पशुओं के लिए यूपी की सीमा सील, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री बोले; पूर्वांचल सर्वाधिक प्रभावित
गोरखपुर
मंत्री ने बताया कि लंपी प्रभावित जनपदों में टीकाकरण के लिए 1083 टीमें कार्य कर रही हैं। टीमें लगभग 1,80,000 हजार प्रति दिन टीकाकरण कर रही हैं। दो हजार टीमें और गठित कर टीकाकरण की गति बढ़ाई जाएगी। पश्चिमी एवं मध्यम उत्तर प्रदेश के 39 जनपदों में जहां पर 5 हजार टीकाकरण प्रति किया जा रहा है, वहां अतिरिक्त डाक्टरों की टीमें गठित की गई हैं।
प्रदेश सरकार के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में पशुओं में लंपी बीमारी फैली हुई है। पूर्वांचल में इसका असर ज्यादा है। इसे देखते हुए कोरोना की तर्ज पर प्रदेश में पशुओं के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। पशु बाजार बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश की सीमाएं पशुओं के लिए सील कर दी गई हैं, ताकि एक राज्य से दूसरे राज्य में यह बीमारी न फैले।
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने बृहस्पतिवार को एनेक्सी भवन में पत्रकारों को बताया कि पिछले साल लंपी बीमारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेजी से फैली थी। राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में भी लंपी के लक्षण पशुओं में मिले थे। तब सीमा सील कर 10 किलोमीटर के दायरे में टीकाकरण हुआ था।
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इस बार पूर्वांचल में लंपी बीमारी फैली है। प्रकोप और न बढ़े, इसलिए पशुओं का टीकाकरण कराया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि लंपी प्रभावित जनपदों में टीकाकरण के लिए 1083 टीमें कार्य कर रही हैं। टीमें लगभग 1,80,000 हजार प्रति दिन टीकाकरण कर रही हैं। दो हजार टीमें और गठित कर टीकाकरण की गति बढ़ाई जाएगी।
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पश्चिमी एवं मध्यम उत्तर प्रदेश के 39 जनपदों में जहां पर 5 हजार टीकाकरण प्रति किया जा रहा है, वहां अतिरिक्त डाक्टरों की टीमें गठित की गई हैं। लंपी की प्रो वैक्सीन हिसार से 15 हजार डोज मंगाई गई थी। इसमें से 11 हजार डोज गोरखपुर मंडल और दो हजार बलरामपुर एवं 2 हजार लखनऊ भेजी गई है।