधवार को जारी एक वक्तव्य में हमले के लिए ‘देश के दुष्ट और आपराधिक शत्रुओं’ को जिम्मेदार ठहराया लेकिन उन्होंने किसी संगठन या देश का नाम नहीं लिया। खामेनेई ने कसम खाते हुए कहा कि ईरान के शत्रुओं को यह मालूम होना चाहिए कि उन्हें इस त्रासदी की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।इस घटना के लिए चाहे जो भी जिम्मेदार हो, यह अत्यंत नाज़ुक हालातों में गलत फैसलों और बेजा हथकंडों से होने वाले वाले खतरों को रेखांकित करता है।पश्चिम एसिया में सभी पक्ष अपने-अपने एजेंडे पर अमल करने में जुटे है। हर बीतते दिन के साथ एक क्षेत्र-व्यापी युद्ध के छिडऩे का खतरा बढ़ता जा रहा है। पिछले वर्ष ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीरबदुल्लाह ने एक भयावह भविष्यवाणी की थी। उन्होंने कहा था गाजा पर इजराइल के जवाबी हमले का अर्थ है ‘‘युद्ध के क्षेत्र का विस्तार।और मध्य पूर्व में युद्ध के और तेज होते जाने से ऐसा लगता है कि अमीरबदुल्लाह एक अच्छे ज्योतिषी हैं।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव से पहले अपना बड़ा दांव चल दिया है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की जगह जब नीतीश कुमार ने खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का फैसला किया तो मीडिया में जो विमर्श बना वह एकतरफा था। हर जगह यह माना और कहा गया कि अब नीतीश कुमार ने फिर से भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में लौटने का फैसला कर लिया है और इसलिए राजद समर्थक दिख रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष को हटा दिया है। इस विश्लेषण में कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन इस पूरे प्रयोग को दूसरे पहलुओं से भी देखने की जरुरत है। दूसरे पहलुओं में बिहार की जमीनी राजनीति में नीतीश की पार्टी की हैसियत, उनके वोट आधार और सामाजिक समीकरण पर खास तौर से ध्यान देने की जरुरत है। ध्यान रहे नीतीश की पार्टी पिछले 20 साल में सबसे कमजोर स्थिति में है। लगातार दो विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की सीटें कम हुई हैं और कुछ घटनाएं ऐसी हुई हैं, जिनसे उनकी मानसिक सेहत को लेकर सवाल उठे हैं। तभी उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एक दांव से नया विमर्श गढऩे और अपने समर्थक मतदाताओं को सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया हैइसमें कोई संदेह नहीं है कि विधायकों की संख्या के लिहाज से जनता दल यू तीसरे नंबर की पार्टी है। लेकिन वह इसलिए है क्योंकि पिछले विधानसभा चुनाव में साथ होने के बावजूद भाजपा ने जनता दल यू को कमजोर करने की परोक्ष राजनीति की थी। भाजपा की शह पर चिराग पासवान ने नीतीश को खत्म करने का बीड़ा उठाया था और उनके हिस्से की हर सीट पर अपना उम्मीदवार उतारा था। भाजपा की ओर से बार बार कहा जाता है कि चिराग ने यह काम अपनी मर्जी से किया था। लेकिन हकीकत सबको पता है। भाजपा के कई दिग्गज नेता 2020 में चिराग की पार्टी की टिकट पर लड़े थे और बाद में भाजपा में लौट गए थे। सोचें, 2019 में भाजपा, जदयू और लोजपा का परफेक्ट गठबंधन था। तीनों ने मिल कर 40 में से 39 लोकसभा सीटें जीती थीं तो 2020 में ऐसा क्या हो गया कि चिराग अलग लडऩे चले गए और नीतीश को खत्म करने का संकल्प कर लिया? वह भी तब जब उनके पिता रामविलास पासवान जीवित थे!बहरहाल, भाजपा के इस दांव के बावजूद संयोग ऐसा हुआ कि नीतीश खत्म नहीं हुए। उनकी पार्टी को 43 सीटें मिल गईं और विधानसभा की संरचना ऐसी बनी कि उनके बगैर किसी की सरकार नहीं बन सकती थी। चूंकि भाजपा उनके चेहरे पर चुनाव लड़ी थी इसलिए मजबूरी हो गई कि उनको सीएम बनाया जाए। लेकिन नीतीश ने गांठ बांधी ली थी भाजपा से बदला निकालने की। तभी भाजपा के साथ करीब दो साल सरकार चलाने के बाद वे मंडल की राजनीति को जिंदा करने के लिए राजद के साथ चले गए। उसके बाद से भाजपा ने उनको राजनीतिक रूप से कमजोर करने का दूसरा अभियान शुरू किया। इसके तहत उनके आधार वोट को तोडऩे का प्रयास हो रहा है। इससे पहले तक भाजपा लालू प्रसाद के आधार वोट में सेंध लगाने का प्रयास कर रही थी। लेकिन दूसरे चरण में उसने नीतीश को निशाना बनाया। इसके लिए कोईरी जाति के मजबूत नेता सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। ध्यान