जैन अटामंदिर में आर्यिका माता जी ने दी संस्कारों की सीख
पहल टुडे
ललितपुर -जैन अटामंदिर में आचार्य विनम्रसागर महाराज संघस्थ आर्यिका विनेह श्री माता जी ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा जीवन में गुरू जरूरी है गुरू नही तो जीवन शुरू नहीं, गुरू अंधेरे से उजाले में ले जाने का माध्यम है जिनके द्वारा जीवन के दुर्गुणों को दूर करने का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होने कहा गुरू के बिना बुद्धि और शक्ति जीवन में अनर्थ करती है। गुरू से ही सदमार्ग की प्रेरणा मिलती है आर्यिका श्री ने कहा संसार में पाप कोई एक करता है और उस पाप का फल हजारों लाखों लोग भोगते हैं। जैन धर्म को भावना प्रधान धर्म बताते हुए उन्होने कहा धर्मात्मा वही है जो किया के साथ साथ अपने भावों पर भी ध्यान दे धर्मसभा का शुभारम्भ गणाचार्य विरागसागर महाराज के चित्र के सम्मुख दीपप्रज्जवलित कर किया गया तथा मंगलाचरण श्रीमती अनीता मोदी द्वारा किया गया इस मौके पर प्रमुख रूप से मंदिर प्रबंधक कपूरचंद लागौन, गेंदालाल सतभैया, धन्यकुमार जैन एड अजय जैन गंगचारी का मनोज जैन, प्रदीप चिगलौआ, संतोष जैन गोयल एड, आनंदी जैन महेन्द्र साढूमल मौजूद रहे।
सतोदय तीर्थ कमेटी सेरोन पर भगवान महावीर स्वामी के 2550 वे निर्वाणोत्सव के उपलक्ष्य में 13 नबम्बर को प्रात 8-30 बजे भगवान शान्तिनाथ के महामस्तिकाभिषेक के उपरान्त निर्वाण लाडू चढाया जाएगा। उक्त जानकारी देते हुए महामंत्री मनोज जैन बबीना ने बताया कि सेरोन जाने के लिए जेडी वाडा तालाबपुरा से वाहनों की व्यवस्था की गई है।