रहे नीतीश की राजनीति का कोर वोट आधार कोईरी-कुर्मी-धानुक का है। इसमें उन्होंने बड़ी होशियारी से अत्यंत पिछड़ी जातियों और महादलित को जोड़ा है और सामान्य वर्ग के सहयोग से एक मजबूत आधार तैयार किया है। सम्राट चौधरी को अध्यक्ष बनाने के बाद भाजपा ने उनकी जगह हरि सहनी को विधान परिषद में अपना नेता बनाया, जो अत्यंत पिछड़ी जाति से आते हैं और सामान्य वर्ग के विजय सिन्हा को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया। इस तरह भाजपा ने नीतीश के लव-कुश और अत्यंत पिछड़ा व सवर्ण के समीकरण की तरह अपना जातीय समीकरण तैयार किया।
तभी नीतीश कुमार के लिए यह जरूरी हो गया था कि वे अपने वोट आधार को टूटने से बचाने के लिए कोई पहल करें। ललन सिंह के अध्यक्ष रहते यह संभव नहीं था क्योंकि उनकी वजह से जदयू के पूरी तरह से राजद समर्थक और भाजपा-मोदी विरोधी पार्टी बन जाने की छवि बन रही थी। सो, ललन सिंह की जगह अध्यक्ष बन कर नीतीश ने एक तीर से कई शिकार किए हैं। उन्होंने पार्टी के राजद समर्थक होने की धारणा तोड़ी है। ध्यान रहे बिहार में राजद समर्थक होने का एक फायदा है कि मुस्लिम-यादव का 32 फीसदी वोट मिल जाता है लेकिन नुकसान बहुत ज्यादा है। बाकी 68 फीसदी वोट में नाराजगी का खतरा पैदा होता है। आज भी राजद को लेकर बिहार का बड़ा तबका आशंकित रहता है, जिसमें अत्यंत पिछड़ी जातियां हैं, दलित हैं और सवर्ण हैं। दूसरी मझोली जातियां जैसे कोईरी-कुर्मी आशंकित नहीं रहते हैं लेकिन वे भी राजद विरोधी हैं क्योंकि ये जातियां अब सत्ता पर अपना अधिकार चाहती हैं। इसलिए नीतीश ने अध्यक्ष बन कर पहला काम तो यह किया कि राजद विरोधी वोट में मैसेज बनवाया कि वे राजद के आगे समर्पण नहीं कर चुके हैं और उनका अपना नेतृत्व कायम है। ध्यान रहे बिहार में कमजोर और वंचित जातीय समूहों, सवर्णों और महिलाओं में नीतीश के प्रति बहुत लगाव रहा है और तमाम प्रचार के बावजूद वह खत्म नहीं हुआ है। नीतीश ने उसे फिर से जिंदा करने का प्रयास किया है।इसी दांव से उन्होंने जदयू के भाजपा विरोधी होने की छवि को तोडऩे का प्रयास भी किया है। गौरतलब है कि ललन सिंह की वजह से जदयू के बारे में यह धारणा बनी थी कि वह भाजपा और नरेंद्र मोदी की घनघोर विरोधी पार्टी हो गई है। संसद में दिया गया ललन सिंह का भाषण हो या बाहर के भी बयान हों। जैसे जैसे वे राजद के नजदीक पार्टी को ले जा रहे थे वैसे वैसे भाजपा से कटुता बढ़ रही थी। नीतीश को पता है कि बिहार में एक बड़ा वर्ग ऐसा है, जो केंद्र में नरेंद्र मोदी का समर्थन करता है लेकिन बिहार में नीतीश को देखना चाहता है। ललन सिंह की राजनीति से ऐसे वर्ग में नीतीश विरोधी धारणा बन रही थी। उनको हटा कर नीतीश ने इस तबके को संतुष्ट किया है। अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि नीतीश किसके साथ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे लेकिन अगर वे राजद और कांग्रेस के साथ ही लड़ते हैं तब भी चुनाव में यह मैसेज बना रहेगा कि वे चुनाव के बाद भाजपा के साथ जा सकते हैं।
सो, नीतीश ने राजद के रंग में रंगे होने की धारणा तोड़ी है तो भाजपा से नजदीकी का मैसेज भी बनवाया है। इसका फायदा यह हुआ है कि 10 दिन पहले जहां यह चर्चा हो रही थी कि जदयू का विलय राजद में होगा, जदयू में टूट हो जाएगी और तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे वहां अब यह चर्चा हो रही है कि जदयू का तालमेल भाजपा के साथ हो सकता है। इससे नीतीश को पहला फायदा यह हुआ है कि उनकी पार्टी टूटने की चर्चा थम गई है। अगर वे राजद के साथ ही रहते तो उनके कई सांसद छोड़ कर जाते क्योंकि पिछली बार वे राजद के खिलाफ लड़ कर जीते थे और इस बार उनकी सीट राजद को मिलने वाली है। भाजपा के साथ जाने की चर्चाओं से सांसदों में कंफ्यूजन बना है। अगर जदयू और भाजपा का तालमेल हो जाता है तब तो कोई बात नहीं है लेकिन अगर नहीं भी जाते हैं और अगले एक-दो महीने कंफ्यूजन बना रहता है तो सांसदों के टूटने की संभावना काफी कम हो जाएगी।
दूसरी ओर राजनीतिक पहल अपने हाथ में लेकर नीतीश ने गेंद भाजपा और राजद के पाले में डाल दी है। अगर राजद की महत्वाकांक्षा तेजस्वी को सीएम बनाने की है और नीतीश यह इच्छा नहीं पूरी करते तब भी लालू प्रसाद समर्थन वापस लेकर गठबंधन की सरकार नहीं गिरा सकते हैं। इससे ‘इंडिया’ ब्लॉक में, सेकुलर राजनीति में और मतदाताओं के बीच उनकी साख बिगड़ेगी। तभी राजद की मजबूर है कि वह नीतीश को मुख्यमंत्री बनाए रखे। दूसरी ओर भाजपा की स्थिति ऐसी नहीं है कि वह नीतीश की पार्टी के 30 विधायक तोड़ सके। इतने विधायक तोडऩे से भी राज्य में उसकी सरकार नहीं बनने वाली है। उलटे नीतीश को कमजोर करने के प्रत्यक्ष मैसेज से नीतीश को फायदा होगा। भाजपा के लिए सबसे अहम लोकसभा चुनाव हैं, जिसमें उसे अपनी 17 और लोजपा की छह सीटें बचानी हैं। जदयू, राजद और कांग्रेस के साथ होने की वजह से यह मुश्किल होगा। गौरतलब है कि पिछली बार एनडीए को 39 सीटें मिली थीं। अगर नीतीश और भाजपा का तालमेल हो जाता है तो एनडीए को फिर एकतरफा जीत मिलेगी और दूसरा फायदा यह होगा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की राजनीति पंक्चर होगी। भाजपा को यह सब्जबाग दिखा कर नीतीश सीएम बने रह सकते हैं।चुनावों की वैधता इससे तय होती है कि उसमें विकल्प के रूप में जनता के सामने विभिन्न दल मौजूद हों और सभी दलों को चुनाव के स्वतंत्र एवं निष्पक्ष होने का भरोसा हो। जबकि बांग्लादेश में विपक्ष चुनाव का बहिष्कार कर रहा है।बांग्लादेश में रविवार यानी सात जनवरी को आम चुनाव के लिए मतदान होगा। मगर यह ऐसा चुनाव है, जिसका नतीजा लगभग पहले से तय है। कारण यह है कि देश की मुख्य विपक्षी पार्टियां चुनाव का बहिष्कार कर रही हैं। उन पार्टियों के कई नेता जेल में हैं। शेख हसीना की अवामी लीग 2009 में सत्ता में आई थी। 2014 के चुनाव में वह फिर जीती, लेकिन तब विपक्ष ने उस पर बड़े पैमाने पर धांधली करने का आरोप लगाया। 2019 में विपक्षी दलों- खासकर बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएऩपी) ने मांग की कि पहले की तरह तटस्थ चुनाव कराने की परिपाटी फिर से अपनाई जाए। प्रधानमंत्री शेख हसीना इसके लिए राजी नहीं हुईं, तो बीएनपी ने चुनाव का बहिष्कार किया। वही कहानी 2024 में दोहराई जा रही है। लेकिन क्या इसे लोकतंत्र कहा जाएगा? चुनावों की वैधता इससे तय होती है कि उसमें विकल्प के रूप में जनता के सामने विभिन्न दल मौजूद हों और सभी दलों को चुनाव के स्वतंत्र एवं निष्पक्ष होने का भरोसा हो।जबकि बीएनपी और उसके सहयोगी दलों का कहना है कि उन्हें यह यकीन नहीं है कि शेख़ हसीना स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएंगी। यह आरोप भी है कि शेख़ हसीना पिछले कुछ सालों में निरंकुश हो गई हैं। यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र के दूतों के एक समूह ने भी बीते नवंबर में कहा था कि बांग्लादेश में न्यायिक सिस्टम का हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके तहत आलोचक पत्रकारों, मानवाधिकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि को निशाना बनाया गया है। समूह ने कहा कि देश में न्यायपालिका की स्वतंत्रता कम हुई है और मूलभूत मानवाधिकारों का हनन बढ़ा है। शेख हसीना और उनकी पार्टी ऐसे इल्जामों को सिरे से खारिज करती हैं। पार्टी के इस दावे में दम है कि अपने 15 साल के शासनकाल में उसने बांग्लादेश की आर्थिक सूरत बदल दी है। साथ ही उसने समाज में कट्टरपंथी गुटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। मगर प्रश्न है कि अगर अवामी लीग को अपनी उपलब्धियों पर इतना भरोसा है, तो उसे विपक्ष को चुनाव में पराजित कर देने का यकीन क्यों नहीं है?बड़ी चिंता की बात है
यह साफ है कि कुछ राजनीतिक पार्टियों और सिविल सोसायटी के भी बहुत बड़े हिस्से में अडानी- हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट फैसले को सिर-आंखों पर लेने का भाव नहीं दिखा है। विचारणीय है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है और इसका क्या समाधान है?अडानी- हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दो विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया गौरतलब रही। कांग्रेस ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने यह निर्णय देते हुए ‘असाधारण उदारता’ दिखाई है। उधर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि यह फैसला देकर न्यायपालिका ने अपनी प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी नहीं की है। लोग इन दोनों प्रतिक्रियाओं के अर्थ अपने ढंग से निकालेंगे, लेकिन यह तो साफ है कि ये दोनों पार्टियों, दरअसल विपक्ष का एक बड़ा हिस्सा और सिविल सोसायटी के भी बहुत बड़े भाग में इस फैसले को सिर-आंखों पर लेने का भाव नहीं दिखा है। क्या इसे देश की न्यायपालिका की घटती साख का संकेत माना जाएगा? अगर ऐसा है, तो यह बहुत बड़ी चिंता की बात है। लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में आम धारणा यह होती है कि सरकार विभिन्न हितों के बीच समन्वय बनाने वाली इकाई है। वह या उसकी संस्थाएं ऐसा करती नहीं दिखतीं, तो शिकायत न्यायपालिका के पास जाती है। न्यायपालिका का निर्णय सर्वोच्च होता है, जिसे सभी संबंधित पक्ष पूर्ण विश्वास के साथ स्वीकार कर लेते हैं। लेकिन भारत में इस परंपरा का ह्रास होता दिख रहा है।यह विचारणीय है कि ऐसा क्यों हो रहा है और इसका क्या समाधान है? गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने अडानी समूह के खिलाफ जांच करने के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की मांग को ठुकरा दिया है। अदालत ने हिंडनबर्ग मामले में अडानी समूह के खिलाफ सेबी की जांच पर भरोसा जताया है और कहा है कि सेबी ही जांच को आगे ले जाएगी। एक और खास बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में हिंडनबर्ग और संबंधित मीडिया रिपोर्टों की साख पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। कोर्ट ने कहा कि प्रेस की रिपोर्टें सेबी के लिए इनपुट जरूर हो सकती हैं, लेकिन उनके आधार पर यह नहीं कहा जा सकता कि बतौर नियामक सेबी अपना काम करने में नाकाम रही। कोर्ट ने यह भी कहा है कि सेबी और सरकार को देखना चाहिए कि क्या हिंडनबर्ग रिपोर्ट से किसी भारतीय कानून का उल्लंघन हुआ और क्या इस मामले में कोई कार्रवाई की जा सकती है।आज का राशिफलमेष राशि- कल का दिन ठीक रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो कल आपके ऑफिस में आपकी परिस्थितियों आपके नियंत्रण से बाहर जा सकती है, इसलिए आप अपनी परिस्थितियों को अपने हाथ में रखने की कोशिश करें अन्यथा, आप किसी परेशानी में फंस सकते हैं. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो कल व्यापारियों को बहुत अधिक मुनाफा हो सकता है, परंतु आपके ऊपर कार्य का बहुत अधिक बोझ रहेगा. आप अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए बहुत अधिक कोशिश कर सकते हैं, आपकी कोशिश कामयाब भी हो सकती है. आप कल अपनी पूरी ऊर्जा के साथ अपने कारोबार को आगे बढ़ाने की कोशिश करें, आपको कामयाबी अवश्य मिलेगी.युवा जातकों की बात करें तो आप अपने मन में कल किसी भी प्रकार के निराशा के भाव ना आने दे, निराशा के भाव आने से आप दो कदम पीछे हट सकते हैं. आप अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए कोशिश करते रहें, आपको कामयाबी अवश्य मिलेगी. कल आपके परिवार में कोई नया मेहमान आ सकता है, जिससे आपके परिवार की खुशियां दोगुनी हो सकते हैं. कल आपको मानसिक चिंताओं से छुटकारा मिल सकता है. आपकी सेहत भी सामान्य रहेगी. आपके रोग पहले की अपेक्षा कम हो सकते हैं, परंतु आप किसी भी प्रकार की लापरवाही ना करें अन्यथा, परेशानी में फंस सकते हैं और आपकी बीमारियां बढ़ सकती हैं. कल किसी से धन उधार ना लें, कोशिश करें, अपने पैसे में ही कार्य चलाने की कोशिश करे अन्यथा, पैसे से आप बहुत अधिक परेशान हो सकते हैं.वृषभ राशि- कल का दिन अच्छा रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो कल आप अपने दफ्तर में सहयोगियों से पूरा काम ले और उनसे लाभ पाने के लिए उनके काम पर भी बहुत कड़ी निगरानी रखें अन्यथा, वह कार्य में गड़बड़ी कर सकते हैं और आप परेशानी में पड सकते हैं. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो कल व्यापारियों को अच्छा मुनाफा हो सकता है. कल आपके व्यापार में आपके माल की बिक्री बहुत अधिक होगी, जिससे आपका मन बहुत अधिक खुश रहेगा. आप अपने पार्टनर के साथ में अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए बातचीत कर सकते हैं. युवा जातकों की बात करें तो युवा जातकों को कल किसी की बातों से बहुत अधिक चोट पहुंच सकती है. इसीलिए आप किसी की भी तीखी बातों पर ध्यान ना दें अन्यथा, आप बहुत अधिक परेशान हो सकते हैं.
आप अपनी वाणी पर भी कंट्रोल रखें. किसी से भी कोई गलत बात ना करें. यदि कल आपके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन है तो आप उस दिन को मनाने के लिए किसी गरीब व्यक्ति को भोजन कर सकते हैं. आपके स्वास्थ्य की बात करें तो आपको रक्त संबंधित विकार उत्पन्न हो सकते हैं. कल आपके पिताजी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है, इसीलिए आप अपने पिताजी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें और उन्हें किसी डॉक्टर के पास ले जाकर उनका अच्छे से इलाज करवाये.मिथुन राशि- कल का दिन अच्छा रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो आप अपने दफ्तर में आपके बॉस आपसे आपके कार्य का ब्यौरा मांग सकते हैं, इसीलिए आप अपने बॉस के कार्य मांगने से पहले ही अपनी रिपोर्ट तैयार करके रखें अन्यथा, आपको अपने बॉस की डांट खानी पड़ सकती है. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो व्यापारियों को कल अपना व्यापार बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना चाहिए, इससे आपका व्यापार और अधिक उन्नति कर सकता है. नेटवर्क बढ़ाने से आपके व्यापार में आपको बहुत अधिक लाभ की प्राप्ति हो सकती है. कल आप अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें अन्यथा, आपका किसी से वाद विवाद हो सकता है.
युवा जातकों की बात करें तो युवा जातक किसी कार्य को कर रहे हैं तो उसको पूरा करने से पहले इस बात का ध्यान अवश्य रखें, कि उस कार्य में उनसे कोई गलती तो नहीं हुई है. कल आप को आपके माता-पिता की बातें चुभ सकती हैं, परंतु आप यह समझे कि उनकी बातें, आपकी भलाई के लिए ही है उनकी बातों को दिल से ना लगाये और उन्हें समझाने का प्रयास करें. वाहन चलाने में सावधानी बरते अन्यथा, आपसे कोई दुर्घटना हो सकती है और आपको शारीरिक चोटे भी लगा सकते हैं. महिलाओं के लिए कल का दिन अच्छा रहेगा. आप अपने इस दिन को एक खास दिन के तौर पर एंजॉय करेंगे. आपको आपके परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा तथा संतान की ओर से आप संतुष्ट रहेंगे.
कर्क राशि- कल का दिन ठीक-ठाक रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें टारगेट वाले कार्य करने वाले जातकों के लिए कल का दिन अच्छा रहेगा, वह अपना टारगेट आसानी से पूरा कर सकेंगे, जिससे उन्हें आर्थिक लाभ की प्राप्ति हो सकती है और आपके पास आपके कार्य से प्रसन्न रहेंगे. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो कल आप अपने व्यापार में आर्थिक तंगी से परेशान रहेंगे, व्यापार में कभी-कभी ऐसा दौर आ जाता है, परंतु आप धैर्य रखें तो धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जाएगा.व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो कल आप अपना कार्य पूरा करने के लिए धैर्य बना कर रखें. तभी आपके कार्य पूरे हो सकते हैं. शारीरिक और मानसिक स्थितियों का तालमेल बनाकर रखें. कल आपको आपके ससुराल पक्ष से कोई मांगलिक कार्यक्रम की सूचना मिल सकती है जिससे आपका मन बहुत अधिक प्रसन्न रहेगा. विशिष्ट व्यक्तियों से कल आपके संपर्क बने रहेंगे, यही संपर्क आगे जाकर आपके बहुत अधिक काम आएंगे. स्वस्थ आपकी बीमारियां कुछ कम रहेंगीसिंह राशि- कल का दिन अच्छा रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो सरकारी विभागों में कार्य करने वाले जातकों को कल उनके अच्छे काम को देखते हुए प्रमोशन मिल सकता है. आपके अधिकारी आपके कार्य से प्रसन्न रहेंगे. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो अनाज के बड़े व्यापारियों को कल मंदी का सामना करना पड़ेगा, इससे आप अपना स्टॉक ज्यादा बढा कर रखे, अन्यथा, आपको आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ सकता है. युवा जातकों की बात करें तो अपनी सेहत को भी ठीक रखें, इसीलिए आपको अपनी फिजिकल फिटनेस पर भी ध्यान देना होगा, इसीलिए आप हमेशा स्वस्थ रखने के लिए जिम ज्वाइन करें.
परिवार के सदस्यों के बीच व्यक्ति का संबंधों में मधुरता आएगी. मधुरता से आपका घर का वातावरण भी बहुत अधिक सुखद रहेगा. स्वास्थ्य की बात करें तो जो लोग बहुत दिनों से बीमार चल रहे हैं, अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें. किसी प्रकार की कोई लापरवाही ना बरते, सेहत को लेकर आप बहुत अधिक गंभीर रह सकता है. आप अपने पहले पुण्य कर्म को देखे तो अच्छा रहेगा. वर्तमान में वही आपको मान सम्मान और प्रतिष्ठा दिलाएंगे. जीवनसाथी का भरपूर साथ रहेगा. संतान की ओर से आपका मन संतुष्ट रहेगा.कन्या राशि- कल का दिन ठीक-ठाक रहेगा. नौकरी करने वाले छात्रों की बात करें तो कल आप अपने ऑफिस में कम से कम गलतियां करें, अन्यथा आपके अधिकारी आपसे ना खुश हो सकते हैं. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो लोग अपने ग्राहकों को देवता समझ कर उनका सम्मान करें. अपने नए लडक़ों को जोडऩे का प्रयास करें तथा नए ग्राहकों के चक्कर में पुराने ग्राहकों को ना भूले. युवा जातकों की बात करें तो कल अपने काम से काम रखें, दूसरों के किसी काम में हस्तक्षेप करने से बचे तो अच्छा रहेगा. जब अपने घर के बड़े बुजुर्गों को कोई गिफ्ट देकर खुश करने का प्रयास करें. आपके स्वास्थ्य की बात करें तो जो लोगों के डिप्रेशन से पीडि़त है, उन्हें अच्छे से डॉक्टर को दिखाकर अपना इलाज कराना चाहिए. डॉक्टर के संपर्क में ही रहना चाहिए. कल आप अपने शत्रुओं से सावधान रहें अन्यथा, कोई शत्रु आपको परेशान करने की कोशिश कर सकता है. आप थोड़ी सी सावधानी बरतें.तुला राशि- कल का दिन ठीक-ठाक रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो कल आप नौकरी में अपने नए करियर की शुरुआत कर सकते हैं. कल आपका आपके दफ्तर में किसी न किसी सहकर्मी का सानिध्य प्राप्त हो सकता है, जिससे आप अपने काम को अच्छे से कर सकेंगे और आप अपना कार्य सिखाते हुए आगे बढ़ सकते हैं. स्टील के व्यापारियों को कल बहुत अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सकता है, इससे आपको बहुत अधिक लाभ की प्राप्ति हो सकती है. अपने परिवार के लोगों की राय मांग सकते हैं. ऐसे में आप निष्पक्ष होकर राय दें. युवा जातकों की बात करें तो युवा जातक अपने सलाहकारों को अपने आसपास ही रखें, किसी विषय पर सलाह ले तो उस सलाह को मन भी किसी भी घरेलू वाद-विवाद में कल आपके परिवार के लोग आपकी राय मांग सकते हैं.
अपने स्पर्श तरीके से फैसला करें. आपके स्वास्थ्य की बात करें तो यदि आप किसी रोग से पीडि़त है तो कल आपको रोग में आराम मिल सकता है, जिससे आप बहुत अधिक प्रसन्न रहेंगे. लेखकों की बात करें तो लेखन कार्य से जुड़े हुए जातकों के लिए कल का दिन अच्छा रहेगा, परंतु आप अपने लेखन कार्य पर बहुत अधिक ध्यान दें, आप कलम पर ही फोकस बनाकर रखें, तभी आपको अच्छा लिखने का मौका मिल सकता है.वृश्चिक राशि- कल का दिन ठीक-ठाक रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो कल आप अपने बॉस से अपना अच्छा सपन संपर्क बनाने का प्रयास करें, तभी आपको प्रमोशन मिल सकता है. आपका बनाया गया संपर्क भविष्य में आपके काम आने वाला है. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो अनाज के व्यापारियों के लिए कल का दिन बहुत अधिक अच्छा संकेत लेकर आएगा. आपकी आर्थिक आय में वृद्धि होगी और आपकी आय वृद्धि से आपके परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा. आप अपने परिवार को कही बाहर घूमने के लिए भी लेकर जा सकते हैं. आपका परिवार बहुत अधिक प्रसन्न होगा.
युवा जातकों की बात करें तो कल आप अपना कोई कार्य करने के लिए बहुत अधिक पराक्रम और साहस दिखा सकते हैं. आप किसी भी बात के लिए अधिक परेशान ना हो और अपनी हिम्मत को ना हारने दें. कल आपके घर में पारिवारिक वाद विवाद के कारण घर का माहौल कुछ परेशानी वाला हो सकता है. आपके स्वास्थ्य की बात करें तो यदि आपके पेट में कोई श्रेष्ठ है तो आपको लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, तथा अच्छे स्पेशलिस्ट डॉक्टर से अपना इलाज करवाए, कल आप किसी गरीब व्यक्ति को कोई पात्र दान में दे सकते हैं. कल आपको अनाज भी दान करना चाहिए, इससे आपके पुण्य बहुत अधिक बढ़ेंगे.धनु राशि- कल का दिन अच्छा रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो यदि आप पिछली नौकरी से परेशान होकर किसी नई नौकरी के लिए आवेदन दिया है तो आपकी उसके लिए इंटरव्यू की कॉल आ सकती है और आप उसमें चयनित हो सकते हैं,जिससे आपको बहुत अधिक प्रसन्नता होगी. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो कल इलेक्ट्रॉनिक के सामानों का व्यापार करने वाले जातकों को अच्छी बिक्री मिल सकती है, जिससे आपको अपने स्टॉक का बंदोबस्त रखना होगा और आपका सामान बहुत अच्छे दामों पर बिक सकता है. युवा जातकों की बात करें तो युवा जातक कल अपने दिल की बात किसी के साथ में शेयर ना करें, अन्यथा,आपकी बात ठीक हो सकती है और आपका कार्य बनते बनते बिगड़ सकता है, जिसके कारण आप मानसिक तनाव में आ सकते हैं और कोई आपकी बातों का मिसयूज भी कर सकता है.
आप अपने किसी पुराने रिश्तेदार से संपर्क कर सकते हैं, जिससे आपको बहुत अधिक प्रसन्नता होगी और आपके रिश्तेदारों को भी संपर्क बनाने में बहुत अधिक खुशी होगी. आपके स्वास्थ्य की बात करें तो बीमार रहने वाले जातक कल सावधान रहें, आपके स्वास्थ्य में अचानक से गिरावट देखने को मिल सकती है, इसलिए आप किसी प्रकार की लापरवाही ना बरते सीधे डॉक्टर से संपर्क करें, कल दूसरों के वाद विवाद से दूर रहे अन्यथा, आप उस बाद विवाद में फंस सकते हैंमकर राशि- कल का दिन अच्छा रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो कल आप आवश्यक कार्य को लेकर धैर्य रखें, जरूरी कार्य को करने में कोई जल्दबाजी न करें. अन्यथा, आपसे गलतियां हो सकती है. कल व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो टेलीकम्युनिकेशन के व्यापारियों को कल अच्छा मुनाफा हो सकता है, उनका काम कल के दिन बहुत अच्छा चलेगा, जिससे आपका मन बहुत अधिक प्रसन्न रहेगा. कल आप अपने कार्यों का प्रारंभ भगवान सूर्य देव के आशीर्वाद से करें, तो आपके लिए अच्छा रहेगा. युवा जातकों के लिए कल का दिन अच्छा रहेगा. कल आप अपने परिवार के बड़े जनों के क्रोध से बचना होगा, उनके कहे अनुसार ही आपको कार्य करना होगा और उनके बताए हुए रास्ते पर ही आपको चलना होगा, जिससे आपको प्रसन्नता भी होगी.
स्वास्थ्य की बात करें तो कल आपको आंखों से संबंधित कोई समस्या परेशान कर सकती है. आपकी आंखों की समस्या यदि सामान्य है, तब भी आप डॉक्टर के पास जाकर चेकअप अवश्य करें. यदि आप समाज की भलाई के लिए कार्य करते हैं तो कल आपके कार्यों से आपका मान सम्मान और प्रतिष्ठा समाज में बनी रहेगी, जिससे आपको बहुत अधिक शांति भी मिलेगी. यदि कोई परेशानी है तो आप किसी प्रकार की लापरवाही ना करें. डॉक्टर के पास जाकर तुरंत ही इलाज करवाए अन्यथा, आपके आंखों में कड़ा इंफेक्शन हो सकता है.कुंभ राशि- कल का दिन अच्छा रहेगा. नौकरी करने वाले को अपने कार्य पर और अधिक फोकस करना होगा, तभी उन्हें सफलता की प्राप्ति हो सकती है. व्यापार करने वाले जातकों के लिए कल का दिन ठीक रहेगा. आप अपने व्यापार मे कर्मचारियों से अपना व्यवहार नरम ही रखें अन्यथा, आपके कर्मचारी आपके कार्य को छोडक़र जा सकते हैं, आपके कर्मचारी आपसे नाराज हो सकते हैं। युवा जातकों की बात करें तो किसी भी कार्य में नहीं लगेगा, जिसके कारण आप परेशान हो सकते हैं, जो युवा जातक अपने परिवार से दूर रहकर पढ़ाई करते हैं,कल वह अपने परिवार के पास वापस आ सकते हैं, जिससे उनके मन में बहुत अधिक प्रसन्नता रहेगी. कल गर्भवती स्त्रियों के बारे में बात करें तो कल गर्भवती स्त्रियां यदि किसी कारण से परेशान है, तो अपने स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सा सावधान रहें, डॉक्टर के बताए गए निर्देशों के अनुसार ही अपनी दवाइयां खाएं, कल आप सकारात्मक लोगों के संपर्क में रहे, सकारात्मक लोगों के संपर्क में रहने से ही आपको उनसे लाभ प्राप्त करने के बारे में भी विचार करना चाहिए.मीन राशि- कल का दिन अच्छा रहेगा. नौकरी करने वाले जातकों की बात करें तो आप जिस कंपनी में कुछ समय पहले नौकरी कर रहे थे, आपको वहां से फिर से नौकरी का ऑफर मिल सकता है और आपको पैसा और पद अच्छा मिले तो आपको वहां पर कार्य ज्वाइन कर लेना चाहिए. व्यापार करने वाले जातकों की बात करें तो दूध के व्यापारियों को अच्छा मुनाफा मिल सकता है. लेकिन आप अपने दूध की क्वालिटी पर ध्यान देना था. आपके ग्राहक टूट सकते हैं.युवा जातकों की बात करें तो युवा जातक कल अपना मनोबल ऊंचा रखें, जिस कार्य को भी करें बहुत अधिक ध्यान से करें, मनोबल ऊंचा होने से आपको हर कार्य में सफलता की प्राप्ति हो सकती है. कल आप अपने परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान की यात्रा करने के लिए जा सकते हैं, जहां पर आपके परिवार के सदस्य बहुत अधिक इंजॉय करेंगे, आपके स्वास्थ्य की बात करें तो आप अपना रूटीन चेकअप कराते रहें अन्यथा,बीच-बीच में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. कल आप अपने वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए ही आगे का प्लान बनाएं.रकुल प्रीत सिंह ने नए साल के अपने पहले वर्कआउट की दी झलक
अपने प्रेमी और फिल्म निर्माता जैकी भगनानी के साथ छुट्टियां मनाकर वापस आई अभिनेत्री रकुल प्रीत सिंह ने साल 2024 का अपना पहला वर्कआउट शुरू कर दिया है।रकुल प्रीत और जैकी अपनी छुट्टियों के लिए विदेश यात्रा पर थे, जहां जैकी ने अपना 39वां जन्मदिन मनाया।इंस्टाग्राम स्टोरीज पर यारियां अभिनेत्री ने पेस्टल ब्लू टैंक टॉप पहने हुए और अपने बालों को पोनीटेल में बांधते हुए एक मुस्कुराते हुए सेल्फी साझा की।
उन्होंने इसे कैप्शन दिया, च्च्आखिरकार खाने-पीने के बाद साल का पहला वर्कआउट।ज्ज्
दे दे प्यार दे की अभिनेत्री छुट्टियों से अपनी तस्वीरों के साथ प्रशंसकों का मनोरंजन कर रही हैं, जिसमें उन्हें समुद्र के किनारे आनंद लेते देखा जा सकता है।रकुल के पास मेरी पत्नी का रीमेक , अयलान और इंडियन 2 हैं।प्रीति जिंटा ने कलरफुल तरीके के साथ शुरु किया नया सालएक्ट्रेस प्रीति जिंटा ने बुधवार को नए साल के जश्न की फोटो शेयर की और बताया कि वह साल 2024 की शुरुआत कलरफुल तरीके से कर रही हैं।वीर जारा एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर कलरफुल कैप और ऑरेंज कलर की टी शर्ट पहने एक सेल्फी पोस्ट की।ब्लैक सनग्लासेस के साथ एक्ट्रेस अपनी डिंपल वाली स्माइल फ्लॉन्ट कर रही हैं।उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया: च्च्2024 की शुरुआत कलरफुल तरीके के साथ।ज्ज्
हालांकि, कोई मिल गया की एक्ट्रेस ने लोकेशन का खुलासा नहीं किया।
29 फरवरी 2016 को जिंटा ने लॉस एंजिल्स में जीन गुडइनफ से शादी की थी। 2021 में, वह और उनके पति सरोगेसी के जरिए जुड़वां बचों, एक लडक़ा और एक लडक़ी, के माता-पिता बने।
वर्क फ्रंट की बात करें तो, प्रीति को अब से पहले फिल्म भैयाजी सुपरहिट में देखा गया था, जो साल 2018 में रिलीज हुई थी। इसमें सनी देओल, अरशद वारसी, अमीषा पटेल और श्रेयस तलपड़े लीड रोल में थे।एक्टर्स को डेट करने के सवाल पर बोलीं जान्हवी कपूर, ये टेंशन वाला काम हैएक्ट्रेस जान्हवी कपूर ने एक्टर्स को डेट करने के सवाल पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा है कि एक्टर कंपीटिटिव और वीयर्ड होते हैं।
बॉलीवुड सिस्टर्स जान्हवी और खुशी कपूर स्ट्रीमिंग चैट शो कॉफ़ी विद करण के अपकमिंग एपिसोड में नजर आएंगी। दोनों अपने करियर, फैमिली और लव लाइफ को लेकर चर्चाओं में हैं।
इसके बारे में खुलते हुए, जान्हवी ने कहा, आपकी एक फिलॉसफी भी है जिसके बारे में हमने बात की है कि आप एक्टर्स को डेट नहीं करना चाहती, क्योंकि आपको लगता है कि यह कहीं न कहीं टेंशन देगा।
जवाब देते हुए जान्हवी ने कहा, एक्टर्स को डेट करना सच में मुश्किल काम है। वैनिटी इस प्रोफेशन का बहुत बड़ा हिस्सा है। मैं बेहद ओब्सेस्सेड हूं, यह प्रोफेशन ऐसा है जहां आपको हर समय खुद के प्रति जुनूनी रहने की जरूरत है। यह आपको खा जाता है।
धडक़ फेम एक्ट्रेस ने कहा, आपको किसी ऐसे व्यक्ति के साथ रहने की जरूरत है जो आपको भी खुद के साथ टाइम बिताने के लिए वक्त दे। लेकिन मुझे लगता है कि एक्टर्स बहुत ही कंपीटिटिव और वीयर्ड होते हैं।
जान्हवी कथित तौर पर धडक़ के को-स्टार ईशान खट्टर को डेट कर चुकी हैं। अफवाह थी कि उन्होंने हैंडसम हंक कार्तिक आर्यन को डेट किया था।
करण ने पूछा: च्च्आप कभी किसी एक्टर को डेट नहीं करेंगी, क्योंकि आप अभी जहां हैं, वहां आप कंफर्टेबल हैं?ज्ज्
एक्ट्रेस ने जवाब दिया, मैं आपको बता रही हूं कि जब कोई एक्टर होता है तो हमेशा टेंशन बनी रहती है। मैं उस टेंशन से निपट नहीं सकती, क्योंकि मुझे खुलकर रहना पसंद है